प्रभावशाली अभ्यास कैसे करें... लगभग किसी भी चीज़ के लिये - एनी बॉज़्लर तथा डॉन ग्रीन
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0:08 - 0:10किसी भी शारीरिक कौशल में
माहिर होने के लिये, -
0:10 - 0:12चाहे वो घिरनी खाना हो,
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0:12 - 0:13कोई साज़ बजाना हो,
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0:13 - 0:15या गेंदबाज़ी करना हो,
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0:15 - 0:16अभ्यास करना पड़ता है।
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0:16 - 0:20सुधर करने के लक्ष्य से एक क्रिया को
बार-बार करने को अभ्यास करना कहते हैं, -
0:20 - 0:25जो हमें उसे ज़्यादा आसानी, गति,
और आत्मविश्वास से करने में मदद करता है। -
0:25 - 0:30तो अभ्यास हमारे दिमाग में ऐसा क्या करता है
जिससे हम और कुशल होते जाते हैं? -
0:30 - 0:33हमारे दिमाग में दो तरह के
तंत्रिका ऊतक होते हैं: -
0:33 - 0:33धूसर पदार्थ
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0:33 - 0:35और श्वेत पदार्थ।
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0:35 - 0:38धूसर पदार्थ संकेतों और
संवेदी उत्तेजनाओं को -
0:38 - 0:42तंत्रिका कोशिकाओं की ऒर निर्देशित करते
हुए मस्तिष्क मे जानकारी नियंत्रित करता है -
0:42 - 0:47जबकि श्वेत पदार्थ ज़्यादातर वसीय ऊतक
और स्नायु तंत्रों से बना होता है। -
0:47 - 0:49हमारे शरीर को चलाने के लिये,
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0:49 - 0:52जानकारी को मस्तिष्क के
धूसर पदार्थ से -
0:52 - 0:53रीढ़ की हड्डी से होते हुए,
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0:53 - 0:56अक्षतंतु कहलाने वाले स्नायु तंत्र की
श्रृंखला के माध्यम से -
0:56 - 0:58मांसपेशियों तक का सफर
तय करना होता है। -
0:58 - 1:04तो अभ्यास या पुनरावृत्ति हमारे मस्तिष्क के
आंतरिक कार्य को कैसे प्रभावित करता है? -
1:04 - 1:06श्वेत पदार्थ में मौजूद अक्षतंतु
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1:06 - 1:09एक वसीय तत्व में लिपटे होते हैं
जिसे माइलिन कहते हैं। -
1:09 - 1:15और ये माइलिन आवरण, या म्यान है,
जो अभ्यास से बदलता है। -
1:15 - 1:18माइलिन बिजली के तारों पर
रोधन के समान है। -
1:18 - 1:23ये मस्तिष्क द्वारा प्रयोग किये जाने वाले
विद्युत संकेतों में से ऊर्जा हानि रोकता है -
1:23 - 1:26जिससे वो तंत्रिका मार्ग पर
ज़्यादा कुशलता से चलते हैं। -
1:26 - 1:31चूहों पर हुए हाल ही के कुछ शोध कहते हैं
कि किसी शारीरिक गति का दोहराव -
1:31 - 1:36माइलिन म्यान की उन परतों को बढ़ा देता है
जो अक्षतंतु का रोधन करती हैं। -
1:36 - 1:40और जितनी ज़्यादा परतें, उतना ज़्यादा
अक्षतंतु श्रृंख्ला के आस-पास रोधन होता है -
1:40 - 1:43जिससे जानकारी के लिये एक तरह का
उत्तम हाईवे बन जाता है -
1:43 - 1:46जो आपके मस्तिष्क को आपकी
मांसपेशियों से जोड़ देता है। -
1:46 - 1:48तो जहाँ बहुत से खिलाड़ी और कलाकार
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1:48 - 1:51अपनी सफलता का श्रेय अपनी
मांसपेशियों की स्मृति को देते हैं -
1:51 - 1:54दरअसल, मांसपेशियों की कोई
स्मरणशक्ति होती ही नहीं है। -
1:54 - 1:57वो तो तंत्रिका मार्ग का
माइलिनीकरण हो सकता है -
1:57 - 2:00जो इन खिलाड़ियों और कलाकारों को
ज़्यादा तेज़ और कुशल -
2:00 - 2:05तंत्रिका मार्ग के द्वारा
उनकी श्रेष्ठता प्रदान करता है। -
2:05 - 2:07बहुत से सिद्धान्त उन घंटों, दिनों,
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2:07 - 2:11यहाँ तक कि उन वर्षों की मात्रा
निर्धारित करने की कोशिश करते हैं, -
2:11 - 2:13जो किसी कौशल में निपुणता
हासिल करने के लिये लगते हैं। -
2:13 - 2:16हमारे पास वो निर्धारित मात्रा
तो अभी तक नहीं है, -
2:16 - 2:20लेकिन हम ये जानते हैं कि निपुणता केवल
कुछ घंटो के अभ्यास के बारे में नहीं है। -
2:20 - 2:24उस अभ्यास की गुणवत्ता और
प्रभावशीलता के बारे में भी है। -
2:24 - 2:26प्रभावशाली अभ्यास नियमित होता है,
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2:26 - 2:28अत्यधिक केंद्रित होता है,
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2:28 - 2:30और उन चीज़ों या कमज़ोरियों
पर वार करता है -
2:30 - 2:34जो किसी व्यक्ति की वर्तमान क्षमताओं
को श्रेष्ठ बनने से रोक रही होती हैं। -
2:34 - 2:36तो अगर प्रभावशाली अभ्यास मुख्य है,
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2:36 - 2:39क्या हम अपने अभ्यास के समय से
अधिकतम परिणाम प्राप्त कर सकते हैं? -
2:39 - 2:41इन सुझावों को आज़मा कर देखिये।
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2:41 - 2:43अपने कार्य पर ध्यान केंद्रित कीजिये।
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2:43 - 2:47जो चीज़ें संभवतः ध्यान भटका सकती हैं, उनको
कम से कम कीजिये, कंप्यूटर या टीवी बन्द -
2:47 - 2:50और अपने मोबाइल फ़ोन को
एयरप्लेन मोड पर रखिये। -
2:50 - 2:54एक शोध में शोधकर्ताओं ने
पढ़ते हुए २६० छात्रों पर गौर किया। -
2:54 - 2:55औसतन,
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2:55 - 3:00वो छात्र एक बार में छह मिनट ही
अपने काम पर लगे रह पाए। -
3:00 - 3:03लैपटॉप, स्मार्टफोन, और
विशेष रूप से फेसबुक -
3:03 - 3:06सबसे ज़्यादा ध्यान भटकने की जड़ थे।
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3:06 - 3:08धीरे-धीरे या धीमी गति में शुरुआत कीजिये।
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3:08 - 3:13सामंजस्य पुनरावृत्ति से बनता है,
चाहे वह सही हो या गलत। -
3:13 - 3:16अगर आप धीरे-धीरे
गुणी पुनरावृत्ति की गति बढ़ायेंगे, -
3:16 - 3:19तो उसको सही तरह से करने का
बेहतर संयोग होगा। -
3:19 - 3:24फिर, नियमित अन्तराल के साथ अक्सर
पुनरावृत्ति, अन्यन्त श्रेष्ठ कलाकारों के -
3:24 - 3:26अभ्यास का सामान्य तरीका होता है।
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3:26 - 3:30शोध दिखाते हैं कि बहुत से शीर्ष खिलाड़ी,
संगीतकार, और नर्तक -
3:30 - 3:35अपनी कला से जुड़ी गतिविधियों पर
हर सप्ताह ५०-६० घंटे व्यतीत करते हैं। -
3:35 - 3:38कई लोग, प्रभावशाली अभ्यास में
प्रयोग होने वाले समय को -
3:38 - 3:42रोज़ाना सीमित अवधि के कई
अभ्यास सत्रों में विभाजित करते हैं। -
3:42 - 3:45और अन्त में, सुस्पष्ट विस्तार में
अपने मस्तिष्क में अभ्यास कीजिये। -
3:45 - 3:48ये थोड़ा आश्चर्यजनक है,
लेकिन बहुत से शोध ये बताते हैं -
3:48 - 3:51कि किसी शारीरिक गति के
कायम होने के बाद, -
3:51 - 3:54मात्र उसकी कल्पना करके
उसे सुदृढ़ बनाया जा सकता है। -
3:54 - 4:00एक शोध में, बास्केटबॉल के १४४ खिलाड़ियों को
दो समूहों में विभाजित किया गया। -
4:00 - 4:04समूह अ ने एक हाथ से बॉल
फेंकने का शारीरिक अभ्यास किया, -
4:04 - 4:07जबकि समूह ब ने
केवल मानसिक अभ्यास किया। -
4:07 - 4:10जब दो सप्ताह के इस परीक्षण के अन्त में
उनका इम्तेहान लिया गया, -
4:10 - 4:13तो दोनों समूहों के माध्यम
व अनुभवी खिलाड़ी -
4:13 - 4:17लगभग समान रूप से ही उन्नत हुए थे।
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4:17 - 4:20जैसे-जैसे वैज्ञानिक हमारे मस्तिष्क के
रहस्यों को सुलझाने के करीब जायेंगे, -
4:20 - 4:24प्रभावशाली अभ्यास की हमारी
समझ केवल सुधरेगी ही। -
4:24 - 4:28इतने, प्रभावशाली अभ्यास ही हमारा
सबसे अच्छा तरीका है, -
4:28 - 4:30अपनी व्यक्तिगत सीमाओं से आगे बढ़ने,
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4:30 - 4:31नई ऊँचाइयों को प्राप्त करने,
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4:31 - 4:35और अपनी क्षमता को
अधिकतम बनाने के लिये।
- Title:
- प्रभावशाली अभ्यास कैसे करें... लगभग किसी भी चीज़ के लिये - एनी बॉज़्लर तथा डॉन ग्रीन
- Speaker:
- Annie Bosler and Don Greene
- Description:
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पूरा पाठ देखिये: http://ed.ted.com/lessons/how-to-practice-effectively-for-just-about-anything-annie-bosler-and-don-greene
किसी भी शारीरिक कौशल में माहिर होने के लिये, अभ्यास करना पड़ता है। सुधर करने के लक्ष्य से एक क्रिया को बार-बार करने को अभ्यास करना कहते हैं, जो हमें उसे ज़्यादा आसानी, गति, और आत्मविश्वास से करने में मदद करता है। लेकिन अभ्यास हमारे दिमाग में ऐसा क्या करता है, जिससे हम और कुशल होते जाते हैं? एनी बॉज़्लर तथा डॉन ग्रीन समझते हैं कि अभ्यास हमारे मस्तिष्क के आंतरिक कार्य को कैसे प्रभावित करता है।
पाठ एनी बॉज़्लर तथा डॉन ग्रीन द्वारा, जीव-संचारण मार्टीना मेस्त्रोविक द्वारा।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TED-Ed
- Duration:
- 04:49
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