Return to Video

Dada Meaning of Trimantra

  • 0:26 - 0:28
    त्रिमंत्र तो आता है न सबको ?
  • 0:28 - 0:29
    आता है |
  • 0:34 - 0:35
    नमो अरिहंताणम
  • 0:37 - 0:39
    यानि अरिहंत यानि कौन ?
  • 0:39 - 0:40
    अरि मतलब दुश्मन |
  • 0:41 - 0:45
    दुश्मनों का जिसने नाश कर दिया है ऐसे पुरुष, उन्हें नमस्कार करता हूँ |
  • 0:45 - 0:46
    लेकिन कौन से दुश्मन ?
  • 0:47 - 0:48
    व्यक्ति रूपी नहीं |
  • 0:50 - 0:51
    षड् रिपु |
  • 0:52 - 0:54
    क्रोध-मान-माया-लोभ, राग-द्वेष |
  • 0:56 - 0:59
    व्यक्तियों को मारकर वे तो बहुत बार जीते लेकिन फिर भी हारे के हारे |
  • 1:00 - 1:02
    इन षड् रिपु को जिसने मार दिया वह जीता |
  • 1:06 - 1:08
    बड़े से बड़े दुश्मन यही है, अंदर बैठे हुए |
  • 1:12 - 1:18
    आपकी दुश्मनी है क्या इनके साथ ? नहीं है क्या ? पहले थी ?
  • 1:18 - 1:20
    हाँ, अभी भी है थोड़ी थोड़ी |
  • 1:20 - 1:20
    अभी नहीं ? नहीं ?
  • 1:20 - 1:21
    हाँ, थोड़ी रही है |
  • 1:24 - 1:26
    इन्हें जीते तो हो गया |
  • 1:27 - 1:28
    ऐसे लोगों को नमस्कार करता हूँ |
  • 1:30 - 1:32
    फिर दूसरा नमो सिद्धाणम |
  • 1:34 - 1:37
    जिन्होने षड रिपु जीत लिए, और जो देह मे भी नहीं है आज
  • 1:38 - 1:43
    और सिद्धगति में विराजमान है सम्पूर्णरूप से, उन्हें नमस्कार करता हूँ |
  • 1:44 - 1:45
    तब कहेंगे सबमें बड़े से बड़े तो यही कहलाता है |
  • 1:46 - 1:48
    क्यों उनको नमस्कार नहीं किए ?
  • 1:49 - 1:50
    तो केहता है, ये हमारे, कुछ काम नहीं आएगे |
  • 1:51 - 1:54
    जो प्रत्यक्ष है वे ही काम आयेंगे |
  • 1:55 - 1:57
    वे हमारा सब काम कर देते है
  • 1:58 - 1:59
    और भूल हो तो दिखाते है |
  • 2:01 - 2:03
    इसलिए पहला उपकार उनका | ये ज्यादा उपकारी है |
  • 2:05 - 2:07
    इसलिए पहले उन्हें रखा | समझ में आया न ?
  • 2:09 - 2:10
    तो कितने अरिहंत है ?
  • 2:13 - 2:13
    छ: |
  • 2:15 - 2:15
    क्या ?
  • 2:15 - 2:16
    छ: |
  • 2:30 - 2:30
    चौबीस |
  • 2:31 - 2:31
    चौबीस |
  • 2:31 - 2:34
    हाँ, अब इन चौबीस को जगत के सभी
  • 2:35 - 2:38
    जैनो और साधु अरिहंत कहते है |
  • 2:39 - 2:44
    अब इन लोगों को समझाता हूँ, कि ये चौबीस अभी अरिहंत है या सिद्ध है ?
  • 2:46 - 2:47
    तो कहते है, ये तो सिद्ध कहलाते है |
  • 2:47 - 2:50
    तब मैंने कहा मुए अरिहंत किसलिए कहते हो जो सिद्ध हो गये उन बेचारों को ?
  • 2:51 - 2:57
    हाँ , एक बार प्रधानमंत्री बन गये, फिर उन्हें गवर्नर किसलिए कहते हो ?
  • 2:57 - 2:58
    क्या कहा ?
  • 2:58 - 2:58
    हाँ, हाँ, ठीक है |
  • 2:59 - 3:01
    फिर बुरा नहीं लगेगा प्रधानमंत्री को |
  • 3:01 - 3:03
    गवर्नर थे फिर प्रधानमंत्री बने,
  • 3:03 - 3:05
    फिर हम उन्हें गवर्नर कहेंगे, तो उन्हें बुरा नहीं लगेगा ?
  • 3:07 - 3:09
    उनको अरिहंत कहतें है, इसलिए उन्हें बुरा लगता है |
  • 3:10 - 3:12
    जबकि खराब किसी को नहीं लगता लेकिन उसका नुकसान इनको होता है |
  • 3:13 - 3:16
    इन्हें अरिहंत दिखते नहीं, और अरिहंत के लिए बोला हुआ व्यर्थ जाता है,
  • 3:17 - 3:18
    इसलिए नवकार मंत्र, पूरा फल नहीं देता |
  • 3:20 - 3:22
    यह तो मैंने भूल दिखाई, मैंने कहा क्या भूल ?
  • 3:23 - 3:24
    यह, यह तो सिद्धगति में है |
  • 3:24 - 3:26
    वे सिद्ध को हमें अरिहंत नहीं कहना चाहिए |
  • 3:26 - 3:29
    अभी कौन अरिहंत है ? अरिहंत यानि देहधारी होने चाहिए |
  • 3:30 - 3:32
    और केवलज्ञान सहित होने चाहिए,
  • 3:32 - 3:36
    और लोगों का कल्याण करतें होंगें वे अरिहंत |
  • 3:38 - 3:39
    तो कहते है, अभी तो ऐसा कोई है नहीं |
  • 3:39 - 3:44
    मैंने कहा, यह महावीर आखरी थे वे बताकर गये कि सीमंधर स्वामी को नमस्कार करना |
  • 3:45 - 3:46
    क्या कहते है ?
  • 3:47 - 3:48
    वह आपके अरिहंत कहलाते है |
  • 3:48 - 3:53
    दूसरे, वहां पर है, लेकिन आपको दूसरे का नाम लेना हो तो लेना, नहीं तो फिर यह एक तो करना |
  • 3:54 - 3:58
    क्या गलत है ? क्या, गलत बात है यह कोई ?
  • 3:58 - 3:59
    नहीं |
  • 4:00 - 4:01
    तो यह सीमंधर स्वामी आपके अरिहंत |
  • 4:02 - 4:04
    नमो अरिहंताणम | नमो सिद्धाणं |
  • 4:04 - 4:06
    इसलिए यह देरासर बनवाना है,
  • 4:07 - 4:09
    इन लोगों की गलतियाँ तोड़ने के लिए करना पड़ता है न |
  • 4:10 - 4:10
    हाँ |
  • 4:13 - 4:16
    गलतियों से निकालना पड़ेगा न जब-तब ? नही तो लोग मिस यूज़ करेंगे |
  • 4:17 - 4:19
    साधुओ के कषाय खमत नहीं होते है |
  • 4:20 - 4:21
    संसारियो के कषाय खमत नहीं होते है ऐसी क्या भूल है ?
  • 4:21 - 4:23
    तो कहते है वही की वही भूलें, हर प्रकार की भूले |
  • 4:25 - 4:27
    अरिहंत पूरा उड़ा दिया, मुए !
  • 4:29 - 4:30
    छोटे-छोटे बच्चे समझते है ऐसी बात !!!
  • 4:33 - 4:34
    तो कहता है मुझे कौन दिखाएगा यह भूल ?
  • 4:38 - 4:39
    भूल दिखी, तो आपको समझ मे आया कि नहीं आया ?
  • 4:40 - 4:40
    हाँ, समझ में आया |
  • 4:41 - 4:43
    वे साधु, आचार्य कहते है न, कि आपने समझा दिया तो मुझें समझ में आया |
  • 4:43 - 4:44
    अब हम नहीं, अब हम नहीं भूलेंगे |
  • 4:45 - 4:46
    तो मुए! पर पहले समझ क्यों नहीं पडी |
  • 4:46 - 4:48
    तो कहता है, हमारा दिमाग इतना बड़ा कहाँ से होगा
  • 4:49 - 4:50
    जो पीछे का भी देख सके ?
  • 4:51 - 4:53
    हमे तो सामने का ही नहीं दिखता तो यह कहाँ ?
  • 4:57 - 4:58
    यह तो विज्ञानी हो, उनका काम है |
  • 4:59 - 5:03
    वे तो सामने का भी देख सकते है, पीछे का भी देख सकते है, पूरे द्रष्टिकोण को देख सकते है |
  • 5:03 - 5:04
    सब कुछ देख सकते है |
  • 5:04 - 5:05
    ठीक है |
  • 5:06 - 5:07
    यह उनका काम है |
  • 5:08 - 5:10
    नमो सिद्धाणं आपको समझ में आया न ?
Title:
Dada Meaning of Trimantra
Video Language:
Gujarati
Duration:
05:22

Hindi subtitles

Revisions