अपने मस्तिष्क से दुसरे का हात कैसे काबू करे
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0:02 - 0:05हमारा मस्तिष्क एक अद्भुत और पेचीदा अंग है।
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0:05 - 0:08और जहाँ कई लोग इस मस्तिष्क
से अचंभित हो जाते हैं, -
0:08 - 0:10वे आपको मस्तिष्क के काम करने के
तरीके के बारे में -
0:10 - 0:12ज़्यादा कुछ नहीं बता सकते,
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0:12 - 0:14क्योंकि हम स्कूलों में तंत्रिका विज्ञान
(न्यूरोसाइंस) पढ़ाते नहीं हैं। -
0:14 - 0:17और इसका एक कारण यह है कि
उसके उपकरण -
0:17 - 0:20इतने पेचीदे और महँगे होते हैं,
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0:20 - 0:24कि यह सिर्फ मुख्य महाविद्यालयों और
बड़े संस्थानों में ही किया जाता है। -
0:24 - 0:26और इसलिए, मस्तिष्क के अंदर
सचमुच झाँकने के लिए -
0:26 - 0:28आपको अपना सम्पूर्ण जीवन
समर्पित करना पड़ता है, -
0:28 - 0:30और साढ़े छः साल एक ग्रेजुएट
छात्र की तरह गुज़ारना पड़ता है, -
0:30 - 0:33सिर्फ इसलिए ताकि इन उपकरणों
का इस्तेमाल कर सकें। -
0:33 - 0:36और यह शर्मनाक है,
क्योंकि पाँच में से एक -
0:36 - 0:39यानी 20% लोगों को कोई-न-कोई
मानसिक बीमारी है। -
0:39 - 0:43और इन बीमारियों के इलाज
शून्य हैं! -
0:43 - 0:45और इसलिए ऐसा लगता है कि
हमें करना ये चाहिए, कि -
0:45 - 0:47शिक्षा ग्रहण के समय ही
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0:47 - 0:52छात्रों को इस विज्ञान की शिक्षा दी जाए,
ताकि भविष्य में. -
0:52 - 0:56वे एक मस्तिष्क-वैज्ञानिक बनने
के बारे में सोचें. -
0:56 - 1:00जब मैं ग्रेजुएशन कर रहा था,
तब मैं और मेरे लैब-सहपाठी टिम मार्ज़ूलो -
1:00 - 1:04ने सोचा के क्यों न हम इन
मस्तिष्क-सम्बन्धी -
1:04 - 1:07जटिल उपकरणों को इतना
सरल और सस्ता बना दें, -
1:07 - 1:10ताकि कोई भी -- हाई स्कूल के छात्र
या कोई नौसिखिया -
1:10 - 1:14वे सब इसे सीख सकें
और शोध में हिस्सा ले सकें। -
1:14 - 1:16और इसलिए हमने वैसा ही किया।
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1:16 - 1:18कुछ वर्ष पूर्व, हमने "बैकयार्ड ब्रेन्स" नामक
एक कंपनी खोली -
1:18 - 1:23जो न्यूरोसाइंस के उपकरण बनाती है,
उनमे से कुछ मैं आज यहाँ लाया हूँ। -
1:23 - 1:25और मैं उन्हें प्रदर्शित करना चाहता हूँ।
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1:25 - 1:27शायद आपको पसंद आये !
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1:27 - 1:30तो मुझे एक स्वयंसेवक चाहिए।
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1:30 - 1:32ठीक है -- तुम्हारा नाम क्या है?
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1:32 - 1:33सैम।
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1:33 - 1:36अच्छा सैम, मैं तुम्हारे दिमाग में से कुछ
रिकॉर्ड करूँगा। -
1:36 - 1:38क्या पहले ऐसा कुछ करवाया है?
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1:38 - 1:39नहीं।
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1:39 - 1:41विज्ञान के लिए अपना हाथ आगे करो,
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1:41 - 1:43बाज़ू ज़रा ऊपर करो,
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1:43 - 1:46मैं तुम्हारी बाँह पर कुछ
इलेक्ट्रोड लगाउँगा, -
1:46 - 1:47और तुम शायद सोच रही होंगी,
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1:47 - 1:51मुझे दिमाग से रिकॉर्ड करना था,
बाँह पर कैसे पहुँच गया? -
1:51 - 1:54देखो, तुम्हारे दिमाग में इस समय
80 अरब न्यूरॉन मौजूद हैं। -
1:54 - 1:58वे लगातार विद्युतीय और रासायनिक सन्देश
यहाँ से वहाँ भेज रहे हैं। -
1:58 - 2:00पर उनमे से कुछ न्यूरॉन,
यहाँ, तुम्हारे मोटर कॉर्टेक्स में, -
2:00 - 2:03कुछ सन्देश नीचे भेजेंगे,
जब तुम अपने हाथ को हिलओगी। -
2:03 - 2:06वे सन्देश तुम्हारे कॉर्पस कॉलोसम
से होते हुए -
2:06 - 2:08मेरुदंड के रस्ते, तुम्हारे
निचले मोटर न्यूरॉन -
2:08 - 2:10से माँसपेशियों तक पहुँचेंगे
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2:10 - 2:12और उन विद्युतीय तरंगों
को पकड़ेंगे -
2:12 - 2:14ये दो इलेक्ट्रोड
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2:14 - 2:16और फिर हम सुन पाएँगे
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2:16 - 2:18कि तुम्हारा दिमाग वास्तव
में कर क्या रहा है। -
2:18 - 2:20तो, मैं इसे चालू करता हूँ।
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2:20 - 2:21कभी अपने दिमाग की
आवाज़ सुनी है? -
2:21 - 2:22नहीं!
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2:23 - 2:26चलो देखते हैं।
अब अपनी कलाई मोड़ो। -
2:26 - 2:27(गड़गड़ाहट)
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2:27 - 2:29तो हमें जो सुनाई दे रहा है,
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2:29 - 2:32वो है तुम्हारे मोटर यूनिट,
यहाँ से। -
2:32 - 2:34चलो इसे देखते भी हैं।
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2:34 - 2:37अब मैं यहाँ खड़ा होऊँगा,
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2:37 - 2:39और अपना ऐप्प खोलूँगा।
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2:40 - 2:42फ़िर से अपनी कलाई मोड़ो।
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2:42 - 2:43(गड़गड़ाहट)
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2:43 - 2:46यहाँ हैं, वे मोटर यूनिट,
जिनके सन्देश -
2:46 - 2:48इनके मेरुदंड के रस्ते
माँसपेशियों तक, -
2:48 - 2:49और जैसे कलाई मुड़ रही है,
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2:49 - 2:51आप कुछ विद्युतीय हलचल
देख सकते हैं। -
2:51 - 2:53यहाँ क्लिक भी कर
सकते हैं। -
2:53 - 2:55थोड़ा और ज़ोर लगाओ।
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2:55 - 2:57यहाँ हमने रोक दिया,
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2:57 - 3:01एक मोटर के सिग्नल पर,
जो अभी तुम्हारे दिमाग में चालू है। -
3:01 - 3:03क्या आप और देखना चाहते हैं?
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3:03 - 3:05(तालियाँ)
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3:05 - 3:07अब यह और भी दिलचस्प
होने वाला है। -
3:07 - 3:08मुझे एक और स्वयंसेवक चाहिए।
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3:10 - 3:11आपका नाम क्या है, महाशय?
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3:12 - 3:13मिगैल।
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3:13 - 3:14मिगैल, ठीक है।
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3:14 - 3:16तुम यहाँ खड़े रहोगे।
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3:16 - 3:18जब तुम अपनी कलाई मोड़ रही हो,
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3:18 - 3:21तुम्हारा दिमाग माँसपेशियों को
एक सन्देश भेज रहा है। -
3:21 - 3:23तुम भी अपनी कलाई मोड़ो।
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3:23 - 3:26तुम्हारा दिमाग भी तुम्हारी
माँसपेशियों को सन्देश भेजेगा। -
3:26 - 3:29ऐसा है,
की यहाँ एक नस है, -
3:29 - 3:32जो तुम्हारी इन तीन उँगलियों
से जुडी है, -
3:32 - 3:35और वह चमड़ी के काफी करीब है।
इसलिए हम उसे -
3:35 - 3:37सक्रिय कर सकेंगे,
और तुम्हारे मस्तिष्क -
3:37 - 3:40के संदेशों की एक कॉपी
बनाकर, -
3:40 - 3:42उन्हें इनके हाथ
में प्रस्थापित करेंगे -
3:42 - 3:46ताकि तुम्हारा हाथ हिलेगा,
जब तुम्हारा दिमाग चाहेगा। -
3:46 - 3:49एक तरह से, ये तुम्हारी आज़ादी
छीन लेंगी, -
3:49 - 3:52और तुम्हारा इस हाथ पर
कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। -
3:52 - 3:53समझे?
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3:53 - 3:56चलो अब इसे लगाते हैं।
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3:56 - 3:57(ठहाके)
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3:57 - 3:59अब तुम्हारी 'अल्नर' नस ढूंढते हैं,
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3:59 - 4:01जो शायद यहाँ कहीं है।
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4:02 - 4:05तुम्हे पता था
क्या होने वाला था? -
4:05 - 4:06जब ऊपर आ रहे थे?
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4:06 - 4:08अब मैं पीछे हटकर
इसे जोडूँगा, -
4:09 - 4:11अपने मनुष्य-मनुष्य उपकरण से।
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4:12 - 4:15ठीक है, सैम,
फिर से कलाई मोड़ो। -
4:17 - 4:19फिर करो। बहुत खूब।
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4:19 - 4:22अब मैं तुम्हें भी कनेक्ट
कर देता हूँ ताकि -- -
4:22 - 4:24पहली बार थोड़ा
अजीब लगेगा। -
4:24 - 4:27लगेगा जैसे --
(ठहाके) -
4:27 - 4:31जब स्वतंत्रता छिन जाए,
और कोई दूसरा हमें नियंत्रित करे, -
4:31 - 4:32थोड़ा अजीब तो लगता है।
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4:32 - 4:34अब अपने हाथ को ढीला छोड़ो।
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4:34 - 4:36सैम, तैयार हो?
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4:36 - 4:37तुम्हे कलाई मोड़नी है।
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4:37 - 4:40अभी चालू नहीं किया है,
ज़रा कलाई मोड़ो। -
4:40 - 4:42तो, तैयार हो मिगुएल?
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4:42 - 4:44हाँ, एकदम तैयार!
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4:44 - 4:47चालू कर दिया है,
कलाई मोड़ो। -
4:47 - 4:49कुछ महसूस हुआ?
नहीं। -
4:49 - 4:51ठीक, फिर से करें?
थोड़ा हुआ। -
4:51 - 4:53थोड़ा? (ठहाके)
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4:53 - 4:54ढीला छोड़ो।
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4:54 - 4:55फिर से करो।
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4:55 - 4:57(ठहाके)
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4:57 - 4:58ओह! बढ़िया,
बहुत बढ़िया। -
4:58 - 5:00ढीला छोड़ो, फिर से करो।
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5:00 - 5:03ठीक है, तो यहाँ,
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5:03 - 5:07तुम्हारा दिमाग तुम्हारे हाथ को चला रहा है,
और इनके हाथ को भी, -
5:07 - 5:09चलो, एक बार और करो।
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5:09 - 5:12ठीक है, अतिउत्तम! (ठहाके)
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5:12 - 5:15अच्छा, क्या हो अगर
मैं तुम्हारे हाथ को हिलाऊँ? -
5:15 - 5:18ज़रा ढीला छोड़ो।
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5:18 - 5:20क्या हुआ?
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5:20 - 5:21कुछ नहीं!
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5:21 - 5:22क्यों?
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5:22 - 5:24क्योंकि दिमाग ने नहीं किया।
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5:24 - 5:25फिर से करो।
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5:25 - 5:28चलो, उत्तम है।
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5:28 - 5:30धन्यवाद दोस्तों,
सहयोग के लिए। -
5:30 - 5:33यह चल रहा है दुनिया में--
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5:33 - 5:34इलेक्ट्रोफिजिओलॉजी!
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5:34 - 5:36न्यूरो-क्रान्ति आने वाली है।
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5:36 - 5:37धन्यवाद!
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5:37 - 5:39(तालियाँ)
- Title:
- अपने मस्तिष्क से दुसरे का हात कैसे काबू करे
- Speaker:
- ग्रेग गेज
- Description:
-
ग्रेग गेज मस्तिष्क विज्ञान के मिशन पर है|यह मजेदार डेमो में, मस्तिष्क वैज्ञानिक और TED फेलो साधा खुद से बनाने के किट से श्रोतो में से एक मेम्बर की चाह काबू कर लेते है| यह कोई छोटी ट्रिक नहीं: यह सच में काम करता है| देखिए और विश्वास करे|
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 05:52
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