न्यायिक जाँच से जुड़ा मानवशास्त्री जो लापता लोगों की अधूरी कहानी को अंत देता है
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0:01 - 0:04गौटेमला 36 साल लम्बी
हथियारबंद लड़ाई से उबर रहा है. -
0:04 - 0:07ऐसे लड़ाई जो शीत युद्ध के समय चलती रही.
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0:07 - 0:11असल में ये एक छोटा सा
लेफ़्टिस्ट विद्रोह था -
0:11 - 0:14जिसका सरकार ने दिल दहलाने वाला जवाब दिया.
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0:14 - 0:17नतीजा था दो लाख सिविलीयनो की बलि
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0:17 - 0:20उनमें से एक लाख साठ हज़ार
बस्तियों में क़त्ल हुए -
0:20 - 0:24नन्हे बच्चे, मर्द, औरतें,
यहाँ तक कि बूढ़े भी. -
0:24 - 0:28और उसके अलावा, चालीस हज़ार वो
जिनका पता ही नहीं चला, -
0:28 - 0:30जिन्हें हम आज भी ढूँढ रहे हैं.
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0:30 - 0:33उन्हें हम "डेसापरेसिडोस " कहते हैं
(हिंदी में लापता) -
0:33 - 0:36क़त्ल हुए लोगों में से 83 प्रतिशत मायन थे
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0:36 - 0:38वो जो वंशज थे
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0:38 - 0:41सेंट्रल अमेरिका के पहले वसियों के.
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0:41 - 0:44और 17 प्रतिशत क़त्ल हुए लोग यूरोपियनों
के वंशज थे. -
0:44 - 0:46पर सबसे ज़रूरी बात ये है कि
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0:46 - 0:52जिन लोगों का काम हमारी रक्षा का था -
- पोलिस, मिलिटरी - -
0:52 - 0:55ज़्यादातर अपराध उन्होंने ही किए.
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0:56 - 0:59अब पीड़ितों के परिवारों
जानकारी चाहते हैं -
0:59 - 1:01वो जानना चाहते है कि क्या हुआ था.
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1:01 - 1:03उन्हें अपने प्रियजनों के शव चाहिए.
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1:03 - 1:06मगर सबसे ज़्यादा, वो चाहते हैं
की आपको, -
1:06 - 1:10और सबको ये पता चले कि
उनके प्रियजनो ने कुछ ग़लत नहीं किया था. -
1:12 - 1:17अब मेरे मामले में, ऐसा था कि मेरे पिता को
1980 में जान से मारने की धमकी मिली. -
1:17 - 1:19और हम सब छोड़ के चले गए.
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1:19 - 1:20हम गौटेमाला छोड़ के यहाँ आ गए.
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1:20 - 1:22तो मैं न्यू यॉर्क में पाला बढ़ा,
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1:22 - 1:25असल में, ब्रुकलिन में, और
न्यू अट्रेक्ट हाई-स्कूल में पढ़ा -
1:25 - 1:27और ब्रूक्लिन कॉलेज से ग्रैजूएट हुआ.
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1:27 - 1:29एक बात ये भी थी कि
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1:29 - 1:33मुझे गौटेमला की घटनाओं की
जानकारी भी नहीं थी. -
1:33 - 1:36मैं उसके बारे में नहीं सोचता था,
उसकी यादें बहुत दर्द भारी थीं. -
1:36 - 1:40जब मैंने इस बारे में कुछ करने का
फ़ैसला किया, 1995 आ चुका था. -
1:40 - 1:41तो मैं वापस लौटा.
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1:41 - 1:44मैं गौटेमला गया,
शवों को ढूँढने, -
1:44 - 1:49ये समझने कि वास्तव में क्या हुआ था,
और ख़ुद के टुकड़ों को पाने. -
1:50 - 1:53हमारा काम है लोगों तक
जानकारी पहुँचाना. -
1:53 - 1:56हम परिवार के लोगों से बात करते हैं
और उन्हें मौक़ा देते हैं -
1:56 - 2:00हम उन्हें फ़ैसला करने देते हैं कि
क्या वो अपनी आपबीती बताना चाहते हैं. -
2:00 - 2:03क्या वो बताना चाहते हैं
जो उन्होंने होते देखा, -
2:03 - 2:05क्या वो अपने प्रियजनों के बारे
में कुछ कहना चाहते हैं? -
2:05 - 2:06और उस से भी ज़रूरी,
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2:06 - 2:09हम उनसे उनका एक
हिस्सा माँगते हैं. -
2:09 - 2:11उनके होने का सार,
उनका अपना एक टुकड़ा. -
2:11 - 2:14और उनके डीo एनo एo का
मेल करते हैं -
2:14 - 2:16कंकालो से मिले
डीo एनo एo से -
2:16 - 2:19और ऐसा करने में,
हम लाशों को ढूँढ रहे होते हैं -
2:19 - 2:21जो अब महज़ कंकाल बन चुकी हैं
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2:21 - 2:24इन में से ज़्यादातर अपराधों को
हुए बत्तीस साल बीत चुके हैं -
2:24 - 2:26जब हमें कोई कब्र मिलती है,
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2:26 - 2:30तो हम मिट्टी निकाल कर, शव को साफ़ कर के,
उसका रेकर्ड बना देते हैं -
2:30 - 2:33हम सच में गड़े मुर्दे उखाड़ने
का काम करते हैं -
2:33 - 2:37जब हमें कोई शव मिलता है, हम उसे शहर
में बनी अपनी प्रयोगशाला में लाते हैं , -
2:37 - 2:40और उस से दो बातें पता
करने की कोशिश करते हैं: -
2:40 - 2:43पहली ये कि मौत हुई कैसे?
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2:43 - 2:46जैसे कभी आपको गोली
का घाव दिख जाता है -
2:46 - 2:48या धारदार हथियार का निशान.
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2:48 - 2:52दूसरी ये कि मरने वाला कौन था?
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2:52 - 2:55छोटा बच्चा,
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2:55 - 2:57या वयस्क.
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2:57 - 2:59आदमी या औरत.
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2:59 - 3:01मगर जब ये जाँच
हो जाती है, -
3:01 - 3:03तो हम हड्डी का टुकड़ा लेते हैं
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3:03 - 3:06और उस से डीo एनo एo
निकालते है. -
3:06 - 3:07उस डीo एनo एo को हम
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3:07 - 3:12तमाम परिवारों के डीo एनo एo
से मिलाते हैं. -
3:12 - 3:16ये समझाने का बेहतर तरीक़ा है
आपको दो उदाहरण देना. -
3:16 - 3:18पहला उदाहरण है
मिलिटरी डायरी का केस. -
3:18 - 3:23ये दस्तावेज चोरीछिपे1999
में कहीं से हासिल किया गया था. -
3:23 - 3:28और इसमें आप देख सकते हैं कि
सरकार कुछ लोगों की निगरानी कर रही थी -
3:28 - 3:32ऐसे लोग, जो आपकी तरह, अपने
देश को बदलना चाहते थे, -
3:32 - 3:34इस डायरी में सब लिखा है.
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3:34 - 3:39और उनमें से एक जानकारी है
कि लोगों की हत्या कब की गयी. -
3:39 - 3:42इस पीले डिब्बे में
आपको एक कोड दिखेगा, -
3:42 - 3:44ये एक गुप्त कोड है: 300.
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3:44 - 3:46और फिर आपको एक तारीख़ दिखेगी.
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3:46 - 3:49300 का मतलब है "क़त्ल" और तारीख़
उस क़त्ल के दिन की है. -
3:49 - 3:53और इस की पूरे कहानी अभी साफ़ होगी
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3:53 - 3:57हुआ यूँ कि हमने 2003 में एक
कब्र से एक शव बरामद किया था, -
3:57 - 4:02एक मिलिटरी ठिकाने से जहां हमें 53 क़ब्रों
में दबी 220 लाशें मिली थीं -
4:03 - 4:07कब्र नम्बर नौ, सरगियो सोल लिनरेस
के परिवार से मेल खा गयी. -
4:07 - 4:09सरगीयो एक विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर थे.
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4:09 - 4:12वो आयोवा विश्वविद्यालय के स्नातक थे
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4:12 - 4:14और अपने देश में बदलाव लाने के
लिए गौटेमला लौटे थे. -
4:14 - 4:18उन्हें फ़रवरी 23, 1984 को
बंदी बना लिया गया था. -
4:18 - 4:22और यहाँ आप देख सकते हैं, मार्च 29, 1984
को उनकी हत्या कर दी गयी. -
4:22 - 4:24ये अभूतपूर्व था.
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4:24 - 4:27हमारे पास शव था, डीo एनo एo था,
और परिवार की जानकारी थी, -
4:27 - 4:30और वो दस्तावेज भी, जिनसे हमें
हक़ीक़त का पता भी चला. -
4:30 - 4:33और इस से भी अहम बात हुई
दो हफ़्ते बाद ही, -
4:33 - 4:36हमें एक और व्यक्ति का पता लगा,
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4:36 - 4:41उसी कब्र से , अमानसियो विलियातोरो का.
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4:41 - 4:43उस शव का डीo एनo एo
परिवार के डीo एनo एo से मेल खा गया. -
4:43 - 4:47और उस डायरी में हमें
उनका भी ब्योरा मिला. -
4:47 - 4:52और ये रोंगटे खड़े करने वाला था की उनकी
हत्या भी मार्च 29, 1984 को ही की गयी थी -
4:52 - 4:56तो हमने देखा कि उस कब्र में
कितनी लाशें थीं? -
4:56 - 4:57छः
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4:57 - 5:04और फिर हमने देखा कि मार्च 29, 1984
को कितने लोगों को मारा गया? -
5:07 - 5:09आप सही सोच रहे हैं, छः
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5:09 - 5:15ज़ुआन दे दियोस, हूगो, मोईसेस और जोईलो
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5:15 - 5:19उन सबको अलग अलग जगहों से ला कर
उस दिन क़त्ल कर दिया गया था -
5:19 - 5:20अलग अलग समयों पर,
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5:20 - 5:21और सबको एक साथ दफ़न
कर दिया गया था -
5:21 - 5:25अब हमें मात्र इन परिवारों के
डीo एनo एo के ज़रूरत थी -
5:25 - 5:28तो हमने उनका पता लगाया
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5:28 - 5:32और उन शवों को उनके
परिवारजनो तक पहुँचाया. -
5:32 - 5:35जिस दूसरे केस के बारे में
मैं आपको बताऊँगा -
5:35 - 5:39वो है क्रेओमपाज (CREOMPAZ) नाम के
एक मिलिटेरी ठिकाने का -
5:39 - 5:43इस का मतलब होता है "शांति में विश्वास"
मगर इसका पूरा नाम है -
5:43 - 5:47रीजनल कमांड सेंटर फ़ोर
पीस-कीपिंग ऑपरेशनस -
5:47 - 5:51और यहाँ ही गौतेमाला की मिलिटरी
विदेशी शांति-सेनाओं का प्रशिक्षण करती है, -
5:51 - 5:54जो कि यूo एनo के
साथ काम करती हैं. -
5:54 - 5:57और हैती या कांगो जैसे देशों
में भेजी जाती हैं -
5:57 - 6:01और, हमारी पास गवाही है जिसमें
कहा गया है कि इसी मिलिटरी ठिकाने में -
6:01 - 6:03वो लाशें और वो क़ब्रें मिली थीं.
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6:03 - 6:07तो हम कि सर्च वारंट लेकर वहाँ गए
और दो घंटे के भीतर -
6:07 - 6:12हमने 84 क़ब्रें और उनमें दबी
533 लाशें निकाल ली थीं. -
6:12 - 6:15अब इस पर अगर सोचा जाए तो
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6:15 - 6:18लाशों की छाती पर शांति सेना का प्रशिक्षण
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6:18 - 6:20एक विडंबना ही है.
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6:22 - 6:27और ये लाशें - औंधे मुँह पड़ी,
हाथ पीछे बंधे हुए, -
6:27 - 6:29आँखों पे पट्टियाँ,
हज़ारों तरह की यातनायें -- -
6:29 - 6:33ये बेसहारा लोग थे जिन्हें
बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया. -
6:33 - 6:37वे लोग जिनकी राह 533 परिवार देख रहे हैं.
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6:37 - 6:39तो हम कब्र नम्बर 15 की बात करते हैं.
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6:39 - 6:43हमने देखा कि कब्र पंद्रह औरतों और
बच्चों की लाशों से पटी पड़ी थी, -
6:43 - 6:4563 लाशें.
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6:45 - 6:48और उसने तुरंत ही हमें
ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि -
6:48 - 6:51हे भगवान! ऐसा नृशंस
हत्याकांड कहाँ हुआ होगा? -
6:51 - 6:53जब मैं 1995 में गौतेमाला पहुँचा,
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6:53 - 6:58मैंने मई 14, 1982 में हुए
एक नरसंहार का क़िस्सा सुना था, -
6:58 - 7:01जिसमें आर्मी आयी, सारे मर्दों को मार डाला
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7:01 - 7:05और बच्चों और औरतों को हेलिकॉप्टर
में भर कर किसी अनजान जगह ले गयी. -
7:05 - 7:06और ज़रा सोचिए,
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7:06 - 7:10इस कब्र में मिले कपड़ों उस इलाक़े
में पहने जाने वाले कपड़ों से मेल खाते थे -
7:10 - 7:13जहां से इन लोगों को अगवा किया गया था,
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7:13 - 7:16जहां से इन औरतों और बच्चों को
जबरन उठा लिया गया था. -
7:16 - 7:18तो हमने डीo एनo एo जाँच की
और क्या पाया? -
7:18 - 7:21हमने मार्टिना रोज़ास और
मैनुअल चेन को पहचान लिया. -
7:21 - 7:24दोनो उस केस में लापता हुए थे
और हम उस का सबूत ला सके. -
7:24 - 7:27हमारे पास ठोस सबूत था कि
ये घटना वाक़ई हुई थी -
7:27 - 7:30और उन लोगों को इस मिलिटरी
ठिकाने तक लाया गया था. -
7:30 - 7:33उस समय मैनुअल चेन महज़ तीन का था.
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7:33 - 7:38उसकी माँ उसे पड़ोसी के पास छोड़ कर
नदी तक नहाने के लिए गई हुई थी. -
7:38 - 7:40बस तभी आर्मी आई
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7:40 - 7:43और उसे एक हेलिकॉप्टर में ले गयी
और वो दोबारा तब तक नहीं दिखा -
7:43 - 7:45जब तक वो हमें कब्र नम्बर
15 में नहीं मिला. -
7:45 - 7:51अब विज्ञान, पुरातत्व, मानव शास्त्र,
और आनुवंशिकी विज्ञान के ज़रिए -
7:51 - 7:54हम बेआवाज़ रह गए लोगों
को आवाज़ देने का काम कर रहे हैं. -
7:54 - 7:56हम उस से आगे भी कुछ कर रहे हैं.
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7:56 - 7:58हम इन मुक़दमों के लिए
सबूत भी इकट्ठा कर रहे हैं, -
7:58 - 8:01जैसे के पिछले साल गौटेमला
में चला नरसंहार का मुक़दमा -
8:01 - 8:06जहां जेनरल रीओस मांट को
नरसंहार के लिए 80 साल की सजा हुई. -
8:06 - 8:10तो आज मैं यहाँ आपको ये बताने आया हूँ
कि ऐसा हर जगह हो रहा है -- -
8:10 - 8:13मेक्सिको में -
आज़ हमारी आँखों के ठीक सामने -- -
8:13 - 8:14और अब हम इसे और नहीं
होने दे सकते हैं. -
8:14 - 8:17हमें साथ आना होगा और फ़ैसला करना होगा
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8:17 - 8:20कि अब हम और लोगों को
लापता नहीं होने देंगे. -
8:20 - 8:21और लापता नहीं, दोस्तों!
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8:21 - 8:23ठीक है? और कोई लापता नहीं होगा.
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8:23 - 8:25धन्यवाद
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8:25 - 8:28(तालियाँ)
- Title:
- न्यायिक जाँच से जुड़ा मानवशास्त्री जो लापता लोगों की अधूरी कहानी को अंत देता है
- Speaker:
- फ़्रेडी पेक्केरेल्ली
- Description:
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गौतेमाला की 36 साल पुरानी लड़ाई दो लाख सिविलीयनों का क़त्ल-ए-आम देख चुकी है -- और चालीस हज़ार से भी ज़्यादा लोगों को लापता कर चुकी है. शीर्ष स्तर के न्यायिक मानवशास्त्री (फ़ोरेंसिक ऐन्थ्रॉपॉलॉजिस्ट) फ़्रेडी पेक्केरेल्ली और उनका दल डीo एनo एo, पुरातत्व और कहानी कहने की कला का इस्तेमाल कर के मृतकों के परिवारजनो तक उनके प्रियजनो के पार्थिव शरीर पहुँचा रहे हैं. ये एक गम्भीर काम है मगर कहीं ना कहीं शांति भी प्रदान करता है - और कभी कभी, न्याय भी.
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 08:40
Arvind Patil approved Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Arvind Patil edited Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Arvind Patil edited Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Vatsala Shrivastava accepted Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Swapnil Dixit edited Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Swapnil Dixit edited Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" | ||
Swapnil Dixit edited Hindi subtitles for A forensic anthropologist who brings closure for the "disappeared" |