हम बैक्टीरियाका उपयोग कैंसर का पता लगाने केलिए कर सकते है (या शायद इलाज केलिए)
-
0:01 - 0:03आपको शायद यह एहसास
ना हो, लेकिन -
0:03 - 0:07हमारे संपूर्ण आकाशगंगा में जितने सितारे
हैं उससे ज्यादा आपके शरीर में जीवाणु हैं। -
0:08 - 0:11हमारे भीतर मौजूद जीवाणुओं की
यह अद्भुत दुनिया -
0:11 - 0:13हमारे स्वास्थ्य का एक अभिन्न अंग है,
ओैर हमारी -
0:13 - 0:16तकनीक इतनी तेजी् से
विकसित हो रही हॆै कि -
0:16 - 0:20आज हम इन जीवाणुओं को उसी प्रकार प्रोग्राम
कर सकते हेैं जैसे की कम्प्यूटर को| -
0:21 - 0:23अब, यह रेखा-चित्र जो आप यहां देख रहे हेैं,
-
0:23 - 0:25मेैं जानता हूं कि यह किसी प्रकार
का खेल दिख रहा हेै, -
0:25 - 0:30लेकिन असल में यह मेरे बनाए गए पहले
जीवाणू-संबंधी प्रोग्राम का खाका हेै -
0:30 - 0:33अौर जिस प्रकार सॉफ्टवेयर लिखते हेैं,
उसी प्रकार DNA को हम जीवाणू के -
0:33 - 0:36अन्दर विभिन्न एल्गोरिथ्म
एवं प्रोग्राम में छाप एवं लिख सकते हेैं -
0:37 - 0:40यह प्रोग्राम लयपूर्ण तरीके से
फ्लोरोसेंट प्रोटीन -
0:40 - 0:41पॆैदा करता हेै अौर एक छोटा
-
0:41 - 0:43अणु उत्पन्न करता हेै
जो जीवाणू -
0:43 - 0:45को संवाद करने एवं
समक्रमिक होने में मदद करता हेै, -
0:45 - 0:47जेैसा आप इस चलचित्र में देख रहे हेैं|
-
0:48 - 0:50यहाँ दिख रही जीवाणूओं की
बढ़ती हुइ बस्ती लगभग -
0:50 - 0:52मनुष्य के बाल की चौड़ाई
जितनी हॆै|अब, जो -
0:52 - 0:54आप नहीं देख सकते वह यह कि
हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम -
0:54 - 0:58इन जीवाणूओं को छोटे-छोटे
अणु पॆैदा करने का निर्देष देता हॆै, -
0:58 - 1:01अौर यह अणु हजारों अकेले जीवाणूओं
के बीच से यात्रा करते हुए -
1:01 - 1:04उन्हें चालू एवं बन्द
होने का संकेत देते हॆैं| -
1:04 - 1:07अौर इस स्तर पर जीवाणु भली भांती
समक्रमिक होते हॆैं, लेकिन चूंकि -
1:07 - 1:11इन जीवाणूओं को समक्रमिक रखने वाला यह अणु
केवल सीमित रफ़्तार से यात्रा कर सकता हॆै, -
1:11 - 1:15परिणामस्वरूप बड़ी बस्तियों
में एक दूसरे से दूर स्थित जीवाणूओं के बीच -
1:15 - 1:18यात्रा-संबंधी लहरें उत्पन्न होती हॆैं,
-
1:18 - 1:21अौर आप इन लहरों को स्क्रीन पर दाहिनी
ओर से बाईं तरफ़ जाते हुए देख सकते हॆैं| -
1:21 - 1:24अब, हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम
'कोरम सेनसिग' नामक एक -
1:24 - 1:25प्राकृतिक घटना पर
-
1:25 - 1:29आश्रित हॆै, जिसमें महत्वपूर्ण घनत्व पर
पहुँच कर जीवाणू समायोजित -
1:29 - 1:32एवं कभी-कभी विषमय
व्यवहार का प्रदर्षन करते हैं| -
1:32 - 1:34इस चल-चित्र में आप कोरम सेंसिग
को होते हुए देख -
1:34 - 1:38सकते हॆैं, जहाँ जीवाणुओं की बढ़ती हुई
बस्ती महत्वपूर्ण अथवा अधिक -
1:38 - 1:40घनत्व पर पहुँच कर चमकने लगती
हॆै|जेैसे-जॆैसे -
1:40 - 1:42कॉलोनी बाहर की तरफ
बढती हॆै, -
1:42 - 1:45हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम
इन फ्लोरोसेंट प्रोटीन -
1:45 - 1:48की लयबद्ध पैटर्न का निर्माण जारी रखता हॆै|
-
1:48 - 1:51इस विशेष फिल्म और प्रयोग को
हम सुपरनोवा कहते हैं, क्योंकि -
1:51 - 1:54यह एक विस्फोटित सितारे की
तरह लगता है। अब, इन खूबसूरत -
1:54 - 1:57पैटर्न को प्रोग्राम करने के
अलावा हम इन बैक्टीरिया -
1:57 - 1:59से और क्या करवा सकते हॆैं?
और मॆैने यह जानने का फैसला -
1:59 - 2:02किया कि कैसे हम हमारे
शरीर में कैंसर जॆैसे रोगों का -
2:02 - 2:05पता लगाने और उनके इलाज के लिए
बैक्टीरिया को प्रोग्राम कर -
2:06 - 2:08सकते हैं| बैक्टीरिया के बारे में
एक आश्चर्यजनक -
2:08 - 2:12बात यह हॆै कि वे स्वाभाविक रूप
से ट्यूमर के अंदर बढ़ सकते हैं| -
2:12 - 2:14ऐसा इसलिए क्योकि आमतौर
पर ट्यूमर के -
2:14 - 2:16अन्दर प्रतिरक्षा प्रणाली
की पहुँच नहीं होती है, -
2:16 - 2:18इसलिए बैक्टीरिया बढ़ने और
पनपने के लिए -
2:18 - 2:22इन ट्यूमर को खोज कर उनका
सुरक्षित स्थान के रूप में उपयोग करते हॆैं -
2:22 - 2:24हमने सुरक्षित एवं स्वास्थ्य
के लिए -
2:24 - 2:26लाभदायक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया
का उपयोग शुरू किया -
2:26 - 2:29और पाया कि जब इन्हें
मौखिक रूप से चूहों को दिया -
2:29 - 2:33गया तब यह प्रोबायोटिक्स चुनिंदा तौर पर
जिगर ट्यूमर के अंदर विकसित होने लगे। -
2:33 - 2:35हमने महसूस किया कि
प्रोबायोटिक्स की -
2:35 - 2:37उपस्थिति, फ़लस्वरूप,
ट्यूमर की उपस्थिति -
2:37 - 2:39
को उजागर करने का सबसे आसान तरीका है कि -
2:39 - 2:41इन बैक्टीरिया से एक संकेत
का उत्पादन करवाया -
2:41 - 2:43जाए जो मूत्र में पता लग जाए,
और इसलिए हमने -
2:43 - 2:45विशेष रूप से इन
प्रोबायोटिक्स को प्रोग्राम किया -
2:45 - 2:48जिससे वे एक अणु का निर्माण करें जो आपके
मूत्र का रंग बदल कर -
2:48 - 2:51कैंसर की उपस्थिति का संकेत करे|
-
2:51 - 2:53हमने यह भी प्रदर्षित किया यह तकनीक
-
2:53 - 2:56संवेदनशील और विशेष रूप से
लीवर कैंसर का पता लगा सकती हॆै, -
2:56 - 2:59जिसका पता लगाना अन्यथा चुनौतीपूर्ण हॆै |
-
3:00 - 3:03चूँकि यह बैक्टीरिया विशेषत:
ट्यूमर के प्रति स्थानीय होते हॆैं, -
3:03 - 3:05हम उन्हें न केवल कैंसर का
पता लगाने बल्कि उनसे ट्यूमर -
3:05 - 3:07वातावरण के भीतर से
चिकित्सीय अणुओं -
3:07 - 3:10का उत्पादन करवा के, जो मौजूदा
ट्यूमर को छोटा करते हेैं, उन्हें -
3:10 - 3:13कैंसर के इलाज के लिए
भी प्रोग्राम करते हैं, और -
3:13 - 3:16हम ऐसा कोरम सेंसिंग
प्रोग्राम्स का उपयोग कर के करते हॆैं, -
3:16 - 3:17जॆैसा आपने
पिछली फिल्मों में देखा| -
3:17 - 3:21कुल मिलाकर, कल्पना कीजीए
कि भविष्य में एक -
3:21 - 3:24प्रोग्राम्ड प्रोबायोटिक कैंसर या
अन्य बीमारियों -
3:24 - 3:26का पता लगा कर उनका इलाज कर सकता है।
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3:27 - 3:29बैक्टीरिया एवं जीवन को प्रोग्राम
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3:29 - 3:30करने की हमारी क्षमता
-
3:30 - 3:33कैंसर अनुसंधान के क्षेत्र में
नए क्षितिज खोलती है, और इस -
3:33 - 3:36दृष्टि को साझा करने के लिए
मैंने कलाकार विक मुनिझ के साथ -
3:36 - 3:38काम किया ब्रह्मांड का
प्रतीक बनाने -
3:38 - 3:41के लिए, जोकि पूरी तरह बैक्टीरिया या
कैंसर कोशिकाओं से बना हॆै । -
3:41 - 3:47अंत में, मेरी आशा है कि इस सूक्ष्म
ब्रह्मांड का सौंदर्य और उद्देश्य कैंसर -
3:47 - 3:52अनुसंधान के भविष्य के लिए नए
और रचनात्मक तरीकों को प्रेरित कर सके। -
3:52 - 3:54धन्यवाद|
-
3:54 - 3:58(वाहवाही)
- Title:
- हम बैक्टीरियाका उपयोग कैंसर का पता लगाने केलिए कर सकते है (या शायद इलाज केलिए)
- Speaker:
- तल डँनीनो
- Description:
-
लीवर कैंसर का पता लगाने के लिए सबसे कठिन कैंसरों में से एक है , लेकिन सिंथेटिक जीवविज्ञानी तल डँनीनो एक बाएं क्षेत्र सोचा था : हम ट्यूमर को खोजने के लिए "प्रोग्राम किया हुआ" किया गया था कि एक प्रोबायोटिक , खाद्य जीवाणु बना सकता है तो क्या होगा? कोरम संवेदन की उनकी शक्ति है, या वे महत्वपूर्ण जन तक पहुँचने के लिए एक बार एक साथ कुछ कर रही है : उनकी अंतर्दृष्टि हम सिर्फ बैक्टीरिया के बारे में समझने की शुरुआत कर रहे हैं कुछ कारनामे। एक साथ काम कर रहे चालाक बैक्टीरिया किसी दिन कैंसर के इलाज को बदल सकता है और कैसे - डँनीनो, एक TED Fellow , कैसे कोरम संवेदन काम करता बताते हैं।
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 04:11
Abhinav Garule edited Hindi subtitles for We can use bacteria to detect cancer (and maybe treat it) | ||
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