WEBVTT 00:00:00.788 --> 00:00:02.533 आपको शायद यह एहसास ना हो, लेकिन 00:00:02.533 --> 00:00:07.413 हमारे संपूर्ण आकाशगंगा में जितने सितारे हैं उससे ज्यादा आपके शरीर में जीवाणु हैं। 00:00:08.040 --> 00:00:11.167 हमारे भीतर मौजूद जीवाणुओं की यह अद्भुत दुनिया 00:00:11.167 --> 00:00:13.443 हमारे स्वास्थ्य का एक अभिन्न अंग है, ओैर हमारी 00:00:13.443 --> 00:00:15.532 तकनीक इतनी तेजी् से विकसित हो रही हॆै कि 00:00:15.532 --> 00:00:20.291 आज हम इन जीवाणुओं को उसी प्रकार प्रोग्राम कर सकते हेैं जैसे की कम्प्यूटर को| NOTE Paragraph 00:00:20.680 --> 00:00:22.939 अब, यह रेखा-चित्र जो आप यहां देख रहे हेैं, 00:00:22.939 --> 00:00:25.470 मेैं जानता हूं कि यह किसी प्रकार का खेल दिख रहा हेै, 00:00:25.470 --> 00:00:29.626 लेकिन असल में यह मेरे बनाए गए पहले जीवाणू-संबंधी प्रोग्राम का खाका हेै 00:00:29.626 --> 00:00:32.947 अौर जिस प्रकार सॉफ्टवेयर लिखते हेैं, उसी प्रकार DNA को हम जीवाणू के 00:00:32.947 --> 00:00:36.174 अन्दर विभिन्न एल्गोरिथ्म एवं प्रोग्राम में छाप एवं लिख सकते हेैं 00:00:36.824 --> 00:00:39.519 यह प्रोग्राम लयपूर्ण तरीके से फ्लोरोसेंट प्रोटीन 00:00:39.519 --> 00:00:40.957 पॆैदा करता हेै अौर एक छोटा 00:00:40.957 --> 00:00:42.559 अणु उत्पन्न करता हेै जो जीवाणू 00:00:42.559 --> 00:00:45.137 को संवाद करने एवं समक्रमिक होने में मदद करता हेै, 00:00:45.137 --> 00:00:46.975 जेैसा आप इस चलचित्र में देख रहे हेैं| 00:00:47.505 --> 00:00:49.785 यहाँ दिख रही जीवाणूओं की बढ़ती हुइ बस्ती लगभग 00:00:49.785 --> 00:00:51.778 मनुष्य के बाल की चौड़ाई जितनी हॆै|अब, जो 00:00:51.778 --> 00:00:54.285 आप नहीं देख सकते वह यह कि हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम 00:00:54.285 --> 00:00:57.768 इन जीवाणूओं को छोटे-छोटे अणु पॆैदा करने का निर्देष देता हॆै, 00:00:57.768 --> 00:01:01.181 अौर यह अणु हजारों अकेले जीवाणूओं के बीच से यात्रा करते हुए 00:01:01.181 --> 00:01:03.897 उन्हें चालू एवं बन्द होने का संकेत देते हॆैं| 00:01:03.897 --> 00:01:07.148 अौर इस स्तर पर जीवाणु भली भांती समक्रमिक होते हॆैं, लेकिन चूंकि 00:01:07.148 --> 00:01:11.142 इन जीवाणूओं को समक्रमिक रखने वाला यह अणु केवल सीमित रफ़्तार से यात्रा कर सकता हॆै, 00:01:11.142 --> 00:01:14.718 परिणामस्वरूप बड़ी बस्तियों में एक दूसरे से दूर स्थित जीवाणूओं के बीच 00:01:14.718 --> 00:01:17.620 यात्रा-संबंधी लहरें उत्पन्न होती हॆैं, 00:01:17.620 --> 00:01:21.356 अौर आप इन लहरों को स्क्रीन पर दाहिनी ओर से बाईं तरफ़ जाते हुए देख सकते हॆैं| NOTE Paragraph 00:01:21.356 --> 00:01:24.144 अब, हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम 'कोरम सेनसिग' नामक एक 00:01:24.144 --> 00:01:25.317 प्राकृतिक घटना पर 00:01:25.317 --> 00:01:28.649 आश्रित हॆै, जिसमें महत्वपूर्ण घनत्व पर पहुँच कर जीवाणू समायोजित 00:01:28.649 --> 00:01:31.590 एवं कभी-कभी विषमय व्यवहार का प्रदर्षन करते हैं| 00:01:31.590 --> 00:01:34.245 इस चल-चित्र में आप कोरम सेंसिग को होते हुए देख 00:01:34.245 --> 00:01:37.887 सकते हॆैं, जहाँ जीवाणुओं की बढ़ती हुई बस्ती महत्वपूर्ण अथवा अधिक 00:01:37.887 --> 00:01:40.258 घनत्व पर पहुँच कर चमकने लगती हॆै|जेैसे-जॆैसे 00:01:40.258 --> 00:01:42.100 कॉलोनी बाहर की तरफ बढती हॆै, 00:01:42.100 --> 00:01:45.251 हमारा आनुवंशिक प्रोग्राम इन फ्लोरोसेंट प्रोटीन 00:01:45.251 --> 00:01:47.619 की लयबद्ध पैटर्न का निर्माण जारी रखता हॆै| 00:01:47.619 --> 00:01:51.310 इस विशेष फिल्म और प्रयोग को हम सुपरनोवा कहते हैं, क्योंकि 00:01:51.310 --> 00:01:54.340 यह एक विस्फोटित सितारे की तरह लगता है। अब, इन खूबसूरत NOTE Paragraph 00:01:54.340 --> 00:01:56.730 पैटर्न को प्रोग्राम करने के अलावा हम इन बैक्टीरिया 00:01:56.730 --> 00:01:59.321 से और क्या करवा सकते हॆैं? और मॆैने यह जानने का फैसला 00:01:59.321 --> 00:02:01.900 किया कि कैसे हम हमारे शरीर में कैंसर जॆैसे रोगों का 00:02:01.900 --> 00:02:04.689 पता लगाने और उनके इलाज के लिए बैक्टीरिया को प्रोग्राम कर 00:02:06.009 --> 00:02:08.307 सकते हैं| बैक्टीरिया के बारे में एक आश्चर्यजनक 00:02:08.307 --> 00:02:11.744 बात यह हॆै कि वे स्वाभाविक रूप से ट्यूमर के अंदर बढ़ सकते हैं| 00:02:11.744 --> 00:02:13.508 ऐसा इसलिए क्योकि आमतौर पर ट्यूमर के 00:02:13.508 --> 00:02:15.923 अन्दर प्रतिरक्षा प्रणाली की पहुँच नहीं होती है, 00:02:15.923 --> 00:02:17.920 इसलिए बैक्टीरिया बढ़ने और पनपने के लिए 00:02:17.920 --> 00:02:21.751 इन ट्यूमर को खोज कर उनका सुरक्षित स्थान के रूप में उपयोग करते हॆैं 00:02:21.751 --> 00:02:23.585 हमने सुरक्षित एवं स्वास्थ्य के लिए 00:02:23.585 --> 00:02:26.209 लाभदायक प्रोबायोटिक बैक्टीरिया का उपयोग शुरू किया 00:02:26.209 --> 00:02:28.670 और पाया कि जब इन्हें मौखिक रूप से चूहों को दिया 00:02:28.670 --> 00:02:32.826 गया तब यह प्रोबायोटिक्स चुनिंदा तौर पर जिगर ट्यूमर के अंदर विकसित होने लगे। 00:02:32.826 --> 00:02:34.780 हमने महसूस किया कि प्रोबायोटिक्स की 00:02:34.780 --> 00:02:36.861 उपस्थिति, फ़लस्वरूप, ट्यूमर की उपस्थिति 00:02:36.861 --> 00:02:38.724 को उजागर करने का सबसे आसान तरीका है कि 00:02:38.724 --> 00:02:40.953 इन बैक्टीरिया से एक संकेत का उत्पादन करवाया 00:02:40.953 --> 00:02:43.069 जाए जो मूत्र में पता लग जाए, और इसलिए हमने 00:02:43.069 --> 00:02:45.481 विशेष रूप से इन प्रोबायोटिक्स को प्रोग्राम किया 00:02:45.481 --> 00:02:48.360 जिससे वे एक अणु का निर्माण करें जो आपके मूत्र का रंग बदल कर 00:02:48.360 --> 00:02:51.170 कैंसर की उपस्थिति का संकेत करे| 00:02:51.170 --> 00:02:53.180 हमने यह भी प्रदर्षित किया यह तकनीक 00:02:53.180 --> 00:02:56.370 संवेदनशील और विशेष रूप से लीवर कैंसर का पता लगा सकती हॆै, 00:02:56.370 --> 00:02:59.060 जिसका पता लगाना अन्यथा चुनौतीपूर्ण हॆै | NOTE Paragraph 00:02:59.891 --> 00:03:02.890 चूँकि यह बैक्टीरिया विशेषत: ट्यूमर के प्रति स्थानीय होते हॆैं, 00:03:02.890 --> 00:03:05.478 हम उन्हें न केवल कैंसर का पता लगाने बल्कि उनसे ट्यूमर 00:03:05.478 --> 00:03:07.266 वातावरण के भीतर से चिकित्सीय अणुओं 00:03:07.266 --> 00:03:10.493 का उत्पादन करवा के, जो मौजूदा ट्यूमर को छोटा करते हेैं, उन्हें 00:03:10.493 --> 00:03:12.815 कैंसर के इलाज के लिए भी प्रोग्राम करते हैं, और 00:03:12.815 --> 00:03:15.570 हम ऐसा कोरम सेंसिंग प्रोग्राम्स का उपयोग कर के करते हॆैं, NOTE Paragraph 00:03:15.570 --> 00:03:17.413 जॆैसा आपने पिछली फिल्मों में देखा| NOTE Paragraph 00:03:17.413 --> 00:03:21.110 कुल मिलाकर, कल्पना कीजीए कि भविष्य में एक 00:03:21.110 --> 00:03:23.589 प्रोग्राम्ड प्रोबायोटिक कैंसर या अन्य बीमारियों 00:03:23.589 --> 00:03:26.170 का पता लगा कर उनका इलाज कर सकता है। 00:03:26.960 --> 00:03:28.604 बैक्टीरिया एवं जीवन को प्रोग्राम 00:03:28.604 --> 00:03:30.299 करने की हमारी क्षमता 00:03:30.299 --> 00:03:33.248 कैंसर अनुसंधान के क्षेत्र में नए क्षितिज खोलती है, और इस 00:03:33.248 --> 00:03:35.983 दृष्टि को साझा करने के लिए मैंने कलाकार विक मुनिझ के साथ 00:03:35.983 --> 00:03:37.799 काम किया ब्रह्मांड का प्रतीक बनाने 00:03:37.799 --> 00:03:41.440 के लिए, जोकि पूरी तरह बैक्टीरिया या कैंसर कोशिकाओं से बना हॆै । 00:03:41.443 --> 00:03:46.645 अंत में, मेरी आशा है कि इस सूक्ष्म ब्रह्मांड का सौंदर्य और उद्देश्य कैंसर 00:03:46.645 --> 00:03:51.544 अनुसंधान के भविष्य के लिए नए और रचनात्मक तरीकों को प्रेरित कर सके। NOTE Paragraph 00:03:51.544 --> 00:03:54.168 धन्यवाद| NOTE Paragraph 00:03:54.168 --> 00:03:57.934 (वाहवाही)