कैसे कही भी एक छोटे से वन को विकसित कर सकते है
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0:00 - 0:02मै एक औद्योगिक अभियंता हूँ|
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0:03 - 0:05मेरे जीवन का लक्ष्य हमेशा से रहा है कि मै बनाउ
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0:05 - 0:07अधिक से अधिक उत्पाद
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0:07 - 0:09समय और संसाधनों की कम से कम मात्रा में|
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0:09 - 0:11टोयोटा में काम करते वक्त
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0:11 - 0:13मैं सिर्फ गाड़ियां बनाना जानता था|
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0:13 - 0:15जब तक मुझे डॉ. अकीरा मियावाकी नही मिले
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0:15 - 0:19जो आये थे हमारे कारखाने में
वन बनाने के लिए -
0:19 - 0:21जिससे उससे कार्बन तटस्थ बनाये जा सके
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0:21 - 0:23मैं इतना मोहित हो गया था
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0:23 - 0:26कि मैंने इस कार्यप्रणाली को
सिखने का फैसला किया -
0:26 - 0:29इस टीम में एक स्वयंसेवक के
रूप में शामिल होकर| -
0:29 - 0:30जल्द ही, मैने एक वन बनाना शुरू कर दिया
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0:30 - 0:33मेरे घर के पीछे आँगन में
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0:33 - 0:37और तीन साल के बाद यह इस तरह दीखता है
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0:37 - 0:38ये वन
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0:38 - 0:40एक पारंपरिक वृक्षरोपन की तुलना में
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0:40 - 0:42१० गुना तेजी से बढते है,
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0:42 - 0:45वह ३० गुना अधिक घने हैं,
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0:45 - 0:49सौ गुना से भी ज्यादा जैव-विविधता है
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0:49 - 0:52हमारे घर के पीछे आँगन में
इस वन के दो वर्ष के भीतर -
0:52 - 0:54भूजल के निरिक्षण से मुझे पता चला कि
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0:54 - 0:56गर्मियों के दौरान सूखता नहीं था,
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0:56 - 0:58इस क्षेत्र में पशु प्रजातियों की संख्या
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0:58 - 1:00दो गुनी हो गई थी|
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1:00 - 1:01हवा की गुणवत्ता बेहतर हो गई थी|
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1:01 - 1:04और हमेने मौसमी फलों की कटाई शुरू कर दी
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1:04 - 1:05जो अनायास बढ़ रहे थे
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1:05 - 1:08ठीक हमारे घर के पीछे आँगन में।
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1:08 - 1:10मैं ऐसे और वन बनाना चाहता था
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1:10 - 1:12मैं सारे परिणामो से इतना प्रभावित हुआ
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1:12 - 1:13कि मैं इन वनों को
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1:13 - 1:17उसी खुशाग्रता से बनाना चाहता था
जिस खुशाग्रता से गाड़ियों को बनाया जाता है -
1:17 - 1:20या फिर सॉफ्टवेयर लिखी जाती है
फिर मुख्याधारा व्यापार किया जाता है -
1:20 - 1:22इसीलिए मैने एक संगठन की स्थापना की
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1:22 - 1:24जो पुरे दौरान में सेवा प्रदाता के
रूप में काम करे -
1:24 - 1:27इन देसी प्रतिक्रिया वनों को बनाने के लिए
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1:27 - 1:30लेकिन वनीकरण को एक मुख्यधारा के
व्यवसाय के रूप में बनाने के लिए -
1:30 - 1:32या फिर एक उद्योग बनाने के लिए
हमे मानकीकरण करना पड़ता -
1:32 - 1:34वन बनाने की प्रक्रिया को
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1:34 - 1:37इसीलिए हमने टोयोटा उत्पादन
प्रणाली को माणक बनाया -
1:37 - 1:40जिसे उसकी गुणवत्ता और दक्षता
के लिए जाना जाता है -
1:40 - 1:42वन बनाने की प्रक्रिया में।
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1:42 - 1:44'एक उदाहरण के लिए, टीपीएस का मूल,
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1:44 - 1:48टोयोटा प्रोड्क्शन सिस्टम, हेइजुनका में है|
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1:48 - 1:49जिसका मतलब है निर्माण करना|
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1:49 - 1:52गाड़ियों के अलग अलग प्रतिरूप को
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1:52 - 1:54एक ही निर्माण रेखा पर |
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1:54 - 1:57हमने इन गाड़ियों को वृक्षों से
प्रतिस्थापित कर दिया -
1:57 - 2:00जिसका उपयोग करके हम
बहुस्तरीय वन बना सकते है -
2:00 - 2:03इन वनों में सौ प्रतिशक सीधी
जगह उपयोग होता है -
2:03 - 2:04ये इतने घने है
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2:04 - 2:06कि आप इनमे से चल के भी नही जा सकते|
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2:08 - 2:10उदहारण के लिए, हम एक ३०० वृक्षों का
वन बना सकते है -
2:10 - 2:13उतनी सी जगह में, जितने में
६ गाडियों की पार्किंग हो सकती है -
2:15 - 2:19लागत और हमारे अपने कार्बन
पदचिन्ह को काम करने के लिए -
2:19 - 2:21हमने स्थानीय बायोमास का उपयोग शुरू कर दिया
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2:21 - 2:23मिट्टी में सुधार और उर्वरक के रूप में
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2:24 - 2:27उदाहरण के लिए नारियल
को गोल की यंत्र में कुचल के -
2:27 - 2:29चावल के भूसे के साथ मिश्रित कर के
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2:30 - 2:34फिर उसी चावल की भुस्सी का चूर्ण
जैविक खाद के साथ मिश्रित करके -
2:34 - 2:37अंत में मिट्टी में फेंक दीया जाता है, जिस पर
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2:37 - 2:38हमारे वन को बोया जाता है।
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2:38 - 2:41लगाये जाने के बाद, हम घांस
फिर चावल के भूसे का उपयोग -
2:41 - 2:43मिट्टी का आवरण करने के लिए होता है|
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2:43 - 2:45जिससे की सारा पानी सिंचाई में चला जाता है
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2:45 - 2:47और सुख कर वायुमंडल में वापिस ना मिल जाए।
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2:48 - 2:50और इन सरल सुधारणा का उपयोग करके
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2:50 - 2:51आज हम घरों एक वन बना सकते है|
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2:51 - 2:55ही उतने फिर लागत में जितने लागत में
एक आय फोन का खर्च मिलता है| -
2:56 - 2:58आज, हम घरों में वन बना रहें है
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2:58 - 3:02शालाओ में, यहाँ तक कि कॉर्पोरेट्स के साथ
कारखानों में भी बनाया जा रहें है| -
3:02 - 3:04लेकिन, यह काफी नही हैं।
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3:04 - 3:06ऐसे, लोंगो की बड़ी संख्या है|
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3:06 - 3:09जो मामलो को अपने हाथो में लेना चाहते है।
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3:09 - 3:10इसीलिए, हमने ये होने दिया।
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3:11 - 3:15आज, हम एक इंटरनेट आधारित मंच
या प्लेटफ़ॉर्म बराबर काम कर रहें है| -
3:15 - 3:18जहां हम हमारी कार्यप्रणाली को फिर साझा करे
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3:18 - 3:19एक खुले स्त्रोत पर|
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3:19 - 3:21जिसका उपयोग करके कोई भी और सभी
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3:21 - 3:23स्वयं के वन बना सकते है|
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3:23 - 3:25बिना हमारे भौतिक उपस्थिति के,
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3:25 - 3:26हमारी पढाई का उपयोग करके
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3:26 - 3:28'एक बटन के क्लिक पर,
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3:28 - 3:30वे सभी स्वदेशी प्रजातियों के
बारे में पता कर सकते है -
3:30 - 3:32जो उनके जगह में पाए जाते है|
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3:32 - 3:35स्थल पर एक छोटा सा जांच उपकरण स्थापित करके
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3:35 - 3:38हम दूरवर्ती मिट्टी परिक्षण कर सकते है
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3:38 - 3:42जिसका उपयोग करके हम,
कदम दर कदम निर्देश दे सकते है -
3:42 - 3:45वन बनाने की प्रक्रिया से दूर बैठे ही|
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3:45 - 3:48इसके अलावा, हम इस वन के
विकास की निगरानी कर सकते है -
3:48 - 3:50स्थल पर जाए बिना।
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3:52 - 3:53मुझे विश्वास है कि इस कार्यप्रणाली में
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3:53 - 3:55एक संभावना है
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3:55 - 3:58बाटने से, हम वास्तव में अपने देसी
वनो को वापस ला सकते है| -
3:58 - 4:00अब, आप जब घर वापिस जाते
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4:00 - 4:01और रास्ते में आपको
एक बंजर जमींन दिखती है -
4:01 - 4:05याद रखिये कि ये भी
एक संभावित वन हो सकता है| -
4:05 - 4:07आप सबका बहुत धन्यवाद। धन्यवाद।
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4:07 - 4:09(तालियाँ)
- Title:
- कैसे कही भी एक छोटे से वन को विकसित कर सकते है
- Speaker:
- शुभेंदु शर्मा
- Description:
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मनुष्यों द्वारा लगाया गया एक वन, फिर उससे प्रकृति के अपने उपकारोंके लिए छोड़ने के बाद, आम तौर पर तैयार होने के लिए कम से कम सौ साल लगते है.| लेकिन क्या होगा अगर हम इस प्रक्रिया को दस गुना तेज कर सकते? इस छोटी वार्ता में, पर्यावरण के व्यवसायी (और TED फेलो) शुभेंदु शर्मा समझाते है कि कैसे के वन्न परिस्थिति की तंत्र या एको सिस्टम बना सकते है, कहीं भी|
- Video Language:
- English
- Team:
- closed TED
- Project:
- TEDTalks
- Duration:
- 04:22
Abhinav Garule approved Hindi subtitles for An engineer's vision for tiny forests, everywhere | ||
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Omprakash Bisen accepted Hindi subtitles for An engineer's vision for tiny forests, everywhere | ||
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Omprakash Bisen
This is transliteration not translation.
For Example:
"main ek audyogika abhiyanta hun" should be
मैं एक आधुनिक अभियंता हूँ
Omprakash Bisen
"main ek audyogika abhiyanta hun" should be
मैं एक औधोगिक अभियंता हूँ