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कैसे कही भी एक छोटे से वन को विकसित कर सकते है

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    मै एक औद्योगिक अभियंता हूँ|
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    मेरे जीवन का लक्ष्य हमेशा से रहा है कि मै बनाउ
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    अधिक से अधिक उत्पाद
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    समय और संसाधनों की कम से कम मात्रा में|
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    टोयोटा में काम करते वक्त
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    मैं सिर्फ गाड़ियां बनाना जानता था|
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    जब तक मुझे डॉ. अकीरा मियावाकी नही मिले
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    जो आये थे हमारे कारखाने में
    वन बनाने के लिए
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    जिससे उससे कार्बन तटस्थ बनाये जा सके
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    मैं इतना मोहित हो गया था
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    कि मैंने इस कार्यप्रणाली को
    सिखने का फैसला किया
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    इस टीम में एक स्वयंसेवक के
    रूप में शामिल होकर|
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    जल्द ही, मैने एक वन बनाना शुरू कर दिया
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    मेरे घर के पीछे आँगन में
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    और तीन साल के बाद यह इस तरह दीखता है
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    ये वन
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    एक पारंपरिक वृक्षरोपन की तुलना में
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    १० गुना तेजी से बढते है,
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    वह ३० गुना अधिक घने हैं,
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    सौ गुना से भी ज्यादा जैव-विविधता है
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    हमारे घर के पीछे आँगन में
    इस वन के दो वर्ष के भीतर
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    भूजल के निरिक्षण से मुझे पता चला कि
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    गर्मियों के दौरान सूखता नहीं था,
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    इस क्षेत्र में पशु प्रजातियों की संख्या
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    दो गुनी हो गई थी|
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    हवा की गुणवत्ता बेहतर हो गई थी|
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    और हमेने मौसमी फलों की कटाई शुरू कर दी
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    जो अनायास बढ़ रहे थे
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    ठीक हमारे घर के पीछे आँगन में।
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    मैं ऐसे और वन बनाना चाहता था
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    मैं सारे परिणामो से इतना प्रभावित हुआ
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    कि मैं इन वनों को
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    उसी खुशाग्रता से बनाना चाहता था
    जिस खुशाग्रता से गाड़ियों को बनाया जाता है
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    या फिर सॉफ्टवेयर लिखी जाती है
    फिर मुख्याधारा व्यापार किया जाता है
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    इसीलिए मैने एक संगठन की स्थापना की
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    जो पुरे दौरान में सेवा प्रदाता के
    रूप में काम करे
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    इन देसी प्रतिक्रिया वनों को बनाने के लिए
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    लेकिन वनीकरण को एक मुख्यधारा के
    व्यवसाय के रूप में बनाने के लिए
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    या फिर एक उद्योग बनाने के लिए
    हमे मानकीकरण करना पड़ता
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    वन बनाने की प्रक्रिया को
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    इसीलिए हमने टोयोटा उत्पादन
    प्रणाली को माणक बनाया
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    जिसे उसकी गुणवत्ता और दक्षता
    के लिए जाना जाता है
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    वन बनाने की प्रक्रिया में।
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    'एक उदाहरण के लिए, टीपीएस का मूल,
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    टोयोटा प्रोड्क्शन सिस्टम, हेइजुनका में है|
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    जिसका मतलब है निर्माण करना|
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    गाड़ियों के अलग अलग प्रतिरूप को
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    एक ही निर्माण रेखा पर |
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    हमने इन गाड़ियों को वृक्षों से
    प्रतिस्थापित कर दिया
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    जिसका उपयोग करके हम
    बहुस्तरीय वन बना सकते है
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    इन वनों में सौ प्रतिशक सीधी
    जगह उपयोग होता है
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    ये इतने घने है
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    कि आप इनमे से चल के भी नही जा सकते|
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    उदहारण के लिए, हम एक ३०० वृक्षों का
    वन बना सकते है
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    उतनी सी जगह में, जितने में
    ६ गाडियों की पार्किंग हो सकती है
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    लागत और हमारे अपने कार्बन
    पदचिन्ह को काम करने के लिए
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    हमने स्थानीय बायोमास का उपयोग शुरू कर दिया
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    मिट्टी में सुधार और उर्वरक के रूप में
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    उदाहरण के लिए नारियल
    को गोल की यंत्र में कुचल के
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    चावल के भूसे के साथ मिश्रित कर के
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    फिर उसी चावल की भुस्सी का चूर्ण
    जैविक खाद के साथ मिश्रित करके
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    अंत में मिट्टी में फेंक दीया जाता है, जिस पर
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    हमारे वन को बोया जाता है।
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    लगाये जाने के बाद, हम घांस
    फिर चावल के भूसे का उपयोग
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    मिट्टी का आवरण करने के लिए होता है|
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    जिससे की सारा पानी सिंचाई में चला जाता है
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    और सुख कर वायुमंडल में वापिस ना मिल जाए।
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    और इन सरल सुधारणा का उपयोग करके
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    आज हम घरों एक वन बना सकते है|
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    ही उतने फिर लागत में जितने लागत में
    एक आय फोन का खर्च मिलता है|
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    आज, हम घरों में वन बना रहें है
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    शालाओ में, यहाँ तक कि कॉर्पोरेट्स के साथ
    कारखानों में भी बनाया जा रहें है|
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    लेकिन, यह काफी नही हैं।
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    ऐसे, लोंगो की बड़ी संख्या है|
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    जो मामलो को अपने हाथो में लेना चाहते है।
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    इसीलिए, हमने ये होने दिया।
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    आज, हम एक इंटरनेट आधारित मंच
    या प्लेटफ़ॉर्म बराबर काम कर रहें है|
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    जहां हम हमारी कार्यप्रणाली को फिर साझा करे
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    एक खुले स्त्रोत पर|
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    जिसका उपयोग करके कोई भी और सभी
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    स्वयं के वन बना सकते है|
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    बिना हमारे भौतिक उपस्थिति के,
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    हमारी पढाई का उपयोग करके
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    'एक बटन के क्लिक पर,
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    वे सभी स्वदेशी प्रजातियों के
    बारे में पता कर सकते है
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    जो उनके जगह में पाए जाते है|
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    स्थल पर एक छोटा सा जांच उपकरण स्थापित करके
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    हम दूरवर्ती मिट्टी परिक्षण कर सकते है
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    जिसका उपयोग करके हम,
    कदम दर कदम निर्देश दे सकते है
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    वन बनाने की प्रक्रिया से दूर बैठे ही|
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    इसके अलावा, हम इस वन के
    विकास की निगरानी कर सकते है
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    स्थल पर जाए बिना।
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    मुझे विश्वास है कि इस कार्यप्रणाली में
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    एक संभावना है
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    बाटने से, हम वास्तव में अपने देसी
    वनो को वापस ला सकते है|
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    अब, आप जब घर वापिस जाते
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    और रास्ते में आपको
    एक बंजर जमींन दिखती है
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    याद रखिये कि ये भी
    एक संभावित वन हो सकता है|
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    आप सबका बहुत धन्यवाद। धन्यवाद।
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    (तालियाँ)
Title:
कैसे कही भी एक छोटे से वन को विकसित कर सकते है
Speaker:
शुभेंदु शर्मा
Description:

मनुष्यों द्वारा लगाया गया एक वन, फिर उससे प्रकृति के अपने उपकारोंके लिए छोड़ने के बाद, आम तौर पर तैयार होने के लिए कम से कम सौ साल लगते है.| लेकिन क्या होगा अगर हम इस प्रक्रिया को दस गुना तेज कर सकते? इस छोटी वार्ता में, पर्यावरण के व्यवसायी (और TED फेलो) शुभेंदु शर्मा समझाते है कि कैसे के वन्न परिस्थिति की तंत्र या एको सिस्टम बना सकते है, कहीं भी|

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Video Language:
English
Team:
closed TED
Project:
TEDTalks
Duration:
04:22
  • This is transliteration not translation.
    For Example:
    "main ek audyogika abhiyanta hun" should be
    मैं एक आधुनिक अभियंता हूँ

  • "main ek audyogika abhiyanta hun" should be
    मैं एक औधोगिक अभियंता हूँ

Hindi subtitles

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