0:00:00.881,0:00:02.492 मैं आप को बताना चाहता हूँ 0:00:02.492,0:00:02.765 उच्च शिक्षा का एक नया मॉडल, 0:00:05.141,0:00:08.180 ऐसा मॉडल जिसे बढावा मिले 0:00:08.180,0:00:10.650 तो वो उन तमाम लोगों की समझ को बढा सकता है 0:00:10.650,0:00:14.623 उन लाखों रचनात्मक और धुनी लोगों की समझ को 0:00:16.501,0:00:17.982 जो इस मॉडल के बिना पीछे छूट जायेंगे। 0:00:17.982,0:00:19.436 एक नज़र दुनिया पर डालिये। 0:00:19.436,0:00:22.258 कोई भी जगह चुन कर उसे ध्यान से देखिये। 0:00:22.258,0:00:26.807 आपको उच्च शिक्षा के लिये बेताब लोग मिलेंगे। 0:00:26.807,0:00:28.693 आइये उन में से कुछ से मुलाकात करें। 0:00:28.693,0:00:30.465 पैट्रिक। 0:00:30.465,0:00:32.760 पैट्रिक का जन्म लाईबेरिया में हुआ 0:00:32.760,0:00:35.770 २० बच्चों के परिवार में। 0:00:35.770,0:00:40.091 गृह युद्ध के दौरान, उन्हें और उनके परिवार को 0:00:40.091,0:00:42.263 भाग कर नाइजीरिया जाना पडा। 0:00:42.263,0:00:45.230 वहाँ, अपने हालातों के बावज़ूद, 0:00:45.230,0:00:49.384 उन्होंने हाई-स्कूल लगभग पूरे अंकों से पास किया। 0:00:49.384,0:00:52.040 वो अपनी शिक्षा जारी रख कर उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहते थे, 0:00:52.040,0:00:53.840 मगर अपने परिवार के चलते, 0:00:53.840,0:00:55.672 जो कि गरीबी में डूबा था, 0:00:55.672,0:00:57.944 उन्हें जल्द ही दक्षिणी अफ़्रीका भेज दिया गया 0:00:57.944,0:01:00.144 कि जाओ, कमाओं, और पैसे भेजो 0:01:00.144,0:01:03.000 जिस से घर परिवार की रोटी चले। 0:01:03.000,0:01:06.892 पैट्रिक ने उच्च शिक्षा के अपने सपने को कभी नहीं छोडा। 0:01:06.892,0:01:09.244 काम के बाद, देर रात 0:01:09.244,0:01:13.680 उन्होंने इंटरनेट पर पढाई करने के तरीकों को ढूँढा। 0:01:13.680,0:01:14.880 डेबी से मिलिये। 0:01:14.880,0:01:17.486 डेबी फ़्लोरिडा की हैं। 0:01:17.486,0:01:19.704 उनके माता-पिता कभी कॉलेज नहीं गये, 0:01:19.704,0:01:22.756 और न ही उन के भाई-बहन। 0:01:22.756,0:01:26.036 डेबी ने सारी ज़िंदगी काम किया, 0:01:26.036,0:01:29.847 टैक्स भरे, और महीने दर महीने अपना खर्च चलाया, 0:01:29.847,0:01:32.199 अपने अमेरिकन ड्रीम के साथ जीते हुए, 0:01:32.199,0:01:34.646 ऐसा सपना जो कभी भी साकार नही होता 0:01:34.646,0:01:36.870 बिना उच्च शिक्षा के। 0:01:36.870,0:01:39.310 मगर डेबी कभी इतनी बचत नहीं कर सकीं 0:01:39.310,0:01:40.448 कि उच्च शिक्षा की कीमत चुका सकें। 0:01:40.448,0:01:42.802 वो फ़ीस देने में सक्षम नहीं थीं। 0:01:42.802,0:01:45.550 न ही वो अपनी महीने दर महीने की कमाई छोड सकती थीं। 0:01:45.550,0:01:47.726 वाएल से मिलिये। 0:01:47.726,0:01:49.910 वायल सीरिया से हैं। 0:01:49.910,0:01:53.404 उन्होंने करीबी से महसूस किया है 0:01:53.404,0:01:55.762 उस बेचारगी, डर और नाकामयाबी को, 0:01:55.762,0:01:58.697 जो उन के देश पर लाद दी गयी। 0:01:58.697,0:02:01.232 वो शिक्षा में गहरा विश्वास रखते हैं। 0:02:01.232,0:02:03.672 उन्हें पता था कि अगर उन्हें मौका मिले 0:02:03.672,0:02:05.189 उच्च शिक्षा ग्रहण करने का, 0:02:05.189,0:02:07.980 जीवन में आगे बढने का, 0:02:07.980,0:02:10.232 तो वो ज्यादा सक्षम होंगे 0:02:10.232,0:02:14.121 इस दुनिया के उतार-चढाव झेलने में। 0:02:14.121,0:02:17.146 उच्च शिक्षा के मौजूदा मॉडल ने 0:02:17.146,0:02:20.282 पैट्रिक, डेबी और वाएल को केवल निराश ही किया 0:02:20.282,0:02:22.562 ठीक वैसे ही जैसे कि 0:02:22.562,0:02:25.210 वो और लाखों होनहार छात्रों को निराश करता है। 0:02:25.210,0:02:28.324 लाखों लोग जो हाई स्कूल पास कर लेते है, 0:02:28.324,0:02:31.690 वो लाखों जिन्हें उच्च शिक्षा पाने का हक़ है, 0:02:31.690,0:02:33.506 वो लाखों जो आगे पढना चाहते हैं 0:02:33.506,0:02:37.367 मगर तमाम कारणों से नहीं कर सकते। 0:02:37.367,0:02:40.412 पहला कारण, पैसे की कमी। 0:02:40.412,0:02:43.331 हम सब जानते हैं कि यूनिवर्सिटी जाना किस कदर महँगा है। 0:02:43.331,0:02:45.459 दुनिया के ज्यादातर भागों में, 0:02:45.459,0:02:47.827 उच्च शिक्षा लगभग नामुमकिन ही है 0:02:47.827,0:02:50.283 एक आम आदमी के लिये। 0:02:50.283,0:02:52.175 ये शायद सबसे बडी समस्या है 0:02:52.175,0:02:54.704 हमारे समाज और दुनिया की। 0:02:54.704,0:02:58.282 उच्च शिक्षा सबका मौलिक अधिकार होने के बजाय 0:02:58.282,0:03:01.971 सिर्फ़ कुछ ही लोगों का विषेशाधिकार या बपौती बन चुकी है। 0:03:01.971,0:03:05.940 दूसरा कारण, सामजिक रूढियाँ 0:03:05.940,0:03:08.882 वो छात्र जो कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने लायक हैं, 0:03:08.882,0:03:12.970 खर्चा उठा सकते हैं, पढना चाहते है, वो भी नहीं कर सकते 0:03:12.970,0:03:16.266 क्योंकि ये उन के समाज की रीति नहीं हैं, 0:03:16.266,0:03:18.670 औरतों के लिये "उचित" नहीं है। 0:03:18.670,0:03:21.234 अनगिनत औरतों की यही कहानी है 0:03:21.234,0:03:23.010 अफ़्रीका में, मिसाल के तौर पर, 0:03:23.010,0:03:25.120 कि उन्हें उच्च शिक्षा से दूर रखा जाता है 0:03:25.120,0:03:27.722 क्योंकि सामाजिक तौर पर इसका रिवाज़ नहीं हैं। 0:03:27.722,0:03:30.110 और तीसरा कारण सुनिये: 0:03:30.110,0:03:33.742 यूनेस्को के अनुसार, सन 2025 में, 0:03:33.742,0:03:36.970 दस करोड छात्र 0:03:36.970,0:03:39.400 उच्च शिक्षा पाने से वंचित रह जायेंगे 0:03:39.400,0:03:43.211 सिर्फ़ इस लिये कि कॉलेजों में इतनी सीटें ही नहीं होंगी कि 0:03:43.211,0:03:46.338 उन सबको मौका दिया जाये। 0:03:46.338,0:03:47.600 वो प्रवेश परीक्षा देंगे, 0:03:47.600,0:03:49.355 वो प्रवेश परीक्षा पास भी कर लेंगे, 0:03:49.355,0:03:51.748 मगर फिर भी उन्हें मौका नहीं मिलेगा 0:03:51.748,0:03:55.416 क्योंकि इतनी जगह ही नहीं होगी। 0:03:55.416,0:03:57.320 यही वो कारण हैं कि 0:03:57.320,0:03:59.808 मैने यूनिवर्सिटी ऑफ़ पीपल की स्थापना की। 0:03:59.808,0:04:02.832 ये एक एनजीओ है - बिना कोई फ़ीस लिये 0:04:02.832,0:04:04.897 बाकायदा डिग्री देने वाली यूनिवर्सिटी, 0:04:04.897,0:04:06.784 जो एक रास्ता देती है 0:04:06.784,0:04:10.376 उन लोगों को जिनके पास कोई रास्ता नहीं बचा है, 0:04:10.376,0:04:13.952 ऐसा रास्ता जो उनकी जेब के हिसाब से है 0:04:13.952,0:04:15.841 और जिसका विस्तार हो सकता है। 0:04:15.841,0:04:18.874 ऐसा हल जो कि हिला देगा 0:04:18.874,0:04:21.725 आज की शिक्षा व्यवस्था को, 0:04:21.725,0:04:23.613 और उच्च शिक्षा के दरवाज़े खोल देगा 0:04:23.613,0:04:25.917 हर सुयोग्य विद्यार्थी के लिये, 0:04:25.917,0:04:30.553 चाहे वो कितना भी कम कमाते हों , या दूर-दराज़ में रहते हों, 0:04:30.553,0:04:33.449 या फ़िर उनके समाज की रूढियाँ उन्हें रोकती हों। 0:04:33.449,0:04:35.386 पैट्रिक, डेबी और वाएल 0:04:35.386,0:04:36.769 ऐसे तीन उदाहरण हैं 0:04:36.769,0:04:39.170 उन 1700 चुने हुये विद्यार्थियों में से, 0:04:39.170,0:04:42.889 जो 143 विभिन्न देशों से आये हैं 0:04:42.889,0:04:48.150 हम --- (तालियाँ) ---धन्यवाद 0:04:48.150,0:04:50.307 हमें शुरुवात से कुछ नया बनाने की ज़रूरत नहीं पडी। 0:04:50.307,0:04:52.605 हमने देखा कि क्या चीज़ें काम नहीं कर रही हैं 0:04:52.605,0:04:55.572 और हम इंटरनेट की खूबियों का इस्तेमाल करके 0:04:55.572,0:04:57.466 कैसे उन्हें ठीक कर सकते हैं। 0:04:57.466,0:05:00.349 हम एक ऐसा मॉडल बनाने निकले 0:05:00.349,0:05:03.148 जो कि पैसे की ज़रूरत को खत्म कर देगा 0:05:03.148,0:05:05.604 उच्च शिक्षा पाने के लिये, 0:05:05.604,0:05:07.743 और वही हमने किया। 0:05:07.743,0:05:10.639 पहली बात ये कि बडी आलीशान बिल्डिंगों में बहुत धन लगता है। 0:05:10.639,0:05:13.033 ऐसे विश्व-विद्यालयों के बडे ऐसे खर्चे होते हैं 0:05:13.033,0:05:16.423 जो इंटरनेट-यूनिवर्सिटी में नहीं होते। 0:05:16.423,0:05:18.223 इसलिये हमें इन खर्चों के इंतज़ाम के लिये 0:05:18.223,0:05:19.939 विद्यार्थियों पर बोझ नहीं डालना पडता है। 0:05:19.939,0:05:21.309 क्योंकि वो खर्चे होते ही नहीं हैं। 0:05:21.309,0:05:24.343 हमें सीमित सीटों की संख्या से नहीं जूझना पडा 0:05:24.343,0:05:26.552 क्योंकि सीटों की कोई सीमा ही नहीं है 0:05:26.552,0:05:28.951 इंटरनेट-यूनिवर्सिटी में। 0:05:28.951,0:05:30.695 और तो और, किसी को भी 0:05:30.695,0:05:33.288 लेक्चर हॉल के पीछे वाली सीट पर नहीं बैठना पडता है, 0:05:33.288,0:05:35.327 पाठ्य-पुस्तकों को खरीदने की भी ज़रूरत 0:05:35.327,0:05:37.844 हमारे छात्रों को नहीं होती। 0:05:37.844,0:05:40.731 मुक्त रूप से उपलब्ध शिक्षा-साधनों के इस्तेमाल से, 0:05:40.731,0:05:43.211 और उन प्रोफ़ेसरों की दरिया-दिली से, 0:05:43.211,0:05:44.980 जो अपने ज्ञान और शिक्षा-सामग्री को 0:05:44.980,0:05:47.659 मुफ़्त में बाँटने को तैयार है, 0:05:47.659,0:05:50.539 हमे अपने विद्यार्थियों को पुस्तकें खरीदने के लिये बाध्य नहीं करना होता। 0:05:50.539,0:05:53.635 हमारी सारी पाठ्य-सामग्री मुफ़्त में मिलती है। 0:05:53.635,0:05:55.283 यहाँ तक कि प्रोफ़ेसर भी, 0:05:55.283,0:05:59.160 जो कि किसी भी यूनिवर्सिटी के खर्चे का सबसे बडा हिस्सा होते है, 0:05:59.160,0:06:00.610 हमारे छात्रो को मुफ़्त पढाने को राज़ी हैं, 0:06:00.610,0:06:03.163 अब तक करीब 3000 प्रोफ़ेसर जुड चुके हैं। 0:06:03.163,0:06:06.753 प्रेसीडेंट, वाइस-चांसलर, 0:06:06.753,0:06:09.648 प्रोफ़ेसर और अकादमिक सलाहकार 0:06:09.648,0:06:13.144 विश्व-स्तर यूनिवर्सिटियों से जैसे एन.वाई.यू (न्यू यार्क वि.वि.) 0:06:13.144,0:06:15.224 येल, बर्कली और ऑक्सफ़ोर्ड 0:06:15.224,0:06:18.153 से आ कर हमारे छात्रो की मदद के लिये तैयार हैं। 0:06:18.153,0:06:22.422 और सबसे बडी बात कि हम एक-दूसरे से सीखने में विश्वास रखते हैं। 0:06:22.422,0:06:25.543 हमे इस दुरुस्त भरपूर शैक्षणिक मॉडल का प्रयोग करते है 0:06:25.543,0:06:28.271 दुनिया भर के छात्रों को बढावा देने के लिये 0:06:28.271,0:06:30.598 कि वो साथ पढे और एक दूसरे से सीखें 0:06:30.598,0:06:33.823 और उस अवधि को कम करें 0:06:33.823,0:06:38.327 जो कि हमारे प्रोफ़ेसरों को गॄह-कार्य जाँचनें में लगानी पडती है। 0:06:40.879,0:06:46.086 जहाँ इंटरनेट ने दुनिया को एक गाँव बना दिया है, 0:06:46.086,0:06:50.454 वहीं ये मॉडल से भविष्य के कर्णधारों का विकास करेगा। 0:06:50.454,0:06:52.310 आइये देखें हम क्या करते हैं। 0:06:52.310,0:06:55.150 हम केवल दो ही डिग्री करवाते हैं: 0:06:55.150,0:06:57.638 बिजेनेस की और कमप्यूट्रर विज्ञान की। 0:06:57.638,0:06:59.287 ये वो दो डिग्रियाँ 0:06:59.287,0:07:01.848 जिनकी दुनिया में सबसे ज्यादा माँग है। 0:07:01.848,0:07:03.653 इन दो डिग्रियाँ को पाने पर 0:07:03.653,0:07:07.222 छात्रो की रोज़गार संभावना अधिकतम हो जाती है 0:07:07.222,0:07:10.274 एड्मिशन के बाद हमारे छात्रो को 0:07:10.274,0:07:13.779 एक छोटे क्लास में डाला जाता है 0:07:13.779,0:07:17.265 करीब 20 से 30 छात्रों का, जिस से कि 0:07:17.265,0:07:20.738 सब पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया जा सके। 0:07:20.738,0:07:24.510 साथ ही, हर नौं हफ़्तों के कोर्स के बाद, 0:07:24.510,0:07:26.614 उन्हें एक नया साथी मिलता है, 0:07:26.614,0:07:28.508 छात्रो का एक बिलकुल नया ग्रुप 0:07:28.508,0:07:30.254 जो सारी दुनिया से आता है। 0:07:30.254,0:07:33.302 हर हफ़्ते, जब वे क्लास जाते हैं, 0:07:33.302,0:07:36.222 उन्हें उस हफ़्ते के लेक्चर की सामग्री मिल जाती है, 0:07:36.222,0:07:38.254 उनके गृह-कार्य और पाठ्य-सामग्री समेत, 0:07:38.254,0:07:39.770 विमर्श हेतु प्रश्न भी, 0:07:39.770,0:07:42.478 जो कि हमारी पढाई का मुख्य भाग होता है। 0:07:42.478,0:07:43.780 हर हफ़्ते, हर छात्र को 0:07:43.780,0:07:46.887 क्लास के इस विचार-विमर्श में भाग लेना ही पडता है, 0:07:46.887,0:07:48.760 और अपनी विचार बताने होते है, 0:07:48.760,0:07:51.174 साथ ही दूसरों के विचारों पर प्रतिक्रिया भी। 0:07:51.174,0:07:54.517 इस तरह, छात्रों की सोच का विस्तार होता है, 0:07:54.517,0:07:57.365 उनके मिजाज़ में सकारत्मकता आती है 0:07:57.365,0:08:00.165 अलग अलग विचारधाराओं के प्रति। 0:08:00.165,0:08:02.101 हफ़्ते के अंत तक, 0:08:02.101,0:08:03.747 छात्रों को एक छोटी परीक्षा देनी होती है, 0:08:03.747,0:08:05.201 अपना गृह-कार्य जमा करना होता है, 0:08:05.201,0:08:06.940 जो कि उनके साथियों द्वारा जाँचा जाता है 0:08:06.940,0:08:10.285 नियुक्त शिक्षकों के मार्ग-दर्शन में, 0:08:10.285,0:08:12.661 उन्हें ग्रेड मिलते है, और अगला हफ़्ता शुरु होता है। 0:08:12.661,0:08:15.112 कोर्स के अंत में वो एक फ़ाइनल परीक्षा देते हैं, 0:08:15.112,0:08:20.703 उन्हें ग्रेड मिलते है, और फिर अगला कोर्स शुरु होता है। 0:08:20.703,0:08:23.152 हमने उच्च शिक्षा के दरवाज़े खोल दिये हैं 0:08:23.152,0:08:26.871 हर विद्यार्थी के लिये जो उस के लायक है। 0:08:26.871,0:08:29.799 हर वो विद्यार्थी जो स्कूल उत्तीर्ण कर चुका है, 0:08:29.799,0:08:32.957 जिसे ज़रूरी अँग्रेज़ी आती है, और जिसके पास इंटरनेट है, 0:08:32.957,0:08:34.402 हमारे साथ पढ सकता है। 0:08:34.402,0:08:37.168 हम ऑडियो इस्तेमाल नहीं करते, वीडियो भी नहीं। 0:08:37.168,0:08:39.816 ब्रॉड-बैड भी ज़रूरी नहीं है। 0:08:39.816,0:08:42.210 दुनिया मे कहीं से भी, कोई भी छात्र 0:08:42.210,0:08:44.222 किसी भी तरह के इंटरनेट कनेक्श्न से 0:08:44.222,0:08:46.606 हमारे साथ पढ सकता है। 0:08:46.606,0:08:48.797 हम फ़ीस नहीं लेते। 0:08:48.797,0:08:51.140 हम अपने छात्रों से बस इतना चाहते हैं 0:08:51.140,0:08:52.884 कि वो परीक्षा का खर्चा वहन करें, 0:08:52.884,0:08:55.396 जो कि प्रति परीक्षा 100 डालर है। 0:08:55.396,0:08:58.070 फ़ुल टाइम बैचलर-डिग्री के छात्र 0:08:58.070,0:09:00.020 को 40 कोर्स लेने होगें, 0:09:00.020,0:09:02.868 और करीब प्रति वर्ष 1000 डॉलर खर्च करने होंगे, 0:09:02.868,0:09:05.564 पूरी डिग्री की कीमत करीब 4000 डॉलर होगी। 0:09:05.564,0:09:09.030 और जो इसका वहन भी नहीं कर सकते, 0:09:09.030,0:09:11.667 उन्हें हम कई प्रकार की छात्र-वृत्ति (स्कालरशिप)भी देते हैं। 0:09:11.667,0:09:14.972 ये हमारा लक्ष्य है कि कोई भी वंचित न रह जाये 0:09:14.972,0:09:17.100 सिर्फ़ पैसे की कमी के कारण। 0:09:17.100,0:09:20.563 2016 तक हम करीब 5000 छात्रों तक पहुँच चुके होंगे, 0:09:20.563,0:09:25.260 और ये मॉडल वाणिज्यिक रूप से भी सक्षम(फ़ायनेंशियली कामयाब) हो जायेगा 0:09:25.260,0:09:29.857 पाँच साल पहले, ये सिर्फ़ एक ख्वाब था। 0:09:29.857,0:09:32.714 आज ये एक सच्चाई है। 0:09:32.714,0:09:35.075 पिछले हफ़्ते, हमें अपने काम 0:09:35.075,0:09:38.325 का सबसे बडा इनाम मिला। 0:09:38.325,0:09:42.259 यूनिवर्सिटी ऑफ़ पीपल अब पूरी तरह से मान्यता-प्राप्त है। 0:09:42.259,0:09:43.407 (तालियाँ) 0:09:43.407,0:09:49.307 धन्यवाद 0:09:49.307,0:09:50.951 इस मान्यता-प्राप्ति के साथ ही 0:09:50.951,0:09:54.052 तेज़ी से विस्तार का समय आ गया है। 0:09:54.052,0:09:57.953 हमने ये दिखा दिया है कि ये मॉडल काम करता है। 0:09:57.953,0:10:01.280 मैं आमंत्रण देता हूँ यूनिवर्सिटियों को, और उस से भी ज्यादा, 0:10:01.280,0:10:02.985 विकासशील देशों की सरकारों को, 0:10:02.985,0:10:04.650 कि इस मॉडल को अपने यहाँ अपनायें 0:10:04.650,0:10:07.790 जिस से कि उच्च शिक्षा के द्वार 0:10:07.790,0:10:10.160 सभी के लिये खुलें। 0:10:10.160,0:10:12.450 एक नया ज़माना आ रहा है। 0:10:12.450,0:10:14.978 ऐसा ज़माना जो गवाह होगा 0:10:14.978,0:10:17.678 भारी बदलाव का, उच्च शिक्षा के मॉडल में 0:10:17.678,0:10:19.428 जैसा कि वो आज है। 0:10:19.428,0:10:23.864 केवल कुछ ही लोगों के लिये उपलब्ध अधिकार की जगह 0:10:23.864,0:10:26.238 उस के एक मौलिक अधिकार में बदलने का समय, 0:10:26.238,0:10:29.535 सबके लिये उपलब्ध और सब के बजट में उप्लब्ध होने का। 0:10:29.535,0:10:31.564 धन्यवाद। 0:10:31.564,0:10:35.344 (तालियाँ)