[३ अप्रैल २०१६ को इतिहास का
सबसे बड़ा आंकड़ों का खुलासा हुआ।]
[पनामा कागजातों ने अपतटीय खातों में
भारी मात्रा में पैसा छुपा रहे ]
[अमीर रसूखदार
लोगों का पर्दा फाश किया ]
[इसका क्या अर्थ है?]
[हमने ग्लोबल विटनेस के रॉबर्ट पाल्मर
को विवरण के लिए बुलाया।]
इस सप्ताह पनामा स्थित एक लॉ फर्म
मोसाक फोंसेका
से लीक होने वाले १ करोड़ १० लाख दस्तावेजों
के बारे में बे इंतहा कहानियां आ रही हैं।
पनामा दस्तावेज़ों के खुलासे ने
गोपनीय अपतटीय संसार को बेनकाब कर दिया है।
हमें एक अंतर्दृष्टि मिलती है कि कैसे बैंक,
वकील और ग्राहक
मोसाक फोंसेका जैसी कंपनियों
के पास जाते हैं
और कहते हैं," हमें एक गुमनाम कंपनी चाहिए,
क्या आप हमें दे सकते हैं?"
तो आपको वास्तव में ईमेल दिखती हैं,
संदेशों का आदान प्रदान दिखता है,
आपको यह भी पता चलता है कि
यह सारी प्रक्रिया कैसे चलती है,
कैसे इसका प्रचालन होता है।
इस सबसे कुछ तात्कालिक नतीजे
सामने आ ही चुके हैं।
आइसलैंड के प्रधान मंत्री ने
अपना इस्तीफा दे दिया है।
हमें यह भी खबर मिली है कि
क्रूर सीरियाई तानाशाह बशर अल- असद
के एक मित्र
की भी अपतटीय कंपनियां हैं।
ऐसे भी आरोप हैं कि २ अरब
डॉलर के मौद्रिक चिन्ह
जो रुसी प्रधान मंत्री व्लादीमिर पुतिन
तक जाते हैं
उनके करीबी बचपन के दोस्त के हैं
जो एक मशहूर चेलो वादक है।
और वहां पर और भी बहुत से अमीर
व्यक्ति मिलेंगे
और अन्य जो आने वाली कहानियों
और अगले दस्तावेज़ों के संग्रह
को लेकर बेचैन होंगे।
यह एक जासूसी सनसनीखेज कहानी
के कथानक जैसा लगता है
या एक जॉन ग्रीशम उपन्यास जैसा।
यह आपसे, मुझसे, और आम लोगों से
बहुत दूर प्रतीत होता है।
हम इसके बारे में चिंता क्यों करें?
किन्तु सच तो यह है की यदि अमीर
और रसूखवान लोग
अपना धन तट से दूर रख सकते हैं
और वह कर नहीं देते जो उन्हें देने चाहिए,
उसका अर्थ है कि अत्यावश्यक सेवाओं
जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़कों
के लिए कम पैसा बचेगा।
और उसका प्रभाव हम सब पर पड़ेगा।
अब, मेरी संस्था ग्लोबल विटनेस के लिए,
यह बेनकाबी अभूतपूर्व है।
हमारे पास संसार का संचार माध्यम
और राजनीतिक नेता
बात कर रहे हैं कि कैसे व्यक्ति
अपतटीय गोपनीयता का इस्तेमाल करके
अपनी संपत्ति को छुपा रहे हैं --
वह सब जो हम पिछले दस वर्षों
से बेनकाब करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुझे लगता है कि बहुत से लोगों को
यह सारा संसार भ्रामक और
चौंकाने वाला लगता है।
और मुश्किल है समझ पाना कि यह
अपतटीय संसार कैसे चलता है।
मैं इसे एक रूसी गुड़िया
की तरह सोचता हूँ।
तो आप एक कंपनी रख सकते हैं
दूसरी कंपनी के अंदर,
जो एक अन्य कंपनी के अंदर है,
जिससे कि यह समझना लगभग मुश्किल हो जाये
कि इन संरचनाओं के पीछे कौन है।
यह बहुत मुश्किल हो सकता है
कानून प्रवर्तन
या कर प्राधिकरण, पत्रकार,
सभ्य समाज के लिए
समझ पाना कि क्या हो रहा है।
मुझे लगता है कि यह रोचक है
और संयुक्त राज्य में इस मामले की
रिपोर्ट बहुत कम की गयी है।
और शायद इसका कारण है कि कुछ
प्रमुख अमरीकी व्यक्ति
इस घोटाले में सामने नहीं आये हैं।
यह इसलिए नहीं है कि कोई भी
अमीर अमरीकी अपना धन
तट से दूर छुपा कर नहीं रख रहे हैं।
यह केवल इसलिए है कि
अपतटीय का कार्य कुछ इस तरह से चलता है,
मोसाक फोंसेका के पास
कम अमरीकी ग्राहक हैं।
मेरे ख्याल से यदि हम केमन द्वीप
की लीक देखें
या डेलावेर या व्योमिंग या नेवाडा,
आपको काफी ज्यादा मामले दिखेंगे
अमरीकियों से जुड़े हुए।
वस्तुतः, बहुत से अमरीकी राज्यों में
आपको कम सूचना चाहिए,
आपको कंपनी प्राप्त करने के लिए
कम सूचना देनी होती है
जबकि पुस्तकालय का कार्ड लेने
के लिए ज्यादा।
इस प्रकार की गोपनीयता की वजह से
स्कूल जिलों के कर्मचारी
स्कूली बच्चों को ठग रहे हैं।
घोटाला करने वाले कमज़ोर निवेशकों
को ठग सके हैं।
यह व्यवहार है जो हम
सभी को प्रभावित करता है।
अब, ग्लोबल विटनेस में,
हम देखना चाहते थे कि यह वास्तव में
व्यवहारिक रूप में कैसा दिखेगा?
यह वास्तव में कैसे चलता है?
हमने किया यह कि
हमने १३ मॅनहॅट्टन लॉ फर्मों में
गुप्त रूप से एक जांचकर्ता को भेजा।
हमारे जांचकर्ता एक अफ़्रीकी मंत्री
बन कर गए
जो संयुक्त सज्य में घर, नौका, विमान
खरीदने के लिए
कुछ संदिग्ध धन लाना चाहता था।
अब चौका देने वाली बात यह है
कि एक को छोड़कर सभी वकीलों ने
हमारे जांचकर्ता को सलाह दी कि
वह कैसे अपना संदिग्ध धन
ले कर आ सकता है।
यह सब प्रारंभिक बैठकें थीं,
और किसी भी वकील ने हमें अपना
मुवक्किल नहीं बनाया था,
और अवश्य ही मुद्रा का लेन देन नहीं हुआ था,
परन्तु यह प्रणाली में समस्या को
निश्चित ही प्रकट करता है।
यह भी महत्वपूर्ण है
कि हम इसे केवल व्यक्तिगत
मामले की तरह न सोचें।
यह एक अकेले ऐसे वकील की बात नहीं है
जिसने हमारे जांचकर्ता से बात की
और सुझाव दिए।
न ही यह किसी विशिष्ट वरिष्ठ राजनीतिज्ञ
की बात है
जो किसी घोटाला में पकड़ा गया हो।
यह बात है एक ऐसी प्रणाली के कार्य की
जो भ्रष्टाचार, कर की चोरी, गरीबी और
अस्थिरता को अधिक मजबूत कर रही है।
और इससे जूझने के लिए,
हमें खेल बदलना पड़ेगा।
हमें खेल के नियम बदलने पड़ेंगे
ताकि ऐसा व्यवहार मुश्किल हो जाये।
यह शायद निराशा और बर्बादी जैसा दिखे,
जैसे कि हम इस बारे में कुछ नहीं कर सकते,
जैसे कि कभी कुछ बदला ही नहीं हो,
जैसे कि अमीर और रसूखदार लोग
हमेशा रहेंगे।
किन्तु एक प्राकृतिक आशावादी होते हुए
मुझे लगता है कि कुछ परिवर्तन होने लगा है।
गुज़रे हुए कुछ वर्षों में
हमने देखा है जहाँ तक
कमपनियों के स्वामित्व की बात है
अधिक पारदर्शिता की तरफ
काफी जोर दिया जा रहा है।
उत्तरी आयरलैंड में २०१३ में होने वाली
जी ८ शिखर सम्मलेन में
यू के के प्रधान मंत्री डेविड कैमरोन
द्वारा यह मामला राजनीतिक कार्यसूची
में शामिल किया गया था।
और उसके बाद से, यूरोपीय संघ
राष्ट्रीय स्तर पर यूरोप में कंपनियों पर
वास्तविक अधिकार और नियंत्रण,
के केंद्रीय रजिस्टर बनाए जायेंगे।
एक दुखद बात यह है कि यू एस इस में
इस में बहुत पीछे है।
राज्य सभा और सदन में द्विदलीय कानून
आरम्भ कर दिया गया है,
किन्तु उसमें इतनी प्रगति नहीं हो रही
जितनी हम देखना चाहते हैं।
हम वास्तव में पनामा लीक्स देखना चाहते हैं,
अपतटीय संसार की यह बड़ी झलक,
संसार और अमेरिका में सब सामने
लाने के लिए प्रयोग की जा सकती है।
ग्लोबल विटनेस में हमारे लिए
यह परिवर्तन का लम्हा है।
हमें आवश्यकता है कि सामान्य लोग भड़क उठें
इस व्यवस्था पर जिसके द्वारा लोग
अपनी पहचान
गुप्त कंपनियों के पीछे
छुपा सकते हैं।
हम चाहते हैं कि व्यापारिक नेता
उठ कर बोलें,
"इस तरह की गोपनीयता
व्यापर के लिए अच्छी नहीं है।"
हम चाहते हैं कि राजनीतिक नेता
समस्या को पहचाने,
कानून को परिवर्तित करने के लिए जुट जाएँ
ताकि इस तरह की गोपनीयता खुल जाये।
साथ मिलकर हम इस गोपनीयता
को समाप्त कर सकते हैं
जिसकी वजह से करो की चोरी, भ्रष्टाचार,
धनशोधन को पनपने का मौका मिल रहा है।