[Script Info] Title: [Events] Format: Layer, Start, End, Style, Name, MarginL, MarginR, MarginV, Effect, Text Dialogue: 0,0:00:00.74,0:00:07.96,Default,,0000,0000,0000,,हम इंसानों के पास \Nअच्छाई की विशेष क्षमता है| Dialogue: 0,0:00:07.96,0:00:12.36,Default,,0000,0000,0000,,लेकिन हमारे पास नुकसान पहुचाने\Nकी भी अत्यधिक शक्ति है| Dialogue: 0,0:00:12.36,0:00:18.03,Default,,0000,0000,0000,,किसी भी हथियार का उपयोग बनाने \Nया नष्ट करने के लिए किया जा सकता है| Dialogue: 0,0:00:18.04,0:00:21.22,Default,,0000,0000,0000,,ये सब हमारी प्रेरणा पर निर्भर करता है| Dialogue: 0,0:00:21.22,0:00:24.66,Default,,0000,0000,0000,,इसलिये स्वार्थी भावना के बदले \Nकरुना की भावना को प्रोत्साहन देना Dialogue: 0,0:00:24.66,0:00:28.94,Default,,0000,0000,0000,,और भी ज़रूरी हो जाता है| Dialogue: 0,0:00:30.51,0:00:37.01,Default,,0000,0000,0000,,निस्संदेह हम आज के समय मे बहुत सी \Nमुश्किलों का सामना कर रहे हैं| Dialogue: 0,0:00:37.01,0:00:40.32,Default,,0000,0000,0000,,ये मुश्किलें निजी हो सकती है| Dialogue: 0,0:00:40.32,0:00:44.91,Default,,0000,0000,0000,,हमारा खुदका मन हमारा सबसे अच्छा दोस्त हो \Nसकता है या हमारा सबसे बड़ा दुश्मन| Dialogue: 0,0:00:46.34,0:00:49.22,Default,,0000,0000,0000,,मुश्किलें सामाजिक भी हो सकती है| Dialogue: 0,0:00:49.22,0:00:54.92,Default,,0000,0000,0000,,समृद्धि के बीच मे ग़रीबी, \Nअसमानता, लड़ाई, और अन्याय| Dialogue: 0,0:00:54.92,0:00:59.12,Default,,0000,0000,0000,,और फिर ऐसी भी मुश्किलें है जो नई हैं, \Nजिनकी हमे बिलकुल भी उम्मीद नहीं होती| Dialogue: 0,0:00:59.12,0:01:03.76,Default,,0000,0000,0000,,दस हज़ार सालों पहले, धरती पे करीब \N५० लाख लोग थे| Dialogue: 0,0:01:03.76,0:01:05.37,Default,,0000,0000,0000,,वो जो भी करते Dialogue: 0,0:01:05.37,0:01:10.56,Default,,0000,0000,0000,,धरती का पलटाव इंसान की गतिविधियों \Nको जल्द ही स्वस्थ कर देता| Dialogue: 0,0:01:10.56,0:01:13.78,Default,,0000,0000,0000,,औद्योगिक और प्रौद्योगिकीय आमूल \Nपरिवर्तन के बाद, Dialogue: 0,0:01:13.78,0:01:16.01,Default,,0000,0000,0000,,ये स्तिथि पहले जैसी नहीं रही| Dialogue: 0,0:01:16.01,0:01:20.07,Default,,0000,0000,0000,,आज हम धरती पे होने वाले प्रभाव के \Nप्रमुख एजेंट हैं| Dialogue: 0,0:01:20.07,0:01:24.98,Default,,0000,0000,0000,,हम अन्थ्रोप्रोसिन मे प्रवेश कर रहे हैं, \Nमनुष्य का युग| Dialogue: 0,0:01:24.98,0:01:31.97,Default,,0000,0000,0000,,तो एक तरह से, अगर हम कहें कि, \Nहमे यह अनंत बढ़त और अनंत Dialogue: 0,0:01:31.97,0:01:35.62,Default,,0000,0000,0000,,भौतिक संसाधन का उपयोग जरी \Nरखने की ज़रूरत है, Dialogue: 0,0:01:35.62,0:01:38.51,Default,,0000,0000,0000,,तो वो यह कहने के बराबर है कि अगर यह इंसान- Dialogue: 0,0:01:38.51,0:01:43.39,Default,,0000,0000,0000,,और मैंने एक पूर्व राज्य के प्रधान को कहते \Nसुना है, में उनका नाम नहीं लूँगा कि Dialogue: 0,0:01:43.39,0:01:47.40,Default,,0000,0000,0000,,"पांच साल पहले हम खड़ी चट्टान की \Nकगार पर थे| Dialogue: 0,0:01:47.40,0:01:49.97,Default,,0000,0000,0000,,आज हमने एक बड़ा कदम आगे बढाया है|" Dialogue: 0,0:01:50.59,0:01:56.59,Default,,0000,0000,0000,,वैज्ञानिकों ने जो ग्रहों की सीमा की \Nपरिभाषण दी है Dialogue: 0,0:01:56.59,0:01:59.24,Default,,0000,0000,0000,,वह इस कगार के सामान्य है| Dialogue: 0,0:01:59.24,0:02:03.70,Default,,0000,0000,0000,,और उन सीमओं के अंदर, \Nवे अनेक तत्व रखते हैं| Dialogue: 0,0:02:03.70,0:02:09.23,Default,,0000,0000,0000,,हम अभी भी उन्नति कर सकतें हैं, मानवजाति \Nअभी भी १५०००० सालों तक उन्नति कर सकती है, Dialogue: 0,0:02:09.23,0:02:12.56,Default,,0000,0000,0000,,यदि हम जलवायु स्थिरता वैसे ही बनाएं रखें Dialogue: 0,0:02:12.56,0:02:15.72,Default,,0000,0000,0000,,जैसेः पिछलें दस हजार सालों से है| Dialogue: 0,0:02:15.72,0:02:21.48,Default,,0000,0000,0000,,परंतु यह स्वैच्छिक सादगी, गुण-संबंधी बढ़त Dialogue: 0,0:02:21.48,0:02:24.16,Default,,0000,0000,0000,,नाकि परिमाण-संबंधी बढ़त को \Nचुनने पर निर्धारित है| Dialogue: 0,0:02:24.16,0:02:30.39,Default,,0000,0000,0000,,साल १९०० मे, जैसा कि आप देख सकतें हैं, \Nहम सुरक्षा की सीमा के बहुत अंदर थे| Dialogue: 0,0:02:30.39,0:02:35.79,Default,,0000,0000,0000,,फिर, साल १९५० मे ज़ोर की तेज़ी आई| Dialogue: 0,0:02:35.79,0:02:40.76,Default,,0000,0000,0000,,अब अपनी सासों को रोक कर रखें, ज्यादा देर \Nतक नहीं, यह सोचने के लिए कि आगे क्या होगा| Dialogue: 0,0:02:40.76,0:02:46.91,Default,,0000,0000,0000,,आज हम उन ग्रहों की सीमा के बहुत \Nआगे निकल चुकें हैं| Dialogue: 0,0:02:46.91,0:02:50.87,Default,,0000,0000,0000,,जैव विविधता को लें तो, इस तेज़ी से \Nअगर हम चलतें रहेंगे, Dialogue: 0,0:02:50.87,0:02:57.29,Default,,0000,0000,0000,,तो साल २०५० तक धरती से ३० प्रतिशत \Nजातियां गायब हों जायेंगी| Dialogue: 0,0:02:57.29,0:03:03.08,Default,,0000,0000,0000,,अगर हम उनका डीएनए फ्रिज मे भी रखें, \Nतब भी वह अपरिवर्तनीय रहेगा| Dialogue: 0,0:03:03.08,0:03:04.94,Default,,0000,0000,0000,,तो यहाँ में बेठा हूँ, Dialogue: 0,0:03:04.94,0:03:10.84,Default,,0000,0000,0000,,७००० मीटर ऊंचाई पर, २१००० फुट \Nहिमानी के आगें, भूटान मे| Dialogue: 0,0:03:10.84,0:03:17.99,Default,,0000,0000,0000,,तीसरे पोल मे २००० हिमानी तेज़ी से \Nपिघल रहें हैं, उत्तरी ध्रुवी से भी तेज़| Dialogue: 0,0:03:17.99,0:03:20.99,Default,,0000,0000,0000,,तो इस स्थिति मे हम क्या कर सकतें हैं? Dialogue: 0,0:03:22.14,0:03:29.45,Default,,0000,0000,0000,,पर्यावरण का सवाल कितना भी कठिन हो, Dialogue: 0,0:03:29.45,0:03:31.85,Default,,0000,0000,0000,,राजनीतिक, आर्थिक या वैज्ञानिक रूप से, Dialogue: 0,0:03:31.85,0:03:38.68,Default,,0000,0000,0000,,अंत मे यह केवल एक सवाल पर रुक्ता है, \Nदूसरोँ के लाभ की इच्छा या अपने लाभ की? Dialogue: 0,0:03:38.68,0:03:42.29,Default,,0000,0000,0000,,में ग्रुचो झुकाव का मार्क्सिस्ट हूँ| Dialogue: 0,0:03:42.29,0:03:43.71,Default,,0000,0000,0000,,(हँसी) Dialogue: 0,0:03:43.71,0:03:47.12,Default,,0000,0000,0000,,ग्रुचो मार्क्स कहतें हैं, “में आने वालीं \Nपीढ़ी की चिंता क्यों करूँ? Dialogue: 0,0:03:47.12,0:03:49.15,Default,,0000,0000,0000,,उन्होंने मेरे लिए क्या किया?” Dialogue: 0,0:03:49.15,0:03:50.65,Default,,0000,0000,0000,,(हँसी) Dialogue: 0,0:03:50.65,0:03:55.43,Default,,0000,0000,0000,,दुर्भाग्य से मैंने लाखपति स्टीव फोर्ब्स Dialogue: 0,0:03:55.43,0:03:58.96,Default,,0000,0000,0000,,को बिलकुल यही चीज़ फॉक्स \Nन्यूज़ पे कहते सुना| Dialogue: 0,0:03:58.96,0:04:01.29,Default,,0000,0000,0000,,उन्हें सागर की अधिकता के \Nबारे मे बताया गया, Dialogue: 0,0:04:01.29,0:04:04.64,Default,,0000,0000,0000,,और उन्होंने कहा कि “जो घटना १०० साल \Nबाद होने वाली है, Dialogue: 0,0:04:04.64,0:04:07.70,Default,,0000,0000,0000,,उसके लिए आज अपना व्यवहार \Nबदलना मुझे बेतुका लगता है|” Dialogue: 0,0:04:07.70,0:04:10.59,Default,,0000,0000,0000,,तो अगर आपको आने वालीं \Nपीढ़ियों की चिंता नहीं हैं, Dialogue: 0,0:04:10.59,0:04:13.49,Default,,0000,0000,0000,,तो ठीक है| Dialogue: 0,0:04:13.49,0:04:16.42,Default,,0000,0000,0000,,हमारे ज़माने की एक विशेष चुनौती Dialogue: 0,0:04:16.42,0:04:19.54,Default,,0000,0000,0000,,३ समय सीमा के बीच मेल-मिलाप कराना है: Dialogue: 0,0:04:19.54,0:04:21.68,Default,,0000,0000,0000,,तुरंत आने वाला अर्थव्यवस्था का समय, Dialogue: 0,0:04:21.68,0:04:25.92,Default,,0000,0000,0000,,शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव, \Nसाल के अंत का हिसाब-किताब; Dialogue: 0,0:04:25.92,0:04:28.62,Default,,0000,0000,0000,,मध्यावधि मे जीवन की गुणवत्ता -- Dialogue: 0,0:04:28.62,0:04:33.94,Default,,0000,0000,0000,,अगले १०-२० सालों में, हमारे जीवन के हर पल \Nकी क्या गुणवत्ता है? Dialogue: 0,0:04:33.94,0:04:37.55,Default,,0000,0000,0000,,और लंबे समय मे पर्यावरण| Dialogue: 0,0:04:37.55,0:04:39.90,Default,,0000,0000,0000,,जब पर्यावरणविद् लोंग अर्थशास्त्रियोंसे Dialogue: 0,0:04:39.90,0:04:42.98,Default,,0000,0000,0000,,बातें करतें हैं, वह संवाद पागलपन के \Nबराबर है, पूरी तरह से बेमेल| Dialogue: 0,0:04:42.98,0:04:45.81,Default,,0000,0000,0000,,वे अलग भाषओं मे बात करतें हैं| Dialogue: 0,0:04:45.81,0:04:49.35,Default,,0000,0000,0000,,अभ, पिछले १० सालों मे मैंने \Nदुनिया के चक्कर कटे| Dialogue: 0,0:04:49.35,0:04:53.45,Default,,0000,0000,0000,,र्थशास्त्रीयो , वैज्ञानिकों, \Nतंत्रिका वैज्ञानिकों, पर्यावरणविदों, Dialogue: 0,0:04:53.45,0:04:57.91,Default,,0000,0000,0000,,दार्शनिकों, विचारकों सें मिला, \Nहिमालय मे, सभी जगहों में| Dialogue: 0,0:04:57.91,0:05:01.83,Default,,0000,0000,0000,,मुझे लगता है कि, एक ही ऐसा विचार है, Dialogue: 0,0:05:01.83,0:05:04.79,Default,,0000,0000,0000,,जो उन ३ समय सीमाओं का बीच\Nमेल-मिलाप ला सकता है| Dialogue: 0,0:05:04.79,0:05:09.20,Default,,0000,0000,0000,,जो सीधे सभ्दों मे है कि ‘दूसरो का \Nज्यादा ख्याल करना’| Dialogue: 0,0:05:09.20,0:05:14.10,Default,,0000,0000,0000,,अगर आप दूसरों का ज्यादा ख्याल करतें हैं \Nतो आपकी अर्थव्यवस्था बेहतर होगी, Dialogue: 0,0:05:14.10,0:05:17.05,Default,,0000,0000,0000,,जहाँ वित्त, समाज की सेवा मे होगी, Dialogue: 0,0:05:17.05,0:05:20.32,Default,,0000,0000,0000,,नाकि समाज वित्त की सेवा मे| Dialogue: 0,0:05:20.32,0:05:22.19,Default,,0000,0000,0000,,आप कैसिनो जाके वे पैसे Dialogue: 0,0:05:22.19,0:05:25.07,Default,,0000,0000,0000,,खर्च नहीं करेंगें, जो लोगों ने विश्वास से \Nआपकों सोंपे हैं| Dialogue: 0,0:05:25.07,0:05:27.92,Default,,0000,0000,0000,,अगर आप अन्य लोगों का\Nज़्यादा ख्याल करतें हैं, Dialogue: 0,0:05:27.92,0:05:31.40,Default,,0000,0000,0000,,तब आप यह निश्चित करेंगें कि आप \Nअसमानता का उपाय निकाले, Dialogue: 0,0:05:31.40,0:05:34.40,Default,,0000,0000,0000,,कि आप समझ, शिक्षा, Dialogue: 0,0:05:35.14,0:05:37.18,Default,,0000,0000,0000,,नौकरी में भलाई लायें| Dialogue: 0,0:05:37.18,0:05:40.60,Default,,0000,0000,0000,,वरना ऐसे देश का क्या मतलब होगा, जो सबसे \Nशक्तिशाली और अमीर हो Dialogue: 0,0:05:40.60,0:05:43.69,Default,,0000,0000,0000,,पर वहां के लोंग दुखी हों| Dialogue: 0,0:05:43.69,0:05:45.97,Default,,0000,0000,0000,,और अगर आपको ऑरों का ख्याल है, Dialogue: 0,0:05:45.97,0:05:49.37,Default,,0000,0000,0000,,तो आप धरती को नहीं लूटेंगे Dialogue: 0,0:05:49.37,0:05:53.70,Default,,0000,0000,0000,,और आज के गत्ती से चलें तो हमारे \Nपास रहने के लिए ३ और गृह नहीं हैं| Dialogue: 0,0:05:53.70,0:05:56.06,Default,,0000,0000,0000,,सवाल यह है , Dialogue: 0,0:05:56.06,0:06:00.39,Default,,0000,0000,0000,,माना कि अल्त्रुइस्म सिर्फ एक \Nअच्छा सुझाव ही नहीं Dialogue: 0,0:06:00.39,0:06:03.61,Default,,0000,0000,0000,,पर क्या वह एक वास्तविक और उपयोगी \Nहल बन सकता है? Dialogue: 0,0:06:03.61,0:06:06.47,Default,,0000,0000,0000,,पर उससे भी पहले, क्या सच्चा अल्त्रुइस्म\Nमौजूद है? Dialogue: 0,0:06:06.47,0:06:10.21,Default,,0000,0000,0000,,या हम सभी स्वार्थी है? Dialogue: 0,0:06:10.21,0:06:15.55,Default,,0000,0000,0000,,कुछ दार्शनिक लोंग सोचते है कि, \Nहम सब अपूरणीय स्वार्थी लोंग है| Dialogue: 0,0:06:15.55,0:06:20.76,Default,,0000,0000,0000,,पर क्या हम सच मे सिर्फ दुष्ट हैं? Dialogue: 0,0:06:20.76,0:06:23.58,Default,,0000,0000,0000,,क्या यह अच्छी बात है? Dialogue: 0,0:06:23.58,0:06:26.11,Default,,0000,0000,0000,,होब्बस जैसे कईं दार्शनिकों ने ऐसा कहाँ है| Dialogue: 0,0:06:26.11,0:06:29.43,Default,,0000,0000,0000,,पर हर इंसान दुष्ट नहीं दीखता| Dialogue: 0,0:06:29.43,0:06:32.26,Default,,0000,0000,0000,,या क्या एक इंसान बाकी इंसानों \Nके लिए भेदिये जैसा है? Dialogue: 0,0:06:32.26,0:06:35.15,Default,,0000,0000,0000,,यह इंसान ज़्यादा बुरा नहीं लगता| Dialogue: 0,0:06:35.15,0:06:38.07,Default,,0000,0000,0000,,यह मेरा तिबेट का एक दोस्त है| Dialogue: 0,0:06:38.07,0:06:40.31,Default,,0000,0000,0000,,वो बहुत सज्जनतापूर्ण है| Dialogue: 0,0:06:40.31,0:06:43.94,Default,,0000,0000,0000,,हम सबको साथ मिलाकर काम \Nकरना अच्छा लगता है| Dialogue: 0,0:06:43.94,0:06:48.28,Default,,0000,0000,0000,,साथ मिलाकर काम करने से जो आनंद आता है, \Nउससे अच्छा कोई और आनंद है क्या? Dialogue: 0,0:06:48.28,0:06:52.35,Default,,0000,0000,0000,,यह भाव सिर्फ इंसानों मे नहीँ है| Dialogue: 0,0:06:52.35,0:06:54.84,Default,,0000,0000,0000,,बेशक जिंदगी मे संघर्ष भी है, Dialogue: 0,0:06:54.84,0:06:59.18,Default,,0000,0000,0000,,सबसे योग्य का ही जीवित रह पाना,\N‘सोशल दार्विनिस्म’| Dialogue: 0,0:06:59.18,0:07:05.02,Default,,0000,0000,0000,,परंतु विकास मे, जबकि औरो के \Nसाथ मुक़ाबला होगा, Dialogue: 0,0:07:05.02,0:07:10.73,Default,,0000,0000,0000,,सहयोग को और भी रचनात्मक बनना होगा जो \Nऊंचे स्तर के उलझन तक पहुँच सके| Dialogue: 0,0:07:10.73,0:07:15.41,Default,,0000,0000,0000,,हम सहयोग मे अव्वल हैं, पर हमे \Nऔर भी आगे बढ़ना चाहिए| Dialogue: 0,0:07:15.41,0:07:21.44,Default,,0000,0000,0000,,उसके ऊपर आती है मानव संबंध की गुणवत्ता| Dialogue: 0,0:07:21.44,0:07:25.92,Default,,0000,0000,0000,,‘ओईसीडी’ ने दस कारकों का सर्वेक्षण \Nकिया जैसे, आमदनी, इत्यादि| Dialogue: 0,0:07:25.92,0:07:29.27,Default,,0000,0000,0000,,लोगों के हिसाब से, उनकीं ख़ुशी का \Nसबसे पहले उच्च कारण Dialogue: 0,0:07:29.27,0:07:32.62,Default,,0000,0000,0000,,सामाजिक रिश्ते है| Dialogue: 0,0:07:32.62,0:07:35.50,Default,,0000,0000,0000,,यह कारण सिर्फ इंसानों के लिए \Nही सच नहीं हैं| Dialogue: 0,0:07:35.50,0:07:38.84,Default,,0000,0000,0000,,इन परदादीयों को ही देख लिजिएं| Dialogue: 0,0:07:38.85,0:07:44.00,Default,,0000,0000,0000,,तो अब देखा जाए तो यह सोच की अगर \Nहम गहराई से अपने अंदर देखें, Dialogue: 0,0:07:44.00,0:07:46.57,Default,,0000,0000,0000,,तो हम स्वार्थी हैं, Dialogue: 0,0:07:46.57,0:07:49.22,Default,,0000,0000,0000,,यह सोच मे कोई सचाई नहीं हैं| Dialogue: 0,0:07:49.22,0:07:51.49,Default,,0000,0000,0000,,ऐसी एक भी समाजशास्त्रीय या \Nमनोवैज्ञानिक Dialogue: 0,0:07:51.49,0:07:54.74,Default,,0000,0000,0000,,जाँच नहीं है जो इस बात को \Nसिद्ध कर सकती है| Dialogue: 0,0:07:54.74,0:07:56.70,Default,,0000,0000,0000,,बल्कि उसका उल्टा है| Dialogue: 0,0:07:56.70,0:08:00.36,Default,,0000,0000,0000,,मेरे दोस्त, डेनियल बॅट्सन ने अपनी \Nसारी ज़िन्दगी निकाल दी, Dialogue: 0,0:08:00.36,0:08:03.12,Default,,0000,0000,0000,,लोगों को प्रयोगशाला मे डालने मे, \Nबहुत जटिल स्तिथिओं मे| Dialogue: 0,0:08:03.12,0:08:07.49,Default,,0000,0000,0000,,हाँ, कभीकभार हम स्वार्थी होतें हैं, कुछ \Nलोंग बाकि लोगों से ज़्यादा होतें हैं| Dialogue: 0,0:08:07.49,0:08:10.15,Default,,0000,0000,0000,,पर मेरे दोस्त ने पाया कि, \Nचाहे कुछ भी हो जाएँ, Dialogue: 0,0:08:10.15,0:08:13.15,Default,,0000,0000,0000,,ऐसे काफी लोंग हैं Dialogue: 0,0:08:13.15,0:08:16.50,Default,,0000,0000,0000,,जो परोपकारिता से पेश आतें हैं, \Nचाहे जो हो जाए| Dialogue: 0,0:08:16.50,0:08:19.70,Default,,0000,0000,0000,,अगर आप किसी को गहरी चोंट मे \Nतड़पते हुए देखतें हैं, Dialogue: 0,0:08:19.70,0:08:22.32,Default,,0000,0000,0000,,तो शायद आप, उस पर दया खा कर, \Nउसकी मदद कर दें -- Dialogue: 0,0:08:22.32,0:08:26.47,Default,,0000,0000,0000,,आपसे वह दृश्य देखा नहीं जाएगा, तो आप उससे \Nदेखने से बेहतर उसकी मदद करना चाहेंगें| Dialogue: 0,0:08:26.47,0:08:32.34,Default,,0000,0000,0000,,हमनें इस सब की जांच की और अंत मे, मेरे \Nदोस्त ने कहा की बेशक इंसान परोपकारी है| Dialogue: 0,0:08:32.34,0:08:34.28,Default,,0000,0000,0000,,तो यह एक अच्छी खबर है| Dialogue: 0,0:08:34.28,0:08:39.90,Default,,0000,0000,0000,,उससे आगे बढ़कर, हमे अच्छाई की \Nसाधारणता भी देखनी चाहिए| Dialogue: 0,0:08:39.90,0:08:41.60,Default,,0000,0000,0000,,आप यहाँ ही देख लीजिये| Dialogue: 0,0:08:41.60,0:08:44.37,Default,,0000,0000,0000,,जब हम बहार निलेंगे, हम यह नहीं कहेंगे कि \Nकितना अच्छा है, Dialogue: 0,0:08:44.37,0:08:48.94,Default,,0000,0000,0000,,जब लोंग परोपकारिता के बारे मे सोच रहे थे \Nतब कोई मारा-मारी नहीं हुई| Dialogue: 0,0:08:48.94,0:08:51.10,Default,,0000,0000,0000,,नहीं,वह तो अपेक्षित है ना? Dialogue: 0,0:08:51.10,0:08:54.28,Default,,0000,0000,0000,,अगर लड़ाई होती तो हम उसके बारे \Nमे महीनो तक बात करते| Dialogue: 0,0:08:54.28,0:08:57.95,Default,,0000,0000,0000,,अच्छाई की साधारणता ऐसी चीज़ है जो आपका\Nध्यान अपनी तरफ आकर्षित नहीं करती, Dialogue: 0,0:08:57.95,0:08:59.44,Default,,0000,0000,0000,,पर वो मौजूद है| Dialogue: 0,0:08:59.44,0:09:04.91,Default,,0000,0000,0000,,अब इसको देखिये| Dialogue: 0,0:09:09.25,0:09:12.05,Default,,0000,0000,0000,,जब में मनोवैज्ञानिकों से कहता हूँ Dialogue: 0,0:09:12.05,0:09:15.29,Default,,0000,0000,0000,,के में हिमालय मे १४० मानवीय \Nपरियोजनओं को चलता हूँ, Dialogue: 0,0:09:15.29,0:09:17.54,Default,,0000,0000,0000,,जिससे मुझें बहुत ख़ुशी मिलती हैं, Dialogue: 0,0:09:17.54,0:09:20.80,Default,,0000,0000,0000,,तब वे कहतें है कि, “अच्छा तो आप अपनी \Nख़ुशी के लिए यह करते हैं, Dialogue: 0,0:09:20.80,0:09:23.70,Default,,0000,0000,0000,,यह भावना परोपकारीक नहीं, हैं, \Nआपको ख़ुद अच्छा लगता है|” Dialogue: 0,0:09:23.70,0:09:26.99,Default,,0000,0000,0000,,क्या आपको लगता है कि जब यह इंसान ट्रेन के \Nआगे कूदा तब उसने सोचा, Dialogue: 0,0:09:26.99,0:09:29.28,Default,,0000,0000,0000,,“जब यह ख़तम हो जाएगा \Nतब मुझे कितना अच्छा लगेगा?" Dialogue: 0,0:09:29.28,0:09:30.28,Default,,0000,0000,0000,,(हँसी) Dialogue: 0,0:09:31.56,0:09:33.85,Default,,0000,0000,0000,,बात यहीं ख़तम नहीं होती| Dialogue: 0,0:09:33.85,0:09:36.39,Default,,0000,0000,0000,,लोंग कहतें है, जब उससे पूछ-ताछ \Nकी गईं तब उस्सने कहाँ, Dialogue: 0,0:09:36.39,0:09:39.53,Default,,0000,0000,0000,,“मेरे पास और कोई इंतिख़ाब नहीं था, \Nमुझें कूदना पड़ा|” Dialogue: 0,0:09:39.53,0:09:43.41,Default,,0000,0000,0000,,उसके पास और कोई विकल्प नहीं हाँ| स्वत: \Nव्यवहार| यह नाही स्वार्थी है ना परोप्करिक| Dialogue: 0,0:09:43.41,0:09:44.88,Default,,0000,0000,0000,,कोई विकल्प नहीं था? Dialogue: 0,0:09:44.88,0:09:47.84,Default,,0000,0000,0000,,हाँ, यह इंसान आधे घंटे तक नहीं सोचेगा, Dialogue: 0,0:09:47.84,0:09:49.88,Default,,0000,0000,0000,,“में मदद करूँ या ना करूँ?” Dialogue: 0,0:09:49.88,0:09:53.68,Default,,0000,0000,0000,,पर वो सोचता है, उसके पास विकल्प है, \Nबस वह स्पष्ट है, तुरंत है| Dialogue: 0,0:09:53.68,0:09:56.04,Default,,0000,0000,0000,,यहाँ भी उसके पास विकल्प है| Dialogue: 0,0:09:56.04,0:09:58.74,Default,,0000,0000,0000,,(हँसी) Dialogue: 0,0:09:58.74,0:10:02.50,Default,,0000,0000,0000,,ऐसे लोंग हैं जिनके पास विकल्प थे, जैसे \Nपॅस्टर आंद्रे त्रोक्मे और उनकी पत्नी, Dialogue: 0,0:10:02.50,0:10:05.19,Default,,0000,0000,0000,,और फ्रांस के Le Chambon-sur-Lignon \Nका पूरा गाँव| Dialogue: 0,0:10:05.19,0:10:09.14,Default,,0000,0000,0000,,दुसरे महायुद्ध के समय इन लोगों ने अनेक \Nबाधाओं के बावजूद ३५०० यहूदीयों को बचाया, Dialogue: 0,0:10:09.14,0:10:11.79,Default,,0000,0000,0000,,उनकों शरण दी, उनकों\Nस्विट्जरलैंड लेके आयें, Dialogue: 0,0:10:11.79,0:10:15.24,Default,,0000,0000,0000,,अपनीं और अपनें परिवार की जान \Nको जोखिम मे डाल के| Dialogue: 0,0:10:15.24,0:10:17.39,Default,,0000,0000,0000,,परोपकारिता लोगों मे मौजूद है| Dialogue: 0,0:10:17.39,0:10:19.12,Default,,0000,0000,0000,,तो परोपकारिता क्या है? Dialogue: 0,0:10:19.12,0:10:23.02,Default,,0000,0000,0000,,वे एक इच्छा है कि, अन्य लोग ख़ुश रहें और \Nख़ुशी का कारण ढूंड सकें| Dialogue: 0,0:10:23.02,0:10:28.27,Default,,0000,0000,0000,,सहानुभूति एक भावात्मक या संज्ञानात्मक \Nप्रतिध्वनि है जो आपको बताती है कि, Dialogue: 0,0:10:28.27,0:10:30.98,Default,,0000,0000,0000,,यह इंसान ख़ुश है,\Nयह इंसान दुखी है| Dialogue: 0,0:10:30.98,0:10:34.46,Default,,0000,0000,0000,,किन्तु सहानुभूति अकेले ही काफी नहीं| Dialogue: 0,0:10:34.46,0:10:36.69,Default,,0000,0000,0000,,अगर आपका ओंरों की पीड़ा से सामना होता रहा, Dialogue: 0,0:10:36.69,0:10:39.45,Default,,0000,0000,0000,,तो आपके लिए वो पीड़ा सहन \Nकरना मुश्किल हो जाएगा, Dialogue: 0,0:10:39.45,0:10:43.51,Default,,0000,0000,0000,,इसलिए आपको सहानुभूति से बढ़कर \Nप्यार और करुणा की ज़रूरत पड़ेगी| Dialogue: 0,0:10:43.51,0:10:46.23,Default,,0000,0000,0000,,तानिया सिंगर के साथ हमनें\Nमैक्स प्लांक इंस्टिट्यूट Dialogue: 0,0:10:46.23,0:10:52.34,Default,,0000,0000,0000,,ऑफ़ लेइप्ज़िग मे दिखाया कि, हमारा दिमागी \Nनेटवर्क, सहानुभूति और करुणा के लिए अलग है| Dialogue: 0,0:10:52.34,0:10:54.42,Default,,0000,0000,0000,,यहाँ तक सब ठीक है, Dialogue: 0,0:10:54.42,0:10:59.79,Default,,0000,0000,0000,,हमे यह भाव हमारी उत्क्रांति से, ममता से, \Nमाता पिता के प्यार से मिला है, Dialogue: 0,0:10:59.79,0:11:01.62,Default,,0000,0000,0000,,पर हमे इस भाव का विस्तार करना है| Dialogue: 0,0:11:01.62,0:11:04.97,Default,,0000,0000,0000,,यह भाव और जाति के प्राणियों की ओर \Nभी बढ़ाया जा सकता है| Dialogue: 0,0:11:04.97,0:11:09.38,Default,,0000,0000,0000,,अगर हम ज़्यादा परोपकारी समाज चाहतें है, \Nतो उसके लिए हमें २ चीज़ें लगेंगीं, Dialogue: 0,0:11:09.38,0:11:12.59,Default,,0000,0000,0000,,व्यक्तिगत बद्लाव और सामाजिक बद्लाव| Dialogue: 0,0:11:12.59,0:11:15.15,Default,,0000,0000,0000,,क्या व्यक्तिगत बद्लाव मुमकिन है? Dialogue: 0,0:11:15.15,0:11:18.35,Default,,0000,0000,0000,,२००० सालों की मननशील अध्ययन \Nकहता है कि यह मुमकिन है| Dialogue: 0,0:11:18.35,0:11:21.95,Default,,0000,0000,0000,,तंत्रिका विज्ञान और एपिजेनेटिक्स के साथ \N१५ सालों का संबंध कहता है Dialogue: 0,0:11:21.95,0:11:26.44,Default,,0000,0000,0000,,हाँ, हमारा दिमाग बदल सकता है जब \Nहम परोपकारिता का प्रशिक्षण करते है| Dialogue: 0,0:11:26.44,0:11:30.71,Default,,0000,0000,0000,,मैंने १२० घंटे एक एमआरआई मशीन मे गुज़ारे| Dialogue: 0,0:11:30.71,0:11:33.49,Default,,0000,0000,0000,,यह मेरे पहली बार जाने के २.५ \Nघंटे बाद की तस्वीर है| Dialogue: 0,0:11:33.49,0:11:37.17,Default,,0000,0000,0000,,इसका नतीजा कईं \Nवैज्ञानिक पत्रिकों मे छप्पा है| Dialogue: 0,0:11:37.17,0:11:40.75,Default,,0000,0000,0000,,ये बिना किसी शंका के दिखाता है कि कैसे, \Nपरोपकारिता का प्रशिक्षण करने से Dialogue: 0,0:11:40.75,0:11:44.50,Default,,0000,0000,0000,,हमारे दिमाग मे संरचनात्मक और \Nकार्यात्मक बद्लाव आता है| Dialogue: 0,0:11:44.50,0:11:46.25,Default,,0000,0000,0000,,एक नमूना दिखाऊँ तो, Dialogue: 0,0:11:46.25,0:11:49.07,Default,,0000,0000,0000,,ध्यानी जो बाएं ओर बेठा है, विश्रांत में Dialogue: 0,0:11:49.07,0:11:52.78,Default,,0000,0000,0000,,सहानुभूतिपूर्वक ध्यान लगते हुए, \Nआप यहाँ हलचल देख सकतें हैं, Dialogue: 0,0:11:52.78,0:11:55.33,Default,,0000,0000,0000,,दूसरी तरफ आम इंसान, \Nविश्रांत में और ध्यान लगते हुए, Dialogue: 0,0:11:55.33,0:11:57.27,Default,,0000,0000,0000,,यहाँ कुछ नहीं होता| Dialogue: 0,0:11:57.27,0:11:59.25,Default,,0000,0000,0000,,वे लोंग प्रशिक्षित नहीं है| Dialogue: 0,0:11:59.25,0:12:03.67,Default,,0000,0000,0000,,तो क्या आपको ५०००० घंटे ध्यान लगाने की\Nज़रूरत है?, नहीं| Dialogue: 0,0:12:03.67,0:12:07.84,Default,,0000,0000,0000,,४ हफ़्तों के लिया, रोज़ २० मिनट का\Nकरुणा और सचेतन का ध्यान भी Dialogue: 0,0:12:07.84,0:12:14.14,Default,,0000,0000,0000,,दिमाग मे संरचनात्मक बद्लाव ला सकता है,\Nआम इंसान के साथ तुलना हो तो| Dialogue: 0,0:12:14.14,0:12:17.88,Default,,0000,0000,0000,,सिर्फ रोज़ के २० मिनट, ४ हफ़्तों के लिए| Dialogue: 0,0:12:17.88,0:12:21.22,Default,,0000,0000,0000,,छोटे बचों पर भी काम करता है,\Nरिचर्ड डेविडसन ने यह मैडिसन मे किया था| Dialogue: 0,0:12:21.22,0:12:27.63,Default,,0000,0000,0000,,८ हफ़्तों के लिए, कृतज्ञता, करुणा, \Nसहयोग, जागरूकता से सांस लेना| Dialogue: 0,0:12:27.63,0:12:29.88,Default,,0000,0000,0000,,शायद आप कहें, “पर वे तो सिर्फ बच्चें है|” Dialogue: 0,0:12:29.88,0:12:31.51,Default,,0000,0000,0000,,८ हफ़्तों के बाद देखिए, Dialogue: 0,0:12:31.51,0:12:33.96,Default,,0000,0000,0000,,नीली रेखा उनके सामाजिक व्यव्हार में\Nसुधर दिखाती है| Dialogue: 0,0:12:33.96,0:12:39.40,Default,,0000,0000,0000,,और फिर आती है सबसे परम वैज्ञानिक जाँच, \N‘द स्टिकर टेस्ट’| Dialogue: 0,0:12:39.40,0:12:43.35,Default,,0000,0000,0000,,पहले आप सारें बच्चों के सबसे करीबी दोस्त, \Nसबसे कम पसंदीदा दोस्त, Dialogue: 0,0:12:43.35,0:12:47.42,Default,,0000,0000,0000,,अंजान बच्चा एक बीमार\Nबच्चा निर्धारित कर लीजिये, Dialogue: 0,0:12:47.42,0:12:50.13,Default,,0000,0000,0000,,और बच्चों को स्टिकर बांटने है| Dialogue: 0,0:12:50.13,0:12:54.18,Default,,0000,0000,0000,,प्रशिक्षण से पहले, बच्चें ज़्यादातर स्टिकर \Nअपने सबसे अच्छे दोस्त को देते हैं| Dialogue: 0,0:12:54.18,0:12:57.64,Default,,0000,0000,0000,,४-५ साल के बच्चें, २० मिनट हफ्ते मे ३ \Nबार प्रशिक्षण करतें हैं| Dialogue: 0,0:12:57.64,0:13:01.12,Default,,0000,0000,0000,,प्रशिक्षण के बाद कोई भेद भाव नहीं था : Dialogue: 0,0:13:01.12,0:13:05.05,Default,,0000,0000,0000,,सबसे करीबी दोस्त और सबसे कम पसंदीदा दोस्त,\Nदोनों को एक समान स्टीकर दिएँ गए| Dialogue: 0,0:13:05.05,0:13:08.44,Default,,0000,0000,0000,,यह हमे दुनिया के सारे \Nस्कूलों मे करना चाहिए| Dialogue: 0,0:13:08.44,0:13:10.43,Default,,0000,0000,0000,,अब आगे क्या? Dialogue: 0,0:13:10.43,0:13:14.68,Default,,0000,0000,0000,,(तालियाँ) Dialogue: 0,0:13:14.68,0:13:17.36,Default,,0000,0000,0000,,जब दलाई लामा ने यह सुना, उन्होंने रिचर्ड \Nडेविडसन से कहाँ Dialogue: 0,0:13:17.36,0:13:20.82,Default,,0000,0000,0000,,"तुम १० स्कूल, १०० स्कूल, यूएन मे, \Nपुरे देश मे जाओ| Dialogue: 0,0:13:20.82,0:13:22.50,Default,,0000,0000,0000,,फिर उसके आगे क्या? Dialogue: 0,0:13:22.50,0:13:24.76,Default,,0000,0000,0000,,व्यक्तिगत बद्लाव मुमकिन है| Dialogue: 0,0:13:24.76,0:13:29.38,Default,,0000,0000,0000,,अब क्या हम परोप्करिक जीन का इंसान मे पैदा\Nहोने का इंतज़ार करें? Dialogue: 0,0:13:29.38,0:13:33.13,Default,,0000,0000,0000,,उसमे, ५०००० साल लग जायेंगे,\Nवातावरण के लिए इतनी देर रुकना मुमकिन नहीं| Dialogue: 0,0:13:33.13,0:13:37.57,Default,,0000,0000,0000,,सैभाग्यवश, संस्कृति का विकास हो रहा है| Dialogue: 0,0:13:37.57,0:13:43.30,Default,,0000,0000,0000,,विशेषज्ञों ने कहा है की संस्कृति मे इंसान\Nकी जीन से ज्यादा तेज़ी से बद्लाव आता है| Dialogue: 0,0:13:43.30,0:13:44.83,Default,,0000,0000,0000,,यह एक अच्छी खबर है| Dialogue: 0,0:13:44.83,0:13:48.19,Default,,0000,0000,0000,,पिछले कुछ सालों मे युद्ध के प्रति हमारे\Nरवैया मे दूरतम बद्लाव आया है| Dialogue: 0,0:13:48.19,0:13:53.37,Default,,0000,0000,0000,,व्यक्तिगत बद्लाव और सांस्कृतिक परिवर्तन \Nएक साथ चलते हैं, Dialogue: 0,0:13:53.37,0:13:56.15,Default,,0000,0000,0000,,हम एक ज्यादा परोप्कारी समाज बना सकतें हैं| Dialogue: 0,0:13:56.15,0:13:57.89,Default,,0000,0000,0000,,अब इसके भी आगे क्या? Dialogue: 0,0:13:57.89,0:14:00.14,Default,,0000,0000,0000,,में वापस पूर्व देश मे चला जाऊँगा| Dialogue: 0,0:14:00.14,0:14:03.60,Default,,0000,0000,0000,,अपने परियोजनाओं से हम साल मे \N१००००० रोगियों का इलाज करतें हैं| Dialogue: 0,0:14:03.60,0:14:07.35,Default,,0000,0000,0000,,हमारें स्कूलों मे २५००० बच्चें पढ़ते हैं| Dialogue: 0,0:14:07.35,0:14:09.92,Default,,0000,0000,0000,,कुछ लोंग कहते हैं, \N"आपका काम वास्तव मे चलता है, Dialogue: 0,0:14:09.92,0:14:11.94,Default,,0000,0000,0000,,पर क्या सिद्धांत मे चलता है?" Dialogue: 0,0:14:11.94,0:14:15.29,Default,,0000,0000,0000,,सकारात्मक विचलन हमेशा मौजूद है| Dialogue: 0,0:14:15.29,0:14:17.71,Default,,0000,0000,0000,,में वापस अपने आश्रम मे जाऊँगा Dialogue: 0,0:14:17.71,0:14:20.100,Default,,0000,0000,0000,,आंतरिक संसाधनों ढूँढने, जिसकी मदद से मे \Nऔरों की बेहतर सेवा कर सकूँ| Dialogue: 0,0:14:20.100,0:14:24.18,Default,,0000,0000,0000,,लेकिन हम वैश्विक स्तर पर \Nक्या कर सकतें हैं? Dialogue: 0,0:14:24.18,0:14:25.97,Default,,0000,0000,0000,,हमे तीन चींज़े चाहिए| Dialogue: 0,0:14:25.97,0:14:28.32,Default,,0000,0000,0000,,सहयोग बढ़ाने: Dialogue: 0,0:14:28.32,0:14:32.04,Default,,0000,0000,0000,,पाठशाला में सहयोग की भावना के साथ \Nसीखना नाकि मुकाबले की भावना से| Dialogue: 0,0:14:32.04,0:14:35.61,Default,,0000,0000,0000,,कंपनियों के भीतर बेहद सहयोग हो, Dialogue: 0,0:14:35.61,0:14:40.02,Default,,0000,0000,0000,,कंपनिया आपस मे थोड़ा मुकाबला \Nकर सकतें हैं, पर अपने भीतर नहीँ| Dialogue: 0,0:14:40.02,0:14:43.97,Default,,0000,0000,0000,,हमें सतत एकता बनाएँ रखने की ज़रूरत है,\Nमुझे यह शब्द बहुत पसंद है| Dialogue: 0,0:14:43.97,0:14:45.91,Default,,0000,0000,0000,,नाकि सतत विकास| Dialogue: 0,0:14:45.91,0:14:49.50,Default,,0000,0000,0000,,सतत एकता मतलब असमानता \Nको कम करेंगे| Dialogue: 0,0:14:49.50,0:14:53.83,Default,,0000,0000,0000,,आगे से हम कम साधनो से ज़्यादा काम चलाएँगे, Dialogue: 0,0:14:53.83,0:14:58.31,Default,,0000,0000,0000,,हम गुणात्मकता से बढ़ते रहेंगें, \Nनाकि मात्रात्मकता से| Dialogue: 0,0:14:58.31,0:15:00.62,Default,,0000,0000,0000,,हमें ध्यान रखने वाली \Nअर्थशास्त्र की ज़रूरत है| Dialogue: 0,0:15:00.62,0:15:06.45,Default,,0000,0000,0000,,होमो एकोनोमिकस समृद्धि के बीच \Nजीवित ग़रीबी, Dialogue: 0,0:15:06.45,0:15:08.80,Default,,0000,0000,0000,,साधारण सामान की दिकत, \Nवातावरण, महासागर, Dialogue: 0,0:15:08.80,0:15:11.10,Default,,0000,0000,0000,,इन सब से नहीं जूज सकती|\Nहमें ध्यान रखने वाली Dialogue: 0,0:15:11.10,0:15:12.68,Default,,0000,0000,0000,,अर्थशास्त्र की ज़रूरत है| Dialogue: 0,0:15:12.68,0:15:14.79,Default,,0000,0000,0000,,अगर आप बोलो किअर्थशास्त्र \Nकरुणामय होनी चाहिए Dialogue: 0,0:15:14.79,0:15:16.27,Default,,0000,0000,0000,,वो कहेंगे यह हमारा काम नहीं हैं Dialogue: 0,0:15:16.27,0:15:19.59,Default,,0000,0000,0000,,अगर आप कहें की उन्हें कोई \Nपरवा नहीं,वह सही नहीं होगा| Dialogue: 0,0:15:19.59,0:15:22.97,Default,,0000,0000,0000,,हमे, स्थानीय प्रतिबद्धता, \Nवैश्विक जिम्मेदारी की ज़रूरत है| Dialogue: 0,0:15:22.97,0:15:28.31,Default,,0000,0000,0000,,हमे सरे १६ लाख़ जाति की ओर \Nसहानुभूति बढ़ाने की ज़रूरत है| Dialogue: 0,0:15:28.31,0:15:31.73,Default,,0000,0000,0000,,सारे जीवित प्राणी इस दुनिया \Nके सह नागरिक है, Dialogue: 0,0:15:31.73,0:15:34.72,Default,,0000,0000,0000,,और हमे परोपकारिता दिखने की\Nहिम्मत करनी पड़ेगी| Dialogue: 0,0:15:34.72,0:15:38.60,Default,,0000,0000,0000,,परोपकारीक क्रांति की जय हो| Dialogue: 0,0:15:38.60,0:15:43.16,Default,,0000,0000,0000,,क्रांति की जय हो| Dialogue: 0,0:15:43.16,0:15:48.52,Default,,0000,0000,0000,,(तालियाँ) Dialogue: 0,0:15:48.52,0:15:50.50,Default,,0000,0000,0000,,शुक्रिया| Dialogue: 0,0:15:50.50,0:15:52.45,Default,,0000,0000,0000,,(तालियाँ)