1 00:00:00,760 --> 00:00:03,240 किसी पर चीज बराबर ध्यान देना: 2 00:00:03,280 --> 00:00:04,520 यह आसान नहीं है, है ना? 3 00:00:05,520 --> 00:00:10,536 क्योंकि हमारा ध्यान बहुत दिशाओं में जाता है 4 00:00:10,560 --> 00:00:14,640 यदि आप अपना ध्यान केंद्रित रख पाएं तो यह बहुत बढ़िया है l 5 00:00:16,360 --> 00:00:20,416 बहुत से लोगो को लगता है कि अवधान सिर्फ ध्यान केंद्रित करने के बारे में है 6 00:00:20,440 --> 00:00:23,320 अवधान का सम्बन्ध इससे भी है कि हमारा मस्तिष्क 7 00:00:23,320 --> 00:00:26,320 क्या फ़िल्टर करने की कोशिश कर रहा है l 8 00:00:26,320 --> 00:00:29,040 दो तरीकों से आप अपना ध्यान निर्देशित करते हैं 9 00:00:29,600 --> 00:00:31,160 सबसे पहले, अपरोक्ष ध्यान से l 10 00:00:31,640 --> 00:00:35,800 इसमें आप अपनी आँखें एक वस्तु पर ले जाते हैं l 11 00:00:35,800 --> 00:00:37,360 उस वस्तु पर ध्यान देने के लिए l 12 00:00:38,360 --> 00:00:40,336 दूसरे प्रकार का ध्यान, गुप्त ध्यान है। 13 00:00:40,360 --> 00:00:44,376 गुप्त ध्यान में, आप एक वस्तु पर ध्यान देते हैं, 14 00:00:44,400 --> 00:00:45,960 अपनी आँखों को हिलाये बिना l 15 00:00:47,040 --> 00:00:48,680 गाड़ी चलाने के बारे में सोचें l 16 00:00:50,960 --> 00:00:53,976 आपका अपरोक्ष ध्यान, आपकी आँखों की दिशा, 17 00:00:54,000 --> 00:00:55,656 सामने की तरफ हैं, 18 00:00:55,680 --> 00:00:57,456 लेकिन यह आपका गुप्त ध्यान है 19 00:00:57,480 --> 00:01:00,560 जो लगातार आपके क्षेत्र का क्रमवीक्षण कर रहा है, 20 00:01:01,600 --> 00:01:03,480 पर आप वास्तव में उन पर नहीं देखते हैं l 21 00:01:05,519 --> 00:01:07,456 मैं कम्प्यूटेशनल तंत्रिकावैज्ञानिक हूं, 22 00:01:07,480 --> 00:01:10,576 संज्ञानात्मक मस्तिष्क-मशीन जुड़ाव पर काम करता हूं, 23 00:01:10,600 --> 00:01:13,640 या मस्तिष्क और कंप्यूटर को एक साथ लाता हूँ 24 00:01:14,720 --> 00:01:16,590 मुझे मस्तिष्क के प्रतिमान से प्यार है l 25 00:01:16,720 --> 00:01:18,926 मस्तिष्क के प्रतिमान हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं 26 00:01:18,926 --> 00:01:21,936 क्योंकि उस आधार पर कंप्यूटर नमूना बनाते है, 27 00:01:21,960 --> 00:01:23,376 और इन नमूनों पर आधारित 28 00:01:23,400 --> 00:01:24,640 कंप्यूटर बता सकते हैं कि 29 00:01:24,640 --> 00:01:27,640 हमारा दिमाग कैसे काम कर रहा है l 30 00:01:27,640 --> 00:01:29,240 और अगर यह अच्छे से काम नहीं करता, 31 00:01:30,080 --> 00:01:34,000 तो कंप्यूटरों की सहायता ली जा सकती है 32 00:01:34,760 --> 00:01:35,960 चिकित्सा के लिए l 33 00:01:36,480 --> 00:01:38,120 लेकिन उसका भी कुछ मतलब है 34 00:01:39,360 --> 00:01:41,856 क्योंकि गलत प्रतिरूप चुनने पर, 35 00:01:41,880 --> 00:01:43,776 हमें गलत नमूना मिलेगा l 36 00:01:43,800 --> 00:01:45,456 और इसलिए गलत उपचार होंगे l 37 00:01:45,480 --> 00:01:46,680 है ना ? 38 00:01:47,640 --> 00:01:49,296 ध्यान के मामले में, 39 00:01:49,320 --> 00:01:50,600 तथ्य यह कि 40 00:01:51,800 --> 00:01:55,296 हम केवल अपनी आंखों से ध्यान नहीं बदलते, 41 00:01:55,320 --> 00:01:56,640 बल्कि हमारी सोच से भी -- 42 00:01:57,440 --> 00:01:59,280 और इसलिए गुप्त ध्यान 43 00:01:59,280 --> 00:02:02,280 कंप्यूटर के लिए एक दिलचस्प नमूना है 44 00:02:02,280 --> 00:02:05,736 मस्तिषक-तरंग प्रतिरूप कैसा होता है, 45 00:02:05,760 --> 00:02:09,440 जब आप खुलकर या गुप्त रूप से देखते हैं l 46 00:02:10,440 --> 00:02:12,200 मैंने इसके लिए एक प्रयोग किया l 47 00:02:12,960 --> 00:02:15,696 इस प्रयोग में दो झिलमिलाते वर्ग हैं, 48 00:02:15,720 --> 00:02:19,080 उनमें से एक धीमी गति से झिलमिला रहा है l 49 00:02:20,600 --> 00:02:24,416 जिस झिलमिलाहट पर आप ध्यान देंगे, 50 00:02:24,440 --> 00:02:28,400 आपके मस्तिष्क के कुछ भाग उसी 51 00:02:29,200 --> 00:02:30,640 झिलमिलाहट के दर में गूंजेगे l 52 00:02:32,000 --> 00:02:34,936 तो मस्तिष्क के संकेतों का विश्लेषण करके, 53 00:02:34,960 --> 00:02:38,000 हम पता कर सकते हैं कि आप कहाँ देख रहे हैं 54 00:02:38,760 --> 00:02:40,320 या आप कहाँ ध्यान दे रहे हैं। 55 00:02:43,000 --> 00:02:47,216 अपरोक्ष ध्यान देते हुए दिमाग में क्या होता है? 56 00:02:47,240 --> 00:02:50,496 मैंने लोगों को एक वर्ग में सीधे देखने और 57 00:02:50,520 --> 00:02:51,800 उसपर ध्यान देने को कहा । 58 00:02:52,760 --> 00:02:58,056 आश्चर्य की बात नहीं, के इस मामले में हमने देखा कि ये झिलमिलाते वर्ग 59 00:02:58,080 --> 00:03:00,016 उनके दिमाग के संकेत में दिखाई देते हैं 60 00:03:00,040 --> 00:03:02,400 जो उनके सिर के उस पिछले भाग से आ रहा था, 61 00:03:03,560 --> 00:03:06,960 जो आपकी दृश्य सूचना के लिए जिम्मेदार है l 62 00:03:08,280 --> 00:03:10,616 लेकिन मेरी दिलचस्पी यह जानने में थी कि 63 00:03:10,640 --> 00:03:13,800 गुप्त ध्यान के वक्त आपके दिमाग में क्या होता है? 64 00:03:14,480 --> 00:03:18,376 तो मैंने लोगों से स्क्रीन के बीच में देखने कहा, 65 00:03:18,400 --> 00:03:20,280 बिना उनकी आखें हिलाते हुए, 66 00:03:21,120 --> 00:03:23,840 इन वर्गों में से एक पर ध्यान देने के लिए l 67 00:03:25,120 --> 00:03:26,736 जब हमने ऐसा किया, 68 00:03:26,760 --> 00:03:30,696 दोनों झिलमिलाहट दर दिमाग के संकेत में दिखी, 69 00:03:30,720 --> 00:03:31,920 लेकिन दिलचस्प यह है कि, 70 00:03:32,640 --> 00:03:36,176 उनमें से केवल एक, जिस पर ध्यान दिया गया था, 71 00:03:36,200 --> 00:03:37,856 उसके संकेत मजबूत थे l 72 00:03:37,880 --> 00:03:40,136 तो मस्तिष्क में कोई चीज़ थी 73 00:03:40,160 --> 00:03:42,696 जो इस जानकारी को संभाल रहा थी , 74 00:03:42,720 --> 00:03:48,920 और वह थी मस्तिष्क के ललाट क्षेत्र की सक्रियता 75 00:03:50,440 --> 00:03:53,416 हमारे मस्तिष्क के आगे का हिस्सा जिम्मेदार है 76 00:03:53,440 --> 00:03:56,320 मानवरूप में उच्च संज्ञानात्मक कार्यों के लिए l 77 00:03:57,160 --> 00:04:01,600 ललाट भाग एक छन्नी के रूप में काम करता है 78 00:04:02,640 --> 00:04:07,016 जो जानकारी को उसी झिलमिलाहट से आने देता है 79 00:04:07,040 --> 00:04:08,680 जिसपर आप पर ध्यान दे रहे हैं 80 00:04:09,400 --> 00:04:13,360 और अनदेखी वस्तु की जानकारी को बाधित करता है। 81 00:04:15,400 --> 00:04:20,696 दिमाग की छानने की क्षमता ध्यान के लिए ज़रूरी है 82 00:04:20,720 --> 00:04:23,496 जो कुछ लोगों में अनुपस्थित होती है, 83 00:04:23,520 --> 00:04:26,000 उदाहरण के लिए एडीएचडी वाले लोगों में 84 00:04:26,640 --> 00:04:31,656 जो ध्यान-भंग वाले विचारों को बाधित नहीं कर पाते, 85 00:04:31,680 --> 00:04:36,440 इसलिए वे एक ही कार्य में ध्यान नही लगा पाते 86 00:04:37,600 --> 00:04:39,136 पर सोचिये अगर यह व्यक्ति 87 00:04:39,160 --> 00:04:42,696 विशिष्ट कंप्यूटर खेल के द्वारा, 88 00:04:42,720 --> 00:04:45,600 जिसमें उसका मस्तिष्क कंप्यूटर से जुड़ा हो, 89 00:04:46,440 --> 00:04:48,560 अपने दिमाग को प्रशिक्षित कर सके 90 00:04:49,360 --> 00:04:51,800 इन विचारों को बाधित करने के लिए l 91 00:04:53,680 --> 00:04:56,160 एडीएचडी सिर्फ एक उदाहरण है। 92 00:04:57,200 --> 00:05:00,456 हम इन संज्ञानात्मक मस्तिष्क-मशीन जुड़ाव का उपयोग 93 00:05:00,480 --> 00:05:02,680 कई अन्य संज्ञानात्मक क्षेत्रों में कर सकते हैं 94 00:05:03,760 --> 00:05:05,536 कुछ साल पहले की ही बात है 95 00:05:05,560 --> 00:05:09,640 मेरे दादाजी को मस्तिष्क-आघात हुआ था 96 00:05:09,640 --> 00:05:12,640 वो फिर कभी बोल नहीं पाए 97 00:05:12,640 --> 00:05:15,976 वह बात समझ पाते थे पर जवाब नही दे पाते थे 98 00:05:16,000 --> 00:05:18,480 लिखित में भी नहीं, क्योंकि वह अशिक्षित थे 99 00:05:20,000 --> 00:05:22,520 तो चुप्पी में ही उनका निधन हो गया l 100 00:05:24,800 --> 00:05:27,136 मुझे याद है कि मैं उस समय सोचता था कि 101 00:05:27,160 --> 00:05:31,056 कैसा होता अगर हमारे पास एक कंप्यूटर होता 102 00:05:31,080 --> 00:05:32,440 जो उनके लिए बात कर सकता? 103 00:05:33,610 --> 00:05:36,056 अब, सालों बाद जब मैं इस क्षेत्र में काम कर रहा हूं, 104 00:05:36,080 --> 00:05:38,400 मैं देखता हूं कि यह संभव हो सकता है। 105 00:05:40,240 --> 00:05:43,096 सोचिए अगर हम मस्तिषक-तरंग का प्रतिरूप पा सकें, 106 00:05:43,120 --> 00:05:46,560 जब लोग छवियों, पत्रों के बारे में सोचते हैं, 107 00:05:47,720 --> 00:05:50,656 जैसे अक्षर 'अ' का मस्तिषक-तरंग प्रतिरूप, 108 00:05:50,680 --> 00:05:52,400 अक्षर 'प' से अलग होता है 109 00:05:52,960 --> 00:05:56,640 क्या एक दिन कंप्यूटर मूक लोगों के लिए बोल सकेगा? 110 00:05:57,640 --> 00:05:59,080 क्या होगा यदि कोई कंप्यूटर 111 00:05:59,960 --> 00:06:04,520 हमें अचेत व्यक्ति के विचारों को समझने में मदद करेगा ? 112 00:06:05,840 --> 00:06:07,456 हम वहाँ अभी तक नहीं पहुँचे हैं, 113 00:06:07,480 --> 00:06:10,216 लेकिन करीब से ध्यान देने पर, 114 00:06:10,240 --> 00:06:11,936 हम जल्द ही वहां होंगे l 115 00:06:11,960 --> 00:06:13,456 धन्यवाद। 116 00:06:13,480 --> 00:06:19,112 (तालियां)