0:00:00.760,0:00:05.296 बचपन मे मैं गिनेस बूक ऑफ़ वर्ल्ड[br]रिकार्ड्स की बडी शौक़ीन थी 0:00:05.320,0:00:08.776 और मैं चाहती थी की मै खुद एक[br]वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाऊँI 0:00:08.800,0:00:11.496 बस एक छोटी सी समस्या थी: 0:00:11.520,0:00:14.020 मुझमे कोई हुनर नहीं थाI 0:00:14.520,0:00:17.896 तब मैने तय किया की मुझे उस चीज़ [br]मे रिकॉर्ड बनानी है 0:00:17.956,0:00:20.679 जिसमे कोई हुनर या कौशल की ज़रुरत ना होI 0:00:21.840,0:00:24.576 तब मैंने निश्चय किया की[br]मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाऊंगी 0:00:24.600,0:00:25.800 'रेंगने' में I 0:00:27.680,0:00:30.656 (लोगों की हंसी) 0:00:30.680,0:00:34.200 रेंगने का रिकॉर्ड उस समय किसी ने [br]साडे १२ मिलों की बनाई थी, 0:00:35.840,0:00:39.016 और इसे पढ़के मुझे यह लगा कि इस रिकॉर्ड को[br]मैं आसानी से तोड़ पाऊँगी I 0:00:39.040,0:00:41.200 (लोगों की हंसी) 0:00:42.480,0:00:44.136 मेरे साथ मेरी सहेली[br]ऐनी भी जुड़ गई, 0:00:44.156,0:00:47.656 और हमने सोच लिया कि इस काम के लिए [br]हमें प्रशीक्षण की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगीI 0:00:47.756,0:00:50.826 (लोगों की हंसी) 0:00:51.040,0:00:52.856 जब हमारे रिकॉर्ड बनाने का दिन आया, 0:00:52.880,0:00:56.536 हमने अपने कपड़ो पे फर्नीचर के गद्दे बांधकर 0:00:56.560,0:00:58.320 रिकॉर्ड बनाने के लिए तैयार हो गए, 0:00:58.720,0:01:01.776 मगर शुरू करते ही, हम मुसीबत में फस गए, 0:01:01.800,0:01:03.896 क्योंकि जो कपडे हमने पहने हुए थे,[br]जीन्स के, 0:01:03.920,0:01:05.495 वह हमारे त्वचा को मसलने लगी, 0:01:05.519,0:01:08.160 जिस वजह से घुटनों में खरोंच आ गईI 0:01:08.920,0:01:10.120 कुछ ही घंटों के बाद, 0:01:11.160,0:01:12.360 बारिश होने लगीI 0:01:13.520,0:01:15.960 फिर, ऐनी ने मुझे अलविदा कह दियाI 0:01:17.400,0:01:19.360 और उसके बाद अँधेरा होने लगाI 0:01:20.680,0:01:23.496 तब तक मेरे घुटनों से खून निकलने लगा था, 0:01:23.520,0:01:25.736 ठंड, दर्द और नीरसता के वजह से, 0:01:25.760,0:01:28.456 मैं दृष्टिभ्रम हो रही थीI 0:01:28.480,0:01:32.000 मेरी दुविधा आपको भीषण तब लगेगी[br]जब आप यह जानेंगे कि, 0:01:33.120,0:01:37.240 मैदान का एक दायरा खत्म करने[br]के लिए मुझे दस मिनट लगेI 0:01:37.880,0:01:40.680 आखरी दायरा खत्म होते होते तीस मिनट लग गएI 0:01:42.000,0:01:46.416 और बारह घंटे होने के बाद 0:01:46.440,0:01:47.776 मैंने रेंगना रोक दिया, 0:01:47.800,0:01:50.680 मैं सादे आठ मील रेंग चुकी थी [br] 0:01:51.880,0:01:55.536 पर चुनौती थी साडे १२ मिलों की I 0:01:55.560,0:02:00.096 सालों तक इस अनुभव को मैंने असफलता[br]की नज़र से देखा 0:02:00.120,0:02:02.616 पर आज मेरा नजरिया बदल गया हैं I 0:02:02.640,0:02:04.750 जब मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड की[br]प्रयास में लगी थी, 0:02:04.750,0:02:07.016 एक साथ तीन चीज़े करने की[br]प्रयास में लगी हुई थीI 0:02:07.040,0:02:09.376 अपने सुविधा क्षेत्र से बाहर निकली थी, 0:02:09.400,0:02:11.656 मैं अपने आप को सख्त बना रही थी 0:02:11.680,0:02:14.416 मैं अपने आप पर, 0:02:14.440,0:02:16.410 और मेरे फैसलों पर भरोसा करने लगी थी I 0:02:16.440,0:02:17.696 तब मुझे एहसास नहीं हुआ था, 0:02:17.720,0:02:20.640 कि वह असफलता के गुण नहीं हैं 0:02:21.480,0:02:24.080 बल्कि बहादुरी के लक्षण थेI 0:02:25.280,0:02:27.856 सन १९८९ में जब मैं २६ साल की थी, 0:02:27.880,0:02:30.120 मैं सॅन फ्रांसिस्को शहर की [br]फायर फाइटर बन गई 0:02:30.800,0:02:34.976 १५०० मर्दों के विभाग में [br]मैं १५ वी महिला थी I 0:02:35.000,0:02:38.760 (तालियाँ) 0:02:41.240,0:02:43.096 और जब मैं वहाँ पहुंची, 0:02:43.120,0:02:45.816 सब शंकित थे कि हम इस काम के लिए [br]काबिल थे या नहीं I 0:02:45.840,0:02:51.176 पाँच फुट दस इंच की थी, अड़सठ किलो की थी,[br]कॉलेज टीम की खिवैया थी, 0:02:51.200,0:02:55.576 और एक समय बारह घंटों तक [br]घुटनो की खरोच भी झेली थीI 0:02:55.600,0:02:57.216 (लोगों की हंसी) 0:02:57.240,0:03:00.056 इन सब के बावजूद मेरी ताकत का [br]इम्तिहान लिया गया I 0:03:00.280,0:03:02.103 एक दिन जब कही आग लगने की खबर आई I 0:03:02.123,0:03:04.383 जब हमारी फायर ब्रिगेड टोली घटना [br]स्थल पर पहुंची, 0:03:04.383,0:03:08.420 गली का एक मकान आग से [br]धुआंदार हो गया था I 0:03:08.440,0:03:10.606 मैं और मेरे टीम के साथी स्किप साथ जुड़ गए, 0:03:10.684,0:03:13.440 स्किप, पाइप के नौक पीछे और मैं उसके पीछे 0:03:13.440,0:03:15.080 आग की स्तिथि सहज के कुछ करीब थी, 0:03:15.280,0:03:18.616 धुआंदार और गरम, 0:03:18.676,0:03:20.400 पर अचानक, 0:03:20.400,0:03:22.200 एक विस्फोट हुआ, 0:03:22.200,0:03:24.400 जिसके वजह से स्किप और मैं [br]पीछे की ओर उड़ गए, 0:03:24.400,0:03:26.556 मेरा ऑक्सीजन मास्क चेहरे से हट गया, 0:03:26.556,0:03:28.702 और एक क्षण के लिए उलझन का माहौल छा गया I 0:03:28.840,0:03:32.276 अपने आप को संभालते हुए मैं खड़ी हो गई, 0:03:32.276,0:03:34.122 मैंने पाइप की नौक पकड़ ली, 0:03:34.122,0:03:36.608 और वह काम किया जो एक फायर फाइटर करता हैं: 0:03:36.640,0:03:38.346 निडर, मैं आगे बढ़ी, 0:03:38.396,0:03:39.876 पाइप से पानी का बहाव[br]शुरू किया, 0:03:39.876,0:03:42.686 और मैं अकेली उस आग का सामना करने लगी I 0:03:42.720,0:03:44.996 विस्फोट का कारण पानी का कोई हीटर था, 0:03:44.996,0:03:47.692 किसीको चोट ना लगने के कारण,[br]मामला गंभीर नहीं हुआ, 0:03:47.720,0:03:50.996 उसके बाद स्किप मेरी तरफ आये[br]और उन्होंने कहा, 0:03:50.996,0:03:52.622 "शाबाश कैरोलाइन", 0:03:52.760,0:03:54.360 और वह भी अचरज होकर 0:03:55.080,0:03:57.596 (लोगों की हंसी) 0:03:57.596,0:04:01.440 पर मैं उलझन में पड गई. आग बुझाना जब [br]मेरे लिए मुश्किल का काम नहीं लगा तो 0:04:01.440,0:04:06.416 स्किप मेरी तरफ ऐसे आश्चर्यचकित होकर[br]क्यों देख रहे थे? 0:04:06.476,0:04:08.160 और तब मुझे एहसास हुआ, 0:04:08.160,0:04:11.316 स्किप थे तो एक अच्छे आदमी और 0:04:11.316,0:04:13.561 एक बेहतरीन फायरमैन पर, 0:04:13.561,0:04:16.872 उनका यह मानना था कि महिलाये पुरुषों से[br]कम ताकतवर ही नहीं 0:04:16.960,0:04:20.730 बल्कि पुरुषों से कम बहादुर भी हैंI 0:04:20.760,0:04:23.556 और ऐसी सोच सिर्फ उनकी ही नहीं थीI 0:04:23.556,0:04:25.742 दोस्त, जान पहचानवाले, अजनबी, 0:04:25.842,0:04:27.908 आदमी या औरत, मेरे वृत्तिगत[br]जीवन के दौरान 0:04:27.918,0:04:29.404 सबने मुझसे हर बार यही सवाल किया 0:04:29.404,0:04:33.364 "कैरोलाइन, वह आग वह खतरा" 0:04:33.364,0:04:35.324 "क्या तुम्हे डर नहीं लगता?" 0:04:35.324,0:04:38.784 सच में, मैंने यह सवाल कभी भी कोई [br]पुरुष फायरमैन से पूछते हुए नहीं सुना। 0:04:38.924,0:04:41.204 और मुझे अजीब सा लगने लगा 0:04:41.204,0:04:45.590 लोग यह क्यों समझते हैं कि औरतों में[br]बहादुरी नहीं होती? 0:04:45.750,0:04:47.556 उस सवाल का जवाब मुझे तब मिला, 0:04:47.556,0:04:49.322 जब मेरी सहेली ने अपना दुखड़ा रोया 0:04:49.322,0:04:51.718 कि उसकी बेटी एक महान डरपोक हैं I 0:04:51.798,0:04:53.704 तब मेरे नज़र में यह आया कि 0:04:53.764,0:04:56.234 उसकी बेटी सच में चिंतित थी, 0:04:56.480,0:05:00.116 पर उससे ज़्यादा चिंतित उसके माँ और बाप थे I 0:05:00.116,0:05:03.390 जब भी वह बच्ची बाहर जाती थी तब उसके[br]माँ बाप उसे यही कहा करते कि 0:05:03.400,0:05:07.946 "संभलके जाना" या "यहाँ मत जाओ"[br]या"यह मत करो" I 0:05:08.916,0:05:11.600 मेरे दोस्त बुरे माँ बाप नहीं थे I 0:05:11.600,0:05:14.320 वह सिर्फ वही कर रहे थे जो अधिक[br]माँ बाप किया करते हैं, 0:05:14.320,0:05:19.390 अपने बेटों से ज़्यादा वह अपने बेटियों को[br]सावधान किया करते हैं I 0:05:19.440,0:05:24.446 खेल के मैदान में लगाए गए एक फायर के खम्बे[br]पर अध्ययन किया गया| 0:05:24.480,0:05:28.566 इसमें देखा गया की खम्बे से [br]फिसलते वक़्त लड़कियों को 0:05:28.600,0:05:32.320 उनके माता पिता खम्बे के जोखिम के बारे में [br]सावधान करते थे, 0:05:32.320,0:05:35.700 उसके बावजूद भी अगर लड़की [br]उस खम्बे के साथ खेलना चाहे तो, 0:05:35.800,0:05:39.280 माता या पिता उसकी सहायता के लिए दौड़ते हैI 0:05:39.280,0:05:41.026 पर लड़के? 0:05:41.156,0:05:43.612 खम्बे के साथ खेलने के लिए उनको[br]बढ़ावा दिया जाता हैI 0:05:43.950,0:05:46.700 उनमे घबराहट होने के बावजूद भी, 0:05:46.920,0:05:53.380 माता पिता खुद लड़कों को सिखाते हैं कि[br]खम्बे के साथ खेल कैसे जाता हैंI 0:05:53.480,0:05:57.856 यह करने से हम लड़कों और लड़कियों[br]को क्या संदेसा दे रहे हैं? 0:05:57.920,0:06:01.870 कि लड़कियां नाज़ुक हैं और उनको हर काम[br]में सहायता की ज़रुरत हैं, 0:06:01.880,0:06:06.516 और लड़के कोई भी मुश्किल काम आसानी[br]से करने में माहिर हैं? 0:06:06.516,0:06:09.246 लड़कियों को भयभीत होनी चाहिए? 0:06:09.276,0:06:13.032 और लड़के निडर? 0:06:13.160,0:06:15.576 जब बच्चे छोटे होते हैं तब, 0:06:15.680,0:06:18.196 लड़को और लड़कियों की ताकत एक[br]समान होती हैI 0:06:18.196,0:06:20.836 लड़कियां अधिकतर तारुण्यागम तक शक्तिशाली 0:06:20.880,0:06:22.476 और ज़्यादा समझदार होती हैI 0:06:22.476,0:06:24.472 पर हम बड़े, इसी वहम में रहते हैं कि 0:06:24.480,0:06:26.766 लड़कियां बहुत ही नाज़ुक हैं, 0:06:26.840,0:06:28.780 बिना मदद के वह कुछ कर नहीं सकती और 0:06:28.800,0:06:31.146 उनसे ज़्यादा कुछ हो नहीं पाताI 0:06:31.156,0:06:33.732 बचपन में इसी सोच को [br]हमारे दिमाग में भरा जाता हैं, 0:06:33.760,0:06:37.466 और बड़े होने के बाद भी इसी सोच को[br]सच मानने लगते हैं I 0:06:37.480,0:06:39.956 पुरुष एवं महिला, दोनों इस खयालात को [br]सच मानते हैं, 0:06:39.960,0:06:41.516 और तो और 0:06:41.516,0:06:44.856 हम अपने बच्चों को और वह [br]उनके बच्चों को यही सिखाते हैं, 0:06:44.880,0:06:46.696 और यह चलता रहता हैI 0:06:46.720,0:06:49.226 तो लीजिये मुझे मेरा जवाब मिल गया 0:06:49.240,0:06:51.836 औरतों से खासकर फायर फाइटर औरतों से भी 0:06:51.840,0:06:53.940 यही अपेक्षा रहती हैं कि वह भयभीत रहे I 0:06:53.960,0:06:57.776 सिर्फ इसीलिए कई महिलाये भयभीत रहती हैं 0:06:57.920,0:07:01.070 कुछ लोग मेरी बात मानने के लिए[br]तैयार नहीं होंगे अगर मैं यह कहूँ कि 0:07:01.080,0:07:04.196 मैं डरने के खिलाफ नहीं हूँI 0:07:04.200,0:07:07.986 क्योंकि डर एक महत्त्वपूर्ण भावना हैं [br]जो हमें सुरक्षित रखती हैं, 0:07:08.036,0:07:11.242 पर इस भावना को इतना भी [br]आवश्यक ना बनाये जिससे 0:07:11.242,0:07:13.570 लड़किया कोई भी नया काम करते वक़्त 0:07:13.600,0:07:17.400 अपने कदम झिझक झिझककर रखे I 0:07:17.760,0:07:21.516 कई साल मैं एक पैराग्लाइडर पायलट भी[br]रह चुकी हूँ 0:07:21.800,0:07:23.626 (तालियाँ) 0:07:23.720,0:07:26.156 एक पैराग्लाइडर पंख वाले हवाई[br]छत्री की तरह होती हैं 0:07:26.156,0:07:29.572 और उड़ती भी बहुत खूब हैं 0:07:29.920,0:07:32.686 पर लोगों के लिए एक पैराग्लाइडर पायलट[br]तार लगे हुए 0:07:32.840,0:07:34.016 चादर की तरह नज़र आते हैं| 0:07:34.360,0:07:35.546 (लोगों की हंसी) 0:07:35.560,0:07:37.936 और पहाड़ों के ऊपर इस चादर में हवा भरते 0:07:38.040,0:07:39.590 मैंने बहुत समय बिताएI 0:07:39.640,0:07:42.376 पहाड़ के ऊपर से भाग कर हवा में उड़ना 0:07:42.560,0:07:44.140 और आप यही सोच रहे हैं कि 0:07:44.160,0:07:48.656 'कैरोलाइन, इस मामले में [br]थोड़ा तो डरना ज़रूरी हैं' 0:07:48.800,0:07:50.536 और आप सही हैंI 0:07:50.680,0:07:53.086 सच मानिए मैं भी डरी, 0:07:53.200,0:07:54.466 पर उस पर्वत के ऊपर, 0:07:54.476,0:07:56.542 हवा का इंतज़ार करते वक़्त 0:07:56.560,0:07:58.710 मुझमे कई उमंग उमड़ आते थे: 0:07:58.800,0:08:01.396 ज़िंदादिली, विश्वासI 0:08:02.000,0:08:03.786 मैं एक अच्छी पायलट हूँ [br]यह मुझे पता था 0:08:03.800,0:08:06.806 और यह भी पता था की परिस्तिथि[br]अच्छे न होते तो मैं वहा नहीं होती I 0:08:06.840,0:08:10.366 ज़मीन से हज़ारों फ़ीट ऊपर हवा में [br]उड़ने का मज़ा कुछ और ही था 0:08:10.396,0:08:12.812 और हाँ डर भी था 0:08:13.042,0:08:15.228 पर उस डर को मैं [br]एक बार ग़ौर से परिशीलन करती, 0:08:15.238,0:08:17.884 उसके महत्वपूर्णता को निर्धारित करती 0:08:17.920,0:08:20.236 और उसे ऐसी जगह पंहुचा देती, 0:08:20.280,0:08:21.696 जो ठीक मेरे 0:08:21.716,0:08:25.460 ज़िंदादिली, अपेक्षा और विश्वास 0:08:25.720,0:08:27.396 के पीछे होती थी, एक कदम[br]भी आगे नहीं 0:08:27.396,0:08:29.416 मैं डर के खिलाफ नहीं हूँ 0:08:29.440,0:08:34.506 मैं सिर्फ बहादुरी के राह[br]पर चलना चाहती हूँ 0:08:34.516,0:08:37.596 मैं यह नहीं कह रही हूँ कि हर लड़की[br]को फायर फाइटर 0:08:37.760,0:08:39.966 या पैराग्लाइडर बनना चाहिए I 0:08:39.996,0:08:45.602 मैं यह कह रही हूँ की हम अपनी लड़कियों[br]को बुज़दिल और मजबूर बना रहे हैं 0:08:45.602,0:08:49.238 उन्हें कठिन शारीरिक कार्यों [br]के लिए बढ़ावा नहीं दे रहे हैं I 0:08:49.238,0:08:51.854 यही डर और मजबूरी हमारे साथ बढ़ने लगती हैं 0:08:51.880,0:08:53.716 और हमेशा के लिए हमारे [br]साथ रह जाती हैं 0:08:53.716,0:08:58.002 इन सब का प्रभाव हमारे हर कदम[br]पर पड़ने लगती हैं: 0:08:58.002,0:09:00.322 जी खोलकर बोलने में हमारी झिझक, 0:09:00.322,0:09:03.002 हमारे अपनेपन को छुपा के रखना [br]ताकि लोग हमें पसंद करे, 0:09:03.002,0:09:06.678 और खुद के निर्णय लेने में संकोचI 0:09:06.960,0:09:10.376 तो फिर हम महिलाये बहादुर कैसे बने? 0:09:10.440,0:09:12.236 बात यह हैं कि, 0:09:12.236,0:09:14.166 बहादुरी सीखी जा सकती हैं, 0:09:14.240,0:09:15.596 और सीखने के साथ साथ हमें 0:09:15.680,0:09:17.916 बहादुरी को एक प्रथा बनानी चाहिएI 0:09:18.040,0:09:19.586 तो पहले, 0:09:19.640,0:09:21.336 हम सबको एक गहरी सांस लेनी चाहिए 0:09:21.360,0:09:23.440 और हमारी लड़कियों को बढ़ावा देना चाहिए 0:09:23.440,0:09:26.096 स्केटिंग करने के लिए, पेड़ पर चढ़ने के लिए 0:09:26.160,0:09:29.446 या खेल के मैदान में बेझिझक खेलने के लिए 0:09:29.480,0:09:31.676 मेरी माँ ने भी मेरे साथ वही किया था 0:09:31.676,0:09:33.462 उनको तब यह बात मालूम नहीं था 0:09:33.480,0:09:35.776 पर शोधकर्ताओं के अनुसार 0:09:35.800,0:09:37.856 यह जोखिम भरी परिस्तिथि कहलाता हैं 0:09:37.920,0:09:42.376 और अध्ययन यह दिखता हैं की अगर बच्चों के[br]खेल में कुछ हद तक कठोरता हो 0:09:42.396,0:09:45.002 तो वह खुद खतरों का अंदाजा [br]लगाना सीख लेते हैं 0:09:45.002,0:09:47.162 प्रतिफल का इंतज़ार करना सीखते हैं, 0:09:47.202,0:09:49.000 लौटाव सिखाती हैं 0:09:49.000,0:09:51.076 आत्मविश्वास से कदम रखना सीखते हैं I 0:09:51.076,0:09:52.560 दूसरी तरह से कहा जाए तो, 0:09:52.560,0:09:55.806 जब बच्चे निडर होकर बाहर जाने लगते हैं, 0:09:55.884,0:10:00.350 तब ज़िन्दगी के कुछ अनमोल[br]सीख उन्हें मिलती हैंI 0:10:00.600,0:10:05.296 साथ साथ हमें अपनी लड़कियों में[br]खौफ भरना नहीं चाहिएI 0:10:05.360,0:10:07.680 अगली बार अपनी बच्ची से यह मत कहियेगा कि, 0:10:07.800,0:10:09.676 "संभलके, गिर मत जाना, चोट लग गई तो?" 0:10:09.676,0:10:12.482 "यह मत करना, इसमें खतरा हैं" 0:10:12.482,0:10:16.078 और कभी भी अपनी बेटियों से[br]यह मत कहियेगा कि 0:10:16.078,0:10:18.508 उसे ज़्यादा परिश्रम करना नहीं चाहिए, 0:10:18.518,0:10:20.678 वह इतनी भी समझदार नहीं हैं, 0:10:20.720,0:10:24.320 और उसे डर डर के जीना चाहिए I 0:10:24.320,0:10:26.080 और तो और 0:10:26.080,0:10:29.686 हम महिलाओं को खुद बहादुरी की[br]सीख लेनी चाहिए I 0:10:29.876,0:10:33.822 अगर हम नहीं सीखेंगे तो हमारी [br]बेटियों को कैसे सिखाएंगे? 0:10:33.961,0:10:35.701 तो यह रही एक और बात 0:10:35.875,0:10:38.995 डर और ज़िंदादिली 0:10:38.995,0:10:41.665 दोनों का एहसास एक जैसा हो सकता हैं 0:10:41.755,0:10:44.355 वह कांपते हाथ, दिल की तेज़ धड़कन 0:10:44.355,0:10:45.735 वह बेचैनी, 0:10:45.755,0:10:47.515 पर इतना ज़रूर कहूँगी कि, 0:10:47.515,0:10:50.345 पिछली बार वह शायद ज़िंदादिली थी 0:10:50.355,0:10:53.315 जिसको आप डर समझ बैठे थे, 0:10:53.315,0:10:55.705 और उसी वजह से आपने एक मौका खो दिया I 0:10:55.715,0:10:57.515 इसीलिए कोशिश जारी रखे I 0:10:57.556,0:11:00.556 लड़कियों को हर कदम निडर होकर रखना चाहिए 0:11:00.558,0:11:06.578 आज कल हम बड़े भी खेल कूद में या पेड़ चढ़ने[br]में दिलचस्पी नहीं रखते, 0:11:06.678,0:11:10.158 संकोच छोड़िये और लग जाइये वह[br]करने में जो आपका मन करे 0:11:10.158,0:11:12.398 घर हो या दफ्तर 0:11:12.398,0:11:14.518 या यही पे अगर आपको कोई पसंद आये 0:11:14.518,0:11:18.358 तो शर्माइये मत, उठिये और जाके उससे कहिये 0:11:18.358,0:11:22.398 अगर आपकी बेटी को आप साइकिल[br]चलाना सीखा रहे हैं, 0:11:22.398,0:11:24.518 और चोटी के ऊपर से नीचे आते वक़्त 0:11:24.518,0:11:27.938 उसके ज़ेहन में डर भर गया हो तो 0:11:27.958,0:11:30.678 उसका हौसला बढ़ाइएI 0:11:30.717,0:11:34.997 क्योंकि उस चोटी के ऊपर से वह साइकिल[br]चला पायेगी या नहीं, 0:11:34.997,0:11:39.707 इसका हिसाब वह खुद अपने दिलेरी से लगा लेगी 0:11:39.918,0:11:43.678 क्योंकि बात उस चोटी की नहीं हैं I 0:11:43.838,0:11:46.398 बात उसकी ज़िन्दगी की हैं 0:11:46.398,0:11:48.198 और उसके पास वह ताकत हैं जिससे 0:11:48.198,0:11:50.318 ज़िन्दगी में आने वाले [br]हर मुश्किल और चुनौती का 0:11:50.318,0:11:53.588 सामना कर सकती हैं, 0:11:53.600,0:11:58.160 बिना हमारी मदद के 0:11:58.160,0:12:00.640 और यह बात सिर्फ यहाँ की[br]लड़कियों के लिए ही नहीं 0:12:00.640,0:12:02.040 बल्कि दुनिया भर की लड़कियों के[br] 0:12:02.040,0:12:06.110 भविष्य के लिए हैंI 0:12:06.200,0:12:08.400 वैसे, 0:12:08.400,0:12:11.100 रेंगने का वर्ल्ड रिकॉर्ड आज 0:12:11.200,0:12:13.570 (हंसी) 0:12:13.597,0:12:18.297 ३५.१८ मिलों की हैं, 0:12:18.517,0:12:21.997 मैं यही चाहती हूँ कि कोई लड़की इसे तोड़ेI 0:12:21.997,0:12:27.607 (तालियाँ)